क्या आपका बच्चा खोने लगा हैं एकाग्रता, आपके बहुत काम आएंगे ये टिप्स

अक्सर जीवन में ऐसा समय आता हैं जब आप किसी भी काम को एकाग्रता के साथ नहीं कर पाते हैं जिसकी वजह से असफलता ही हाथ लगती हैं। ऐसा ही कुछ बच्चों के साथ भी होता हैं जहां वे किसी भी काम पर फोकस नहीं कर पाते हैं, खासतौर से पढ़ाई करते समय। आपने देखा होगा कि बच्चे पढ़ते-पढ़ते पेंसिल से किताब पर ड्राइंग बनाना शुरु कर देते हैं या किसी ओर काम में लग जाते हैं। समय के साथ बच्चे की यह आदत उसकी चीजों को सीखने और हर काम को करने की क्षमता को प्रभावित करना शुरू कर सकती है। बच्चे की कंसंट्रेशन पावर को बढ़ाना आसान नही है। ये काफी चैलेंजिंग टास्क हो सकता है। अगर आपके बच्चे में भी एकाग्रता की कमी है तो आपको कुछ ऐसे उपायों को अपनाना चाहिए जिससे उसमें सुधार हो। आइए जानते हैं बच्चों की कंसंट्रेशन पावर को बढ़ाने के कुछ बेहतरीन उपाय...

मोबाइल फोन से रखें दूर

टेलीविजन, मोबाइल और वीडियो गेम्स बच्चों के एकाग्रता में सबसे बड़े बाधक हैं। इससे उनका ध्यान एक जगह टिक नहीं पाता। इसलिए मोबाइल फोन औऱ वीडियो गेम्स बच्चों के आसपास ना रखें और कोशिश करें कि बच्चे इसमें व्यस्त ना रहें। आजकल देखा जाता है कि माता पिता अपने किसी काम को करने के लिए बच्चों को मोबाइल फोन या वीडियो गेम दे देते हैं जिससे बच्चे उन्हें डिसटर्ब ना करें, लेकिन एक समय में यह आपकी मुसीबत की जड़ भी बन सकता है। इससे आपके बच्चे की एकाग्रता में कमी होती है, वह किसी कार्य में अपना ध्यान केंद्रित करने में असमर्थ रहता है।

हर रोज जिम्मेदारियां दें

बच्चे की कंसंट्रेशन पावर को डेवलप करने के लिए उसको रोज की छोटी-छोटी जिम्मेदारी दें, जिससे उसके अन्दर काम करने की समझ डेवलप हो सके और उसका फोकस बढ़े। रोज एक जैसे काम ना दें इससे उसका इंटरेस्ट कम हो सकता है, इसीलिए रोज काम को बदल दें ताकि उसका इंटरेस्ट बना रहे।

मेमोरी गेम खिलाएं

मेमोरी बूस्टिंग गेम्स बाजारों में उपलब्ध हैं, लेकिन अगर आप इन्हें नहीं खरीदना चाहते तो घर में रखी चीजों और खिलौने के साथ भी आप बच्चों को ऐसी गेम्स खिला सकते हैं। इस गेम के लिए टेबल के ऊपर कुछ चीजें रखें, जैसे पेंसिल, कॉपी, किताब और घर में उपलब्ध अन्य सामान। कुछ देर बाद उन सामानों को ढक दें और बच्चों से उनके नाम पूछें। इस गेम को खेलने से आपके बच्चे में याद रखने और किसी चीज पर फोकस करने की क्षमता का विकास होगा।

टाइम टेबल सेट करें
बच्चे की रेगुलर एक्टिविटीज के अनुसार उसका टाइम टेबल बनाएं, जिसमें उसके खेलने का समय, पढ़ने का समय और अन्य सभी चीजों का टाइम भी फिक्स करें। ऐसा करने से उसकी कंसंट्रेशन पावर डेवलप होगी। इस बात का विशेष ध्यान रखें की बच्चों को एकदम से बहुत बड़ा और कठिन टाइम टेबल ना दें।

मेडिटेशन

मेडिटेशन केवल बड़ों के लिए ही फायदेमंद नहीं होता बल्कि यह बच्चों के लिए भी उतना ही लाभदायक होता है। अपने बच्चे को प्रतिदिन 10 से 12 मिनट मेडिटेशन के लिए प्रोत्साहित करें, इससे आपके बच्चे के एकाग्रता में वृद्धि होती है। यदि आप बचपन से ही यह आदत बच्चों में विकसित करेंगे तो आगे चलकर मेडिटेशन करना उनकी आदत हो जाएगी। इसके लिए कई तरह के मेडिटेशन होते हैं जैसे सिंगिंग, मंत्रोच्चारण आदि लेकिन कोशिश करें कि अपने साथ बच्चे को व्यायाम के लिए प्रोत्साहित करें। यह बच्चे के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है।

टंग ट्विस्टर
आप बच्चे के साथ टंग ट्विस्टर गेम खेलें। पहले आप टंग ट्विस्टर बोलें और फिर बच्चे को ऐसा करने को कहें। जैसा ‘कच्चा पापड़, पक्का पापड़' या, ‘चंदू के चाचा ने चंदू की चाची को चांदनी रात में चांदी की चम्मच से चटनी चटाई। 'टंग ट्विस्टर बहुत तेजी से कहना होता है। गलतियां होंगी, तो उसे सुधारने के लिए आपका बच्चा शब्दों पर ध्यान लगाएगा और इस तरह उसकी एकाग्रता बढ़ेगी।