बनना चाहते हैं अपने बच्चों के सुपर हीरो, करें इन बातों पर गौर

पहली बार या न्यू पैरेंट्स के मन में अक्सहर यह सवाल आता है कि वो एक अच्छे पैरेंट कैसे बन सकते हैं। खासतौर से पिता को यह डर सताता रहता हैं कि वह किस तरह अपने बच्चों से जुड़ पाएंगे ताकि बच्चों के लिए सुपर हीरो बन सकें। मां तो फिर भी अपने बच्चेस के साथ खूब समय बिताती है और उसके साथ बॉन्डं बना लेती है लेकिन पिता को बॉन्डए बनाने और एक अच्छाो पिता बनने के लिए काफी मुश्किलों से गुजरना पड़ता है। पिता होना एक खास अनुभव है, जो हमें खुशियों और चुनौतियों से भरी ज़िंदगी के लिए तैयार करता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी बातों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनपर गौर कर आप अपने बच्चों से नजदीकी बढ़ा सकते हैं और उनके सुपर डैडी बन सकते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

प्रोटेक्टिव बनें

एक बच्चेट पिता स्प ष्‍ट बाउंड्री बनाकर, बच्चोंच से कम्यूानिकेट कर के और चीजों को ठीक तरह से मैनेज कर के अपने बच्चे को प्रोटेक्ट करना चाहते हैं। वो अपने बच्चेइ को बताते हैं कि गलत फैसला लेने पर उसे क्यां भुगतना पड़ सकता है। पिता बच्चोंऔ में कैरेक्टेर डेवलपमेंट करते हैं।

बच्चों के लिए समय निकाले

बच्चों को अधिक ध्यान देने के लिए समय निकालने की आवश्यकता होती है। प्रत्येक बच्चा चाहता है कि उसके पिता उसके साथ कुछ समय बिताएं इसलिए आपको कार्यालय में एक लंबा दिन बिताने के बाद अक्सर बच्चों के साथ समय बिताना मुश्किल हो सकता है। लेकिन आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप बच्चों के साथ एक अच्छा समय बिताएं और उसे बच्चे के लिए निकालें ताकि आप बच्चे के बारे में अच्छे से जान पाए और उसे पिता की कमी महसूस ना होने दें।

बच्चों पर चिल्लाने की जगह रखें धैर्य

कई माता पिता अपने बच्चों पर बात-बात पर चिल्लाते रहते हैं। अपने बच्चों को धैर्य के साथ हैंडल करना जरूरी नहीं है। कई बार मां बाप अपना गुस्सा बच्चों पर निकाल देते हैं। यदि आप किसी कारणवश निराश हैं तो बेहतर होगा बच्चों पर चिल्लाने की बजाय एक गहरी सांस लें और मन को शांत करने की कोशिश करें। इसके लिए बच्चों पर चिल्लाने की जरूरत नहीं है। अगर बच्चा कुछ गलतियां करता है तो उन्हें सही और गलत के नियम समझाएं।

बच्चे के साथ कम्यूनिकेशन है जरूरी


बच्चे के साथ बातचीत और कम्यूनिकेशन बच्चे और पिता के बीच स्ट्रांग बॉन्ड का काम करते हैं। अपने बिजी शेड्यूल से कुछ वक्त बच्चे के लिए जरूर निकालें। जब आप उससे बात करें या फिर केवल उसकी बातों को ध्यान से सुनें। बचपन से बच्चे के साथ इस तरह की कम्यूनिकेशन बड़े होने पर बच्चे की भावनाओं और प्रास्पेक्टिव को समझने में मदद करेगी।

प्यार जाहिर करना है जरूरी

पुरुषों को लगता है कि प्यार जाहिर करना जरूरी नही है। लेकिन बच्चों के सामने एक पिता होने के नाते अपने प्यार को जाहिर करना जरूरी है। जिससे कि बच्चे को समझ आए कि आप उससे प्यार करते हैं।

उन्हें स्वतंत्रता में रहना सिखाए

बच्चे आपसे सीखते हैं आपको देख-देखकर काम करते हैं और आप हर समय उनकी निगरानी करते हैं। लेकिन हमेशा ऐसा जरूरी नहीं है आप उन्हें भी कुछ समय के लिए अकेला छोड़ने और कुछ चीजों को खुद से करने के लिए कहें उन्हें खुद नेतृत्व करने के लिए प्रोत्साहित करें और उनमें आत्मविश्वास को बढ़ाएं ताकि वह वयस्क अवस्था में खुद से ही निर्णय ले पाए।

बच्चे के शौक को पसंद करें

अच्छे पिता अपने बच्चों की पसंद के बारे में दिलचस्पी लेते हैं। अकसर लोग चाहते हैं कि उनका बच्चा भी वहीं शौक रखें, जो शौक वे रखते हैं, लेकिन अच्छे पिता न केवल अपने बच्चों को उनके सपनों का पीछा करने देते हैं, बल्कि अच्छे पिता इन सपनों में रुचि भी रखते हैं। वे इस बात को समझते हैं कि यह उनके लाडले के लिए कितना जरूरी हो सकता है। ये लोग अपने बच्चों के शौक के बारे में जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश भी करते हैं, जिसकी वजह से वे अपने बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताने में सक्षम होते हैं। अच्छे पिता अपने बच्चों के शौक को पूरा होते इस कदर देखना चाहते हैं कि वो अपने खुद के शौक भी भूल जाते हैं।

बाउंड्री सेट करना है जरूरी

बच्चे के सामने रूल लागू करने के साथ ही डिसिप्लीन मेंटेन करें। साथ ही बाउंड्री सेट करें। इससे बच्चों के अंदर जिम्मेदारियों का एहसास होगा और वो इन सारे रूल्स को समझने की कोशिश करेंगे।

उनके यादगार समय में उनके साथ रहें

अपने रिश्तों को मजबूत करने के लिए प्रत्येक सप्ताह पिता समय रखना एक शानदार तरीका है, कोशिश करें कि आप उनके जीवन के महत्वपूर्ण समय में साथ रहें। अपने समय को इस तरह नियोजित करें कि आप अपने बेटे/बेटी के स्कूल के पहले दिन साथ हों, आपके बेटे/बेटी की पहली बड़ी खेल स्पर्धा, या फिर आपके बेटे/बेटी के उच्च विद्यालय के स्नातक स्तर की पढ़ाई के समारोह में साथ रहें।