दुनिया भर की तकनीकी कंपनियां इस समय बड़े बदलाव और आर्थिक दबावों के दौर से गुजर रही हैं। आए दिन टेक कंपनियों द्वारा कर्मचारियों की छंटनी की खबरें सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में इंटरनेशनल बिज़नेस मशीन कॉर्पोरेशन (IBM) ने चौथी तिमाही में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की संख्या घटाने की योजना बनाई है। इसका असर हजारों कर्मचारियों पर पड़ सकता है।
IBM का बयान और नई रणनीतिआईबीएम ने मंगलवार को जानकारी दी कि वह इस तिमाही में कर्मचारियों की संख्या में कटौती करेगी। कंपनी ने कहा कि उसका ध्यान अब उच्च मार्जिन वाले सॉफ्टवेयर सेक्शन और एआई आधारित क्लाउड सेवाओं पर केंद्रित है। कंपनी ने जारी बयान में कहा, हम नियमित रूप से कर्मचारियों के कार्यों का मूल्यांकन करते हैं और समय-समय पर संतुलन बनाते हैं। इस तिमाही में की जाने वाली कार्रवाई हमारे वैश्विक कर्मचारियों के एक छोटे हिस्से को प्रभावित करेगी।
शेयर बाजार पर IBM की छंटनी का असररॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने आईबीएम के क्लाउड सॉफ्टवेयर सेगमेंट में विकास दर में गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई। IBM के शेयर, जो इस साल 35% तक बढ़ चुके थे, मंगलवार को लगभग 2% गिर गए।
CEOs की रणनीति: सॉफ्टवेयर और क्लाउड पर फोकसआईबीएम के सीईओ अरविंद कृष्ण ने सॉफ्टवेयर और क्लाउड सेक्टर पर भारी निवेश किया है। उनका लक्ष्य है कि रेड हैट डिवीजन के माध्यम से बढ़ती क्लाउड सेवाओं और एआई तकनीक का अधिक से अधिक फायदा उठाया जाए।
कर्मचारी संख्या और भविष्य का अंदाज़ाब्लूमबर्ग न्यूज के अनुसार, कुछ अमेरिकी कर्मचारी इस छंटनी से प्रभावित हो सकते हैं। हालांकि, अमेरिका में कुल रोजगार लगभग स्थिर रहने का अनुमान है। 2024 के अंत तक IBM ने दुनिया भर में लगभग 2,70,000 कर्मचारियों को रोजगार दिया था।