सच्चे दोस्त की पहचान बनती हैं ये खूबियां, इन संकेतों से लगाएं उनका पता

दोस्ती बेहद खूबसूरत और खास रिश्ता होता है। हर इंसान की लाइफ में कोई न कोई ऐसा मित्र जरूर होता है, जो उसके जीवन को सफल और खुशनुमा बनाने में उसका साथ देता है। सच्चे मित्रों के बिना हर व्यक्ति अधूरा होता है। लेकिन आज के जमाने में देखने को मिलता हैं कि दोस्ती की आड़ में कई लोग अपना स्वार्थ सिद्ध करने में लगे रहते हैं। जिंदगी में सच्चे व ईमानदार दोस्तों और झूठे और नकली दोस्तों के बीच अंतर जानना बेहद जरूरी हो जाता है। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपको ऐसी खूबियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक सच्चे दोस्त में होती हैं। इन संकेतों को जानकर आप भी अपने सच्चे दोस्त की पहचान कर सकते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

सही रास्ता दिखाते हैं

जो मुसीबत में हमारा साथ दें वही सच्चा दोस्त कहलाता है। अगर दोस्त मुसीबत में साथ देते हैं तो मुसीबत से बाहर निकालने की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है। एक अच्छा दोस्त हमेशा आपको सही रास्ता दिखाता है। आपको गलत संगत से बचाता है, यही सच्चे दोस्त की पहचान है।

पीठ पीछे बुराई नहीं करते

सच्चा मित्र दुख सुख का साथी होता है। अगर आपका मित्र आपके दुखों, कमजोरियों, अतीत की बोतों और व्यक्तिगत बातों को जानने के बाद किसी और से इन्हें शेयर करता है तो समझ जाइए कि वो केवल नाम के लिए ही आपका दोस्त है। ऐसे मित्र दूसरे शत्रुओं से भी खतरनाक होते हैं। ऐसे लोगों को कोसों दूर रहने की कोशिश करें। ऐसे लोग आपके सामने तो बेहद मीठे- मीठे बनें रहेंगे लेकिन आपके पीठ पीछे केवल आपको परेशान और नुकसान पहुंचाने के लिए अलग-अलग तरकीब निकालते रहते हैं।

आपकी खुशी का करते हैं प्रयास

सच्चे दोस्त आपको खुशी देते हैं और आपको उनका प्यार किया जाना महसूस होता है। वे बुरे वक्त में आपको खुश रखने की पुरजोर कोशिश करेंगे और आपकी उपलब्धियों का जश्न मनाएंगे। इसके उलट नकली दोस्त आपको अकेला और दुखी महसूस कराएंगे। वे केवल आपके दरवाजे पर तभी दस्तक देंगे जब उन्हें आपकी जरूरत होगी।

वो आपको दूसरों से अच्छी तरह से जानते हैं

एक सच्चा दोस्त वो है जिसपर आप विश्वास कर सकते हैं, और जो कभी आपकी किसी भी कमज़ोरी को आपके ख़िलाफ़ इस्तेमाल नहीं करेगा। क्योंकि सच्चे दोस्त को हम सब बताते हैं। चाहे वो लव लाइफ़ से जुड़ी बात हो या किसी की बुराई या फिर अपनी ही कोई कमज़ोरी। सबकुछ जानने के बाद भी वो कभी दूसरों से नहीं बोलता है।

मदद के लिए हर वक्त तैयार


एक अच्छा दोस्त निस्वार्थ भाव से अपने दोस्त की मदद करने के लिए हर वक्त खड़ा रहता है। अगर आपका दोस्त अपना फायदा या नुकसान देखे बिना आपकी हर संभव मदद करने के लिए तैयार है तो मान लीजिए वह आपका सबसे अच्छा दोस्त है।

आपको प्रोत्साहन देते हैं

वो आपसे कभी भी बिना मतलब की बात पर लड़ाई या बहस नहीं करेगा। आपका सच्चा मित्र आपको सदैव आपके लक्ष्य को पाने में प्रोत्साहित करता है और आपके करियर या पढ़ाई में आने वाली बाधाओं व कमजोरियों से आपको रूबरू करवाता है। इसके साथ ही वह आपको हमेशा ही आगे बढ़ने के उपाय बताता है। अच्छा मित्र कभी आपको हतोत्साहित करने की कोशिश नहीं करेगा।

भरोसा करते हैं

अगर वो आपका सबसे अच्छा दोस्त है तो वो आप पर आंख बंद करके भरोसा करेगा। यही नहीं आपको भी अपने दोस्त की हर बात पर यकीन होगा। वैसे तो हर रिश्ता भरोसे की नींव पर टिका रहता है लेकिन दोस्ती में भरोसे की खास जगह है। दोस्त वो होता है जो आपकी खामोशी को भी समझ सके।दोस्तों के बीच आपसी समझ बेहद जरूरी है। यही आपके अच्छे दोस्त की पहचान है।