एक उम्र के बाद शादी करना महिलाओं के लिए बनता हैं दिक्कत, जानें इनके बारे में

किसी भी काम को करने की एक उम्र होती हैं जिसे उस समय ही कर लिया जाए तो बेहतर परिणाम मिलते हैं। ऐसा ही कुछ कहा जाता हैं शादी के लिए जो सही समय पर ना हो, तो कई परेशानियों का कारण बनती हैं। खासतौर से महिलाओं को एक उम्र के बाद शादी करना दिक्कत पैदा करता हैं। किसी के लिए भी शादी का फैसला सबसे अहम होता है। शादी के लिए पूरा वक्त लेना सही बात है लेकिन बहुत ज्यादा देरी करने के भी अपने नुकसान हैं। आज इस कड़ी में हम आपको अधिक उम्र में शादी करने वाली महिलाओं को होने वाली उन दिक्कतों के बारे में ही बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

पार्टनर के साथ एडजस्ट करना होता है मुश्किल

महिलाओं की कम उम्र में शादी करने का एक फायदा यह होता है कि जब वे छोटी होती हैं तो पार्टनर के साथ तालमेल बैठाना आसान हो जाता है। लेकिन जब आप लंबे समय तक सिंगल और इंडिपेंडेंट रहती हैं। फिर अधिक उम्र में शादी करने के बाद पति की पसंद-नापसंद और जरूरतों के साथ तालमेल बैठाना कुछ मुश्किल हो जाता है। ज्यादा देर से शादी होने पर ज़िम्मेदारी और प्राथमिकताए बदलने के कारण कपल एक दूसरे को समझ नहीं पाते है और नतीजा वह एक दूसरे से बात बात मे झगड़ा करते रहते है। इसके अलावा उम्र बढ़ जाने पर इगो लेवल भी बढ़ जाता है जिससे लड़ाई झगड़े की सम्भावना बनी रहती है, क्योंकि दोनों में से कोई भी झुकने को तैयार नहीं होता है।

चीजों को एक्सप्लोर करने का मन नहीं रहता

कम उम्र में लड़कियों के कई तरह के शौक होते हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ने लगती है तो उत्साह में कमी आने लगती है, जिससे एक उम्र आने पर महिलाओं का फोकस घूमने-फिरने या चीजों को एक्सप्लोर करने पर नहीं बल्कि जिम्मेदारियों पर अधिक रहता है। जब कि चीजों को एक्सप्लोर करने और घूमने-फिरने से मन सही रहता है।

प्रेग्नेंसी में कठिनाई

महिलाओं की प्रजनन क्षमता उम्र बढ़ने के साथ कम होती जाती है। एक रिसर्च में कहा गया है कि उम्र ज्यादा बढ़ने से पुरुषों और महिलाओं दोनों को ही स्वस्थ बच्चा पैदा करने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। महिलाओं में 30 की उम्र के आसपास प्रजनन क्षमता कम होने लगती है। 35 साल की उम्र के बाद तो यह और अधिक तेजी से घटने लगती है। जैसे-जैसे महिला की उम्र बढ़ती जाती है, उसके गर्भवती होने की संभावना घटती जाती है और प्रजनन अक्षमता उत्पन्न होने की संभावना बढ़ती जाती है।अधिक उम्र के माता-पिता से पैदा हुए बच्चों में डाउन सिंड्रोम और अन्य शारीरिक समस्याओं का जोखिम भी अधिक रहता है।

पार्टनर चुनने के विकल्प होते हैं कम

महिलाएं हो या पुरुष, उम्र बढ़ने के साथ ही पार्टनर चुनने के विकल्प भी कम होते जाते हैं। समय पर शादी ना करने के कारण कई बार घरवालों के दबाव में आकर लड़कियां बिना सोचे-समझे ही शादी कर लेती हैं, जिससे बाद में उन्हें पति के साथ एडजस्ट करने में काफी समस्याएं होती हैं। क्योंकि कई मामलों में आपसी सहमति नहीं बन पाती और दोनों की सोच किसी भी चीज को लेकर अलग-अलग हो सकती है, जिससे मनमुटाव होने लगता है।

फिजिकल इंटीमेसी की कमी

देर से शादी करने पर कपल्स की सेक्स लाइफ पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। अधिक उम्र होने पर महिलाओ के शारीरिक क्रिया मे मन नहीं लगता और वह उदासीन होने लगती है। इस कारण पति पत्नी मे झगड़ा होता रहता है। इसके अलावा उम्र के साथ ही पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन कम होने लगता है और सेक्स की इच्छा उतनी नहीं रहती जितनी की कम उम्र में होती है।

बच्चे करने का प्रेषर


यंग कप्लस में भरपूर जोश होता है और उम्र कम होने के चलते शुरुआत में उनके ऊपर बच्चे को लेकर कोई प्रेशर नहीं डाला जाता। लेकिन ज्यादा उम्र होने पर शादी करने वाले लोगों के ऊपर बच्चे पैदा करने के लिए प्रेशर डाला जाता है, जिससे वह अपनी लाइफ को एंजॉय नहीं कर पाते।