छठ पूजा का त्योहार 17 से 20 नवंबर तक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस पर्व का विशेष उत्साह उत्तर प्रदेश और बिहार में देखने को मिलता है। इस दौरान छठ मैया को अलग-अलग प्रसाद का भोग लगाया जाता है। ठेकुआ एक ऐसी ही स्वीट डिश है जो प्रसाद के रूप में अर्पित की जाती है। माना जाता है कि ठेकुआ छठ पूजा का मुख्य प्रसाद है। इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। ठेकुआ खाने में भी काफी कुरकुरा और लजीज होता है। इसे बनाने के लिए बहुत ज्यादा जतन भी नहीं करना पड़ता। ऐसा नहीं है कि इसे सिर्फ इसी अवसर पर बनाया जाए। और दिनों में भी इसका मजा लिया जा सकता है।
सामग्री (Ingredients)गेहूं का आटा - 300 ग्राम
गुड़ - 150 ग्राम
नारियल - ½ कप कद्दूकस किया हुआ
तेल - तलने के लिए
घी - 2 टेबल स्पून
इलायची कुटी हुई- 5
विधि (Recipe)- सबसे पहले गुड़ को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ लें।
- इसके बाद एक बड़े भगोने में इन टुकड़ों और आधा कप पानी को डालकर गरम करें।
- जब इसमें उबाल आए तो चमचे से चलाकर चेक करें कि गुड़ पानी में अच्छे से घुल गया है या नहीं।
- अगर गुड़ घुल चुका है तो इस घोल को चलनी से छान लें ताकि अगर कोई गंदगी रह गई हो तो वो साफ हो जाए।
- अब गुड़ के पानी में शुद्ध देसी घी मिला लें और थोडी देर के लिए रख दें ताकि ठंडा हो जाए।
- अब एक साफ बर्तन में आटा, कूटी इलायची और नारियल बुरादा डालकर गुड़ के घोल वाले पानी की मदद से एकदम टाइट और ड्राई आटा गूंथ लें।
- ठेकुआ बनाने के लिए आटा तैयार हो चुका है। फिर आटे से लोई निकालकर इसके हथेली से लंबाई का आकार देते हुए ठेकुए वाले सांचे में रखें और हथेली से हल्का सा दबाव दें।
- इसी तरह बाकी के ठेकुए भी बना लें। ठेकुआ बनाने के लिए एक साफ कड़ाही में देसी घी डालकर धीमी आंच पर गरम करें और इसमें ठेकुए को तलते जाएं।
- ठेकुए को एकदम कम और मीडियम आंच पर ही तला जाएगा ताकि ये अंदर तक सिक जाए।
- सुनहरा भूरा होने तक ठेकुए को तल लें और उसके बाद कड़ाही से निकाल लें।
- इसके बाद एक प्लेट में साफ कागज़ लगाकर ठेकुए को एक-एक कर निकालते जाएं। तैयार है ठेकुआ का प्रसाद।