शादी आपकी जिंदगी के सबसे जरूरी फैसलों में से एक है जहां अपने लाइफ पार्टनर का चुनाव सभी सोच-समझकर करते हैं। हांलाकि पार्टनर का चुनाव करने के दौरान लोग यह सोचते रहते हैं कि अरेंज मैरिज बेहतर है या लव मैरिज। समय के बदलाव के साथ ही लोगों का रूझान लव मैरिज की ओर बढ़ने लगा हैं और सोसाइटी भी ओपन होने लगी हैं। लेकिन इस बीच आप अरेंज मैरिज के फायदों को नजरअंदाज नही कर सकते हैं। भारत में विवाह का यह प्राचीन तरीका है, जो आज भी लगभग अधिकतर परिवारों में अपनाया जाता है। आज इस कड़ी में हम आपको अरेंज मैरिज के उन फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें जानकर आप भी इसकी ओर आकर्षित होने लगेंगे। आइये जानते हैं इन फायदों के बारे में...
आपके पास ऑपशन्स की कमी नहीं आपके लिए ढेरों रिश्तें आ सकते हैं। आप अपनी ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए अपने पर्फेक्ट लाईफ पार्टनर का चुनाव कर सकते हैं। अगर तब भी ऑप्शन्स कम लगें तो आप मैट्रिमोनियल साइट्स का यूज़ कर सकते हैं जो आपके ऑप्शन्स और बढ़ा देती हैं।
परिवारों के बीच गहरा रिश्ताअरेंज मैरिज में सिर्फ लड़के और लड़की की शादी नहीं होती बल्कि दो परिवारों का आपसी मिलन होता है। जब परिवार अपने पसंद की कोई लड़की या लड़का घर में चुनकर लाते हैं तो उसे अधिक प्यार और स्नेह देते हैं। यही कारण है कि उनके बीच में लड़ाई-झगड़े काफी कम होते हैं। परिवार एक-दूसरे को पहले से जानते हैं जिस वजह से लड़की को दूसरे परिवार में ढलने में आसानी होती है। साथ ही परिवार वालों का पूरा सपोर्ट भी मिलता है।
जीवनसाथी तलाशने से छुटकारापहले के दौर में लड़का लड़की को शादी से पहले मिलाया नहीं जाता था और न उनकी रजामंदी पूछी जाती थी लेकिन अब समय बदला है। अरेंज मैरिज में भी वर वधु की पसंद पूछी जाती हैं, उन्हें शादी से पहले मिलने का मौका मिलता है। ऐसे में अपने लिए जीवनसाथी तलाशने की फ्रिक आपको नहीं करनी पड़ती। परिवार के लोग आपके लिए जीवनसाथी की तलाश करते हैं और आपको आपकी पसंद नापसंद बतानी होती है।
आप भी खुश, पैरेंट्स भी खुशअरेंज मैरिज में बच्चों पर अपनी पसंद थोपने का ज़माना गया। अब पैरेंट्स अपने बच्चों की ज़रूरतों का खास ध्यान रखते हैं। आप अपने पैरेंट्स को अपनी चॉइसेस और प्रेफरेंसेस के बारे में बता सकते हैं और शादी से पहले पार्टनर को जानने और समझने के लिए डेट कर सकते हैं। आप आगे की लाइफ कैसे चाहते हैं, आपको क्या चाहिए क्या नही,ये सब आप पहले से क्लियर कर सकते हैं। ऐसे में अरेंज मैरिज भी हो जाएगी और आपको किसी तरह का कंप्रोमाइज भी नहीं करना पड़ेगा।
बच्चों की देखभालअरेंज मैरिज में बच्चों की देखभाल घर के बड़े बुजुर्गों की देखरेख में होती है। इस तरह की शादी में बच्चों को अपना दादा दादी का प्यार मिलता है। ऐसे में बच्चे अच्छे वातावरण में बड़े होते हैं और संस्कार मिलते हैं। लव मैरिज में संभावना रहती है कि उन्हें परिवार के बड़ों का साथ न मिले।
एक दूसरे का रखते हैं ख़ास ख्याल लव मैरिज में तो लोग एक दूसरे को पहले से ही जानते हैं इसीलिए वो एक दुसरे को और ज्यदा प्यार करते हैं लेकिन जब अरेंज मैरिज होती हैं तो कपल एक-दूसरे की केयर करते हैं एक दूसरे की परवाह करते हैं क्योंकि उन्हें पता होता है कि कहीं ना कहीं शादी के बाद पति का पत्नी को प्यार करना और पत्नी का पति को care करना उनकी जिम्मेदारी है।
ब्रेकअप का डर नहींलव मैरिज की अपेक्षा अरेंज मैरिज अधिक समय तक टिकी रहती है। इसमें ब्रेकअप का कोई डर नहीं होता।अधिकतर मामलों में लव मैरिज में लड़का और लड़की बराबर के होते हैं, इसलिए उनमें ईगो और अहम की भावना अधिक होती है। वह एक-दूसरे की कमियों को पहले से जानते हैं, जिनके साथ कई बार पूरी जिंदगी बिताना मुश्किल हो जाता है। इसी वजह से ब्रेकअप या इाइवोर्स के मामले सबसे ज्यादा लव मैरिज में ही देखने को मिलते हैं।