आपकी परवरिश पर सवाल खड़े करती हैं बच्चों की ये बुरी आदतें, समय रहते छुड़वाए इन्हें

बच्चे मन के सच्चे होते हैं और वे दूसरों के सामने अच्छा होने का दिखावा नहीं करते हैं, वो जैसे हैं वैसे ही पेश आते हैं। लेकिन कई बार ऐसे में बच्चों की बुरी आदतें भी सामने आती हैं जो पेरेंट्स की परवरिश पर सवाल खड़े करती हैं। जी हां, बच्चों की बुरी आदतों की वजह से पेरेंट्स को कई बार दूसरों के सामने शर्मिंदा होना पड़ता हैं। हांलाकि समय के साथ कुछ आदतें छूट जाती हैं, लेकिन जरूरी हैं कि बच्चों को इनके बारे में बताया जाए और सही सीख देते हुए छुडवाया जाए। क्योंकि शुरूआत में जिन हरकतों को हम हंसी में टाल देते है वे आगे जाकर भयावह रूप ले लेती है। तो आइये जानते हैं बच्चों की उन बुरी आदतों के बारे में जिन्हें दूर करने की जरूरत है।

गंदी भाषा

अगर आपका बच्चा दूसरे बच्चों से बात करते समय अपशब्दों का इस्तेमाल करता है तो समझ जाएं कि वो बुरी संगत में पड़ रहा है। इसके अलावा यह भी हो सकता है कि आपके परिवार में ही कोई सदस्य इस तरह की भाषा का प्रयोग करता हो, जिसका असर बच्चे पर भी पड़ रहा हो। ध्यान रखें, बच्चों का पहला स्कूल उनका अपना घर ही होता है। ऐसे में ये जरूरी है कि बच्चे को अच्छे संस्कार देने के लिए घर का माहौल अच्छा बनाए रखे।

नाक में उंगली डालना

कभी-कभी अभिभावक को यह देखकर बहुत चिड़चिड़ाहट होती है जब बच्चा लोगों के सामने अपनी नाक में उंगली डालकर उसे दिवार से पोंछ देता है।इस आदत को छुड़वाने के लिए बच्चे को समझना चाहिय कि ये आदत गलत है और अगर उन्हें अपनी नाक साफ़ करनी है तो अलग से जाकर साफ़ करें और टिश्यू पेपर से हाथ पोंछे।

लड़ाई-झगड़ा करने की आदत

अगर आपका बच्चा छोटी-छोटी बातों पर दूसरे बच्चों को मारने लगता है तो उसे शुरूआत में ही ऐसा करने से रोक दें। मारपीट की आदतें बच्चा कहीं से भी सीख सकता है। ऐसे में ये जरूरी है कि उसे सही-गलत का ज्ञान करवाएं। ऐसा करते हुए उससे प्यार से बात करें।

अक्सर झूठ बोलना

सज़ा के डर से अक्सर बच्चे झूठ बोलना शुरू कर देते हैं। जब भी आपका बच्चा झूठ बोले उसे कभी जतना नहीं चाहिए कि वो झूठ बोल रहा है बल्कि उन्हें ये समझाये कि झूठ बोलना गलत आदत होती है और साथ ही जब भी वे सच बोले तो उन्हें कोई ना कोई इनाम ज़रूर दें।

दूसरों को चिढ़ाने की आदत

बच्चों में एक दूसरे को चिढ़ाने की आदत भी बहुत आम होती है। और चिढ़ाने की ये आदत बच्चे ज्यादातर स्कूल और अपने दोस्तों से सीखते हैं। लेकिन ये जरूरी है बच्चे को उसकी इस हरकत पर शुरूआत से ही टोका जाए। आपको उसे ये समझाने की जरूरत है कि ये एक बुरी आदत है।

चोरी की आदत

कई बार ऐसा देखा जाता है कि बच्चे को कोई चीज पसंद आ गई तो वो उसे पैरेंट्स से मांगने की जगह बिना सोचे-समझे अपने पास रख लेता है। ऐसी आदतें बच्चे एक दूसरे से ही सीखते हैं। ऐसे में ये हर पेरेंटस की जिम्मेदारी बनती है कि वे बच्चों की संगत पर नजर रखें। ताकि आपका बच्चा गलत रास्ते पर ना भटकें।

हर समय खाने की आदत

कुछ बच्चों को पूरा दिन कुछ न कुछ खाने की आदत होती है। इसके कारण खाने के समय उन्हें भूख़ नहीं लगती। इसके परिणामस्वरूप बच्चों को कम उम्र में मोटापे की परेशानी हो सकती है। इसलिए बच्चे के खाने की एक अनुसूची तैयार करनी चाहिए और साथ ही उन्हें कुछ स्वस्थ और पौष्टिक खाने को देना चाहिए और जंक फ़ूड से उन्हें बिलकुल दूर रखना चाहिए।

जिद्द करने की आदत

बच्चों की जिद्द करने की आदत से आज ज्यादातर पैरेंट्स परेशान हैं। लेकिन कई बार ऐसा करते समय कुछ बच्चे अपनी बात मनवाने के लिए खुद को नुकसान पहुंचाने की धमकियां देने लगते हैं। अगर आपका बच्चा भी ऐसा करने लगा है तो उसकी जिद्द के आगे घुटने टेकने की जगह उसे सही और गलत का फर्क समझाएं। अगर आपका बच्चा आपको इमोशनल ब्लैकमेल करें तो उसे प्यार से इस आदत को छोड़ने के लिए समझाएं।