सगाई टूटना मतलब जिंदगी का रुकना नहीं होता है। कई लोग सगाई के टूटने के बाद डिप्रेशन में चले जाते है और खासतौर पर लड़कियां क्यूंकि उन्हें अपने साथ समाज का भी काफी डर होता है। ऐसे में लम्बे समय तक वे खुश नहीं रह पाती है। लेकिन ऐसा नहीं होना चाइए इसको बुरा सपना मानकर भूल जाना चाहिए। आपके लिए बेहत जरुरी है की आप आगे बढे और अपनी ज़िन्दगी ख़ुशी से जिए। तो चलिए आज हम आपको ऐसे कुछ तरीकों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप अपने इस दुख से निकलकर आगे बढ़ सकती हैं...
सकारात्मकता का साथसगाई के बाद आपको अपने आसपास ऐसे कई लोग मिलेंगे, जो आपके मन को नकारात्मक बनाएंगे। लेकिन आपको ऐसे लोगों को पीछे छोड़कर सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ना है। आप ऐसे लोगों का साथ ढूंढे, जो आपके सच्चे सपोर्ट हों, जैसे माता-पिता, भाई-बहन या दोस्त। ऐसे लोग आपको कभी भी अकेलेपन का अहसास नहीं होने देंगे। इसके साथ ही आप अपने मन में सकारात्मकता का संचार करने के लिए मेडिटेशन, योग या लॉफ्टर थेरेपी का सहारा ले सकती हैं।
अकेले न रहेंआप अकेले रहते है तो आपके मन में काफी बेफिज़ूल के ख्याल आते है इससे ज्यादा अच्छा है की आप ज्यादा से ज्यादा समय अपनों के साथ बिताएं जिनके साथ समय का पता ही नहीं चले और ख़ुशी से समय गुज़र जाए। अपनों का प्यार ही आपकी सारी चिंताओं को दूर कर देगा।
खुद से प्यार करे सगाई टूटने का मतलब यह तो बिलकुल ही नहीं होता की आप खुद से प्यार करना भूल जाये और खुदके ग़म में डूब जाए बल्कि यह तो खुद को पम्पेर करने का, घूमने का, खुद से प्यार करने का होता है।कभी भी लोगों की सुनेंगे तो आप खुद के गम से कभी बहार नहीं आ पाएंगे। थोड़ा सा सेल्फिश होने में कोई दिक्कत नहीं है। नई जगहों को एक्सप्लोर करें। दोस्तों के साथ पार्टी प्लान करें या फिर खुद का और अपनी वार्डरोब का मेकओवर करें। इस तरह की चीजें आपको रोजमर्रा की जिन्दगी से ब्रेक देती हैं और मन को सुकून पहुंचाती हैं।
खुद पर ऊंगली न उठाएंसगाई के टूटने के लिए खुद पर ऊंगली न उठाएं। खासकर जब कारण आपके सामने स्पष्ट है तब तो भूलकर भी इस विषय में न सोचें। खुद पर ऊंगली उठाकर आप खुद ही से खुद को कमजोर करने का काम कर लेंगे। इसलिए बेहतर है कि इस बात पर ध्यान दें कि हाल फिलहाल में ऐसा क्या है जो आपको बहुत ज्यादा खुश रखता है। खुद को खुश रखने की जिम्मेदारी इस वक्त आपको ही लेना है।