दो लड़को के बिच दोस्ती दो लड़कियों के बिच दोस्ती बहुत ही आम बात है लेकिन जब भी एक लड़का-लड़की के बिच दोस्ती की बात आती है लोग कई तरह के सवाल उठा देते है। लेकिन दोस्ती कभी भी लड़का या लड़की देख कर नहीं होती हमेशा स्वाभाव, मन देख कर होती है। एक लड़की के लिए उसका सबसे अच्छा दोस्त एक लड़का ही साबित होता है। लोगों की सुनकर कभी भी दूसरे लिंग से दोस्ती करने में घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि आपको पता है की आपके दोस्त आपके अच्छे दोस्त ही है।
मुसीबत
लड़कियां अक्सर एक लड़के को अपना दोस्त बनाना इसलिए पसंद करती हैं, क्योंकि वो अपनी दोस्त को मुसीबत में अकेला नहीं छोड़ते यानि कि किसी भी समय मदद के लिए बुलाने पर अक्सर लड़के कहीं भी पहुंच जाते हैं। लड़के, लड़कियों के मुकाबले ज्यादा केयरिंग और प्रोटेक्टिव होते हैं।
विश्वास
लड़कियां लड़की मित्रों की बजाय लड़को मित्रों पर अधिक विश्वास करती हैं। इसके पीछे एक वजह यह भी है कि लड़कियां अन्य लड़कियों पर ज्यादा विश्वास नहीं कर पाती हैं, उन्हें कई बार एक दूसरे से जलन की भावना भी उत्पन्न हो जाती है लेकिन लड़के और लड़की की दोस्ती में ऐसा कभी नहीं होता है, नकारात्मक भाव न होने के कारण विश्वसनीयता बनी रहती है।
बात - चित
लड़कियों को हमेशा एक ऐसे दोस्त की तलाश होती है, जो उन्हें बिना किसी रोक-टोक के सुन सके। जबकि लड़के लड़कियों से बात करने के लिए हमेशा यानि सुबह हो या रात कभी भी फोन, फेसबुक और व्हाट्सएप पर अधिक तर्कहीन बातचीत के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
फिक्रयदि आपकी/आपका दोस्त कहते हैं कि घर पहुंच कर मैसेज करना, समय से घर पहुंचना, अपना ख्याल रखना, तो इसमें घबराने जैसा कुछ नहीं है। मित्रता में एकदूजे के लिए फिक्र जताना बहुत अच्छी बात होती है। दो लड़कियां भी बातों-बातों में एक दूसरे की फिक्र जताती हैं, लड़के भी ऐसा करते हैं, लेकिन उनके तरीके अलग हो सकते हैं। इसलिए ज्यादा सोचने की बजाय ईश्वर को धन्यवाद दें कि आपके जीवन में सच्चे मित्र हैं।
हंसी मजाक बेस्ट फ्रेंड अगर लड़का हो तो वो लड़कियों की बातों को सीरियसली नहीं लेते हैं। जिससे हमेशा एक लाइट और हंसी मजाक का माहौल बना रहता है। इसके साथ ही वो लड़कियों के सबसे अच्छे आलोचक यानि प्यार के साथ उनमें सुधार करने वाले शख्स होते हैं।