पहली बार स्कूल जा रहा हैं बच्चा, जानें कैसे करें उन्हें इसके लिए तैयार

जुलाई का महीना जारी हैं जो कि स्कूल की शुरुआत के लिए जाना जाता हैं। इस महीने की शुरुआत के साथ ही बैग लेते हुए स्कूल ड्रेस में बच्चे चहलकदमी करते हुए दिखाई देते हैं। कुछ बच्चे तो इन दिनों में ही पहली बार स्कूल में कदम रखते हैं। क्या आपका बच्चा भी पहली बार स्कूल जा रहा हैं? ऐसे में आपको बच्चों को इसके लिए तैयार करने की जरूरत होती हैं। कई बच्‍चे स्‍कूल जाने के नाम से डरते हैं, माता-प‍िता उन्‍हें जबरदस्‍ती या डरा-धमकाकर स्‍कूल भेजते हैं। यह सही तरीका नहीं हैं। आपको इसके लिए अपने बच्चे को सही बातों की जानकारी देते हुए उनके मन में स्कूल के प्रति इंटरेस्ट जगाने की कोशिश करनी चाहिए। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह पहली बार स्कूल जा रहे बच्चे को तैयार किया जाए।

ट्रेनिंग जरूर दें

अगर आपका बच्चा पहली बार स्कूल जा रहा है, तो हो सकता है कि उसके मन में स्कूल के माहौल के प्रति डर हो। इसलिए कोशिश करें कि आप अपने बच्चे के मन में बैठे इस डर को भगाएं। इस डर को कम करने के सिए बच्चों को स्कूल जाने से पहले ट्रेनिंग दें। ट्रेनिंग देने के लिए कुछ दिनों तक घर में ही स्कूल जैसा माहौल बनाएं। उन्हें बीच-बीच में लिखना सिकाएं, नर्सरी में आप उन्हें राइम्स भी सिखा सकते हैं।

बच्‍चे को खुद खाना लेना स‍िखाएं

अक्‍सर जब बच्‍चे पहली बार स्‍कूल में जाते हैं, तो पूरे द‍िन उनके व्‍यवहार में च‍िड़च‍िड़ापन और गुस्‍सा भरा होता है। कारण है भूखा रहना। बच्‍चे अचानक से अपनी आदतों को नहीं बदल पाते। ज्‍यादातर बच्‍चों को मां या पापा ही घर पर खाना ख‍िलाते हैं। स्‍कूल में जाकर बच्‍चे खुद से या टीचर के हाथों खाना खाने के ल‍िए तैयार नहीं होते और परेशान हो जाते हैं। बच्‍चों को घर पर खुद से खाना लेने की आदत डालें ताक‍ि उन्‍हें इसकी आदत हो।

प्लेस्कूल से करें शुरुआत

बहुत से बच्चे घर वालों के अलावा किसी से घुल-मिल नहीं पाते और घर वालों से दूर होते ही वो बेचैन हो जाते हैं और रोने लगते हैं। अगर आपके बच्चे को भी अजनबियों से मिलने-जुलने में दिक्कत आती है। ऐसे में आप अपने बच्चे को पार्क, म्यूजियम जैसी जगहों पर ले जाएं। वहां उसके हमउम्र बच्चों से उसकी मुलाकात करवाएं। अगर जरूरी लगे तो आप उसे स्कूल से पहले प्लेस्कूल भेज सकती हैं, जिससे वो दुसरे बच्चों से दोस्ती करना और उनके साथ अपना खाना और खिलौने शेयर करना सीखे।

बच्चों से बातचीत करें

बच्चे को दाखिला दिलवाने और उनको प्लेग्रुप या स्कूल भेजने के बाद बच्चों से बातचीत करना भी जरूरी है। बच्चों के वापस आने पर उनसे खूब सारी बातें करें और स्कूल में उनका दिन कैसा बीता इसकी जानकारी भी लें। इसके साथ ही स्कूल में उनको क्या अच्छा लगा और क्या नहीं ये भी जरूर पूछें। इससे आप बच्चों के मन की बात समझ सकेंगे और उनको सही-गलत समझाकर उनके मन का डर दूर कर सकेंगे।

बच्‍चे का रूटीन बनाएं

बच्‍चे को स्‍कूल भेजने से पहले उसे वहां के रूटीन के मुताब‍िक ढालें। बच्‍चे को सुबह जल्‍दी उठने की आदत डालें। फ‍िर तय समय तक कुछ एक्‍ट‍िव‍िटीज के बाद बच्‍चे को खाने के ल‍िए कुछ दें और फ‍िर एक जगह ब‍िठाकर खेल ख‍िलाएं। शुरुआत में बच्‍चे प्‍लेग्रुप में जाते हैं और वहां पढ़ाई के बजाय बच्‍चे को स्‍कूल जाने की आदत बनाने पर जोर द‍िया जाता है। अगर बच्‍चा पहले से ही उस रूटीन में ढल जाएगा, तो स्‍कूल जाने के दौरान उसे परेशानी नहीं होगी।

बेसिक मैनर्स जरूर सिखाएं

बच्चों का दाखिला करवाने से पहले उनको बेसिक मैनर्स जरूर सिखाएं। उनको टॉयलेट जाने के लिए टीचर की परमिशन लेना सिखाएं साथ ही स्कूल के तौर-तरीकों के बारे में भी समझाएं। बच्चों को टीचर्स और सहभागियों से तरीके से बात करने और झगड़ा न करने की भी सीख जरूर दें।

बच्‍चे के साथ प्रैक्‍ट‍िस करें

स्‍कूल के वातावरण में बच्‍चे को ढलने में समय लगेगा। लेक‍िन उसे मानस‍िक रूप से तैयार करने के ल‍िए बच्‍चे के साथ प्रैक्‍ट‍िस कर सकते हैं। ज‍िस तरह स्‍कूल में सुबह प्रेयर्स फ‍िर एक्‍ट‍िव‍िटी, ब्रेक और खेल आद‍ि होता है। ठीक उसी तरह घर पर भी बच्‍चों के साथ कलर‍िंग करें, उन्‍हें एक्‍ट‍िव‍िटीज दें और तय समय तक कुछ एक्‍ट‍िव‍िटीज करवाएं। इससे बच्‍चे को स्‍कूल जाकर समस्‍या नहीं होगी।

चीजें शेयर करने की आदत डालें

बहुत से बच्चे अपनी चीजों को किसी के साथ शेयर नहीं करते हैं। लेकिन स्कूल जाने से पहले आप बच्चों को अपनी चीजें दोस्तों के साथ शेयर करना जरूर सिखाएं। इस तरीके से बच्चे स्कूल में जल्दी दोस्त बना लेंगे। जिससे उनका मन स्कूल या प्लेग्रुप में जल्दी ही लगने लगेगा और आपकी टेंशन धीरे-धीरे दूर हो जाएगी।