लड़का हो या लड़की, शादी किसी के भी जीवन का एक महत्वपूर्ण फैसला होता होता हैं। एक उम्र के बाद परिवार वाले और लोग शादी के लिए कहने लग जाते हैं। खासतौर से लड़कियों पर शादी के लिए ज्यादा दबाव बनाया जाता है। लेकिन आजकल लड़कियां मुखर होकर अपनी बात रखती हैं और अपनी सोच के अनुसार फैसला लेती हैं। देखने को मिलता हैं कि अधिकतर लड़कियां शादी से कतराती हैं और फैसले पर अमल करने में समय लेती हैं। अगर घर में उनकी शादी को लेकर चर्चा भी हो तो उसे झुंझलाहट होती है। ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठता हैं कि आखिर लड़कियां क्यों शादी से कतराती हैं? आज हम आपको यहां उन वजहों के बारे में बताने जा रहे हैं, तो आइये जानते हैं...
करियर के लिएबहुत सी लड़कियां अपने करियर को ज्यादा इंपोर्टेंस देती है। वो अपने करियर से इतना ज्यादा प्यार करती है कि वो शादी नहीं करना चाहतीं। उन्हें ऐसा लगता है कि शादी के बाद उनका करियर डूब जाएगा या उसमें ठहराव आ जाएगा। वहीं, कुछ लड़कियों को इस बात की टेंशन होती है कि शादी के बाद ऑफिस और घर, दोनों एक साथ मैनेज कर पाना कठिन होगा। उन्हें लगता है कि शादी के बाद बच्चे होने पर कहीं उन्हें नौकरी न छोड़नी पड़ जाए।
बंधन पसंद नहींवर्तमान में लड़कियां आजाद रहना पसंद करती हैं। उन्हें चीजों को अपने तरीके से करने की आदत होती है। ऐसी लड़कियों को शादी करना किसी बंधन जैसा लगता है। वह नए रिश्तों में बंधना पसंद नहीं करती और ना ही उन्हें किसी काम को करने के लिए किसी की परमिशन लेना अच्छा लगता है। ऐसी लड़कियों को लगता है कि शादी करने से उनकी आजादी छिन जाएगी।
पुरुषों से नफरतकई लड़कियां स्टूडेंट लाइफ के दौरान फेमिनिज्म विचारधारा से प्रभावित होती हैं। इस विचारधारा में पुरुषों को महिलाओं पर अत्याचार या उत्पीड़न करने वाला बताया जाता है। ऐसे में इस विचार के साथ लड़कियां पुरुषों से नफरत तक करने लगती हैं। इसी के साथ वो किसी पुरुष के साथ खुद को किसी रिश्ते में नहीं जाना चाहती और वे शादी करने से ही इनकार कर देती हैं।
जिम्मेदारी नहीं लेना चाहतींशादी का मतलब होता है कई जिम्मेदारियों को निभाना। मिडल क्लास की उच्च शिक्षा प्राप्त और नौकरी करने वाली लड़कियां जिम्मेदारी के नाम से ही डर जाती हैं। उन्हें पता होता है कि शादी के बाद उसे पति के साथ सास-ससुर और बाद में बच्चों की जिम्मेदारी भी संभालनी होगी। ये लड़कियां बिंदास और मौज-मजे वाली लाइफ जीना चाहती हैं, इसलिए भी शादी जैसे रिश्ते में बंधना नहीं चाहतीं।
प्यार में नाकामीप्यार में नाकाम रह गई लड़कियां भी आखिर में सिंगल रहने का फैसला कर लेती हैं। कई लड़कियों की जिंदगी में ऐसा होता है कि वो जिनसे प्यार करती हैं वो उन्हें छोड़ कर किसी दूसरी लड़की से शादी कर लेते हैं। वहीं, कई बार लड़के अपने पेरेंट्स के दवाब में लड़की को छोड़ देते हैं। हालांकि ऐसा लड़कियों के साथ भी होता है कि उनके परिवार वाले उस लड़के से शादी कराने के लिए मना कर देते हैं। ऐसे में इसका असर उनके जीवन पर पड़ता है और वो सिंगल रहने का फैसला लेती हैं।
अच्छे पार्टनर की तलाश शादी के बाद लड़के की तुलना में लड़कियों की जिंदगी में ज्यादा बदलाव आता हैं। ऐसे में हर लड़की अपने लिए ऐसे पति की ही तलाश में रहती है जो हर काम में उसका साथ दें। मगर बहुत से लड़के सपोर्टिव पार्टनर नहीं बन पाते है। वे घर से लेकर बच्चों तक सभी चीजों को संभालना पत्नि का फर्ज समझते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आज भी लड़कों को घर का काम न सिखाकर बल्कि यह समझाया जाता है कि उनकी पत्नि ही घर संभालेगी। मगर आज के जमाने की लड़कियां इंडिपेंडेंट और खुले विचारों की होने से ऐसे जीवनसाथी को चुनना पसंद करती है जो हर काम में उनका साथ थे।
पारिवारिक जिम्मेदारीकुछ लड़कियों के साथ यह समस्या भी होती है। ऐसी लड़कियां शादी करना तो चाहती हैं लेकिन शादी करने से कतराती है। अगर किसी घर में लड़की सबसे बड़ी है और उस पर घर की आर्थिक जिम्मेदारी है तो वह शादी करना जल्द पसंद नहीं करती। उसे लगता है कि उसके शादी करने से उसका परिवार आर्थिक संकट से गुजरेगा। ऐसे में शादी ना करना ही उससे सबसे अच्छा उपाय लगता है।