प्रेम दिवस पर जानिये प्यार की 5 ऐतिहासिक कहानियां

कहते है प्यार का अहसास ही निराला होता है। इतिहास में इसी निराले पन को कुछ लोगो ने जीवंत कर दिया और प्यार की नई मिसाल पेश की। हम बताते हैं आपको ऐसी ही महान शख़्सियतों के बारे में

सोहनी-महिवाल

सोहनी महिवाल पंजाब में पैदा हुए। कहते है कि सोहनी के पिता ने सोहनी की शादी कही और करवा दी लेकिन महिवाल और सोहनी के आड़े ये शादी नहीं आ सकी और दोनों मिलते रहे। इनका प्यार तब मिसाल बन गया जब दोनों की मौत भी एक साथ हो गई।

शाहजहां-मुमताज़

शाहजहाँ और मुमताज़ की प्रेम कहानी भी अनूठी है। शाहजहाँ मुमताज़ से बेइंतहां मुहब्बत करते थे और उनकी याद में बेमिसाल ताजमहल का निर्माण करवाया। आज भी लोग इसे प्यार का बेजोड़ नमूना कहते हैं।

पृथ्वीराज - संयुक्ता

राजकुमारी संयुक्ता, पृथ्वीराज के दुश्मन जयचन्द की बेटी थी। जयचंद ने संयुक्ता का स्वयंवर रचा और पृथ्वीराज को नहीं बुलाया लेकिन उनका पुतला दरबार के बाहर खड़ा करवा दिया। संयुक्ता ने उस पुतले को माला पहना दी जहाँ पृथ्वीराज पहले ही छुप कर खड़े थे। बाद में दोनों ने भागकर शादी कर ली।

बाजीराव - मस्तानी

मस्तानी राजा छत्रसाल की बेटी थी जो कि बुन्देलखण्ड के राजा थे। बाजीराव के साथ इनकी प्रेम कहानी अनूठी थी। ये बाजीराव की दूसरी पत्नी बनीं लेकिन अंत तक मराठाओं ने इनको नहीं अपनाया। बाद में ये बाजीराव कि मृत्यु पर उनकी चिता में सती हो गई।

सलीम - अनारकली

सलीम अनारकली की कहानी की विश्वसनीयता पर सवाल उठते रहे हैं। लेकिन फिर भी दोनों की कहानी अनूठी थी। कहा जाता हैं अनारकलि के लिए सलीम ने अपना राज पाट भी त्याग दिया था। बाद में अकबर ने अनारकली को दीवार में चुनवा दिया।