इन बातों को ध्यान में रख मजबूत करें स्टूडेंटस के साथ रिश्ते, स्कूल के बाद भी रहेगा व्यवहार

किसी के भी जीवन की सफलता में उसके शिक्षक का बहुत महत्वपूर्ण हाथ होता है जो सही राह दिखाते हुए बच्चों को उनका लक्ष्य पाने के लिए प्रेरित करते हैं। स्टूडेंट और टीचर का रिश्ता काफी खास होता है। कई टीचर्स की डांट और मार के कारण उन्हें याद रखा जाता हैं और कई टीचर्स को प्यार और नॉलेज के कारण याद किया जाता हैं। कुछ टीचर ऐसे होते हैं जिनसे बच्चे स्कूल के बाद भी जीवनभर रिश्ता बनाए रखते हैं। आप भी चाहते हैं कि आप ऐसे ही टीचर बने तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स जिनकी मदद से आप बच्चों के बीच अपनी बेहतरीन छवि प्रदर्शित करते हुए उनके प्रिय शिक्षक बन सकते हैं। आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में...

नाम याद करें

ज्यादातर टीचर्स को क्लास के सारे बच्चों के नाम नहीं याद होते हैं। ऐसे में शिक्षक उन बच्चों पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते हैं इसलिए बच्चों को उनके नाम से बुलाने की कोशिश करें, जिससे बच्चे खुद को स्पेशल फील करेंगे और धीरे-धीरे आपके क्लोज आने लगेंगे।

पहचाने बच्चों की क्षमताएं

अच्छे टीचर का एक गुण ये है कि वो आपकी क्षमताओं को पहचानते हैं। हालांकि ये अनुभव टीचर्स को लंबे समय में आता है। क्लास के दौरान बच्चों की एक्टिविटीज पर नजर रखते हुए टीचर उनके स्वभाव और मिजाज को समझने लगते हैं। इसी से टीचर को ये अंदाजा हो जाता है कि उनके लिए कौन सा विषय या कौन सा कैरियर बेहतर है।

साझा करें भोजन


इस बात से कोई इंकार नहीं है कि भोजन साझा करना किसी भी रिश्ते को गहरा करने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है, और यह शिक्षक और उनके छात्रों के बीच के बंधन के लिए सही है। प्रत्येक सप्ताह एक साथ लंच करने के लिए समय निकालना कक्षा के भीतर समुदाय और विश्वास की भावना के निर्माण के लिए चमत्कार कर सकता है।

हर बात पर ना डांटे

कुछ टीचर्स का स्वभाव काफी गुस्सैल होता है। ऐसे में टीचर्स बात-बात पर बच्चों को डांटना शुरु कर देते हैं। जिससे बच्चे आपसे दूर रहना ही पसंद करते हैं। इसलिए बच्चों से गलती होने पर उन्हें प्यार से समझाने की कोशिश करें। साथ ही उन्हें गलती से सीख लेने की नसीहत दें।

उन्हें अपने अनुभवों के बारे में बताएं

एक शिक्षक के रूप में, अपने जीवन से उपयुक्त कहानियों को साझा करना आपके छात्रों को व्यस्त रखने और गहरे संबंध को बढ़ावा देने का एक शक्तिशाली उपकरण हो सकता है। अपने स्वयं के अनुभवों को साझा करके, वह न केवल मूल्यवान कौशल प्रदान करती है बल्कि अपने छात्रों के साथ विश्वास और समझ के गहरे स्तर का निर्माण करते हुए खुद का एक हिस्सा भी साझा करती है।

हुनर को निखारें

पेरेंट्स के बाद बच्चे सबसे ज्यादा समय स्कूल में ही बिताते हैं। वहीं हर बच्चा किसी ना किसी क्षेत्र में टैलेंटेड होता है। ऐसे में बच्चे के हुनर को पहचान कर आप उसे निखारने में मदद कर सकते हैं। वहीं स्कूल फंक्शन्स में भाग लेने के लिए बच्चों को प्रेरित करके आप उनके टैलेंट को बूस्ट कर सकते हैं।

बच्चों की प्रशंसा करें

बच्चों के गलती करने पर टीचर उन्हें तुरंत क्रिटिसाइज करते हैं। लेकिन वहीं बच्चों की प्रशंसा करके आप उनके आत्मविश्वास को बल दे सकते हैं। ऐसे में अच्छा परफॉर्म करने पर बच्चों की सराहना करें। जिससे बच्चे क्लास में अव्वल आने पर जोर देंगे और सही सलाह मांगने के लिए हमेशा आपके पास ही आएंगे।