गर्मियों के मौसम में शरीर को ऊर्जा और ठंडक देने के लिए घरों में कई तरह के शरबत बनाए जाते हैं। ऐसे में आज हम आपको आलूबुखारे से बनने वाले शरबत की रेसिपी बताने जा रहे हैं। स्वाद में खट्टा-मीठा आलूबुखारा गर्मियों में आने वाला मौसमी फल है। आलूबुखारे की तारीर ठंडी होती है और ये ऊर्जा से भरपूर फल होता है। आलूबुखारे का शरबत शरीर को ठंडक देने के साथ ही एनर्जी से भर देता है। इसे बनाना भी काफी आसान है। आप नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो कर इसे आसानी से घर पर बना सकते हैं...
आलूबुखारा शरबत बनाने के लिए सामग्रीआलूबुखारा - 100 ग्राम
चीनी - 4 टेबलस्पून
काला नमक - 1/2 टी स्पून
चाट मसाला - 1/4 टी स्पून
काली मिर्च पाउडर - 1/4 टी स्पून
आइस क्यूब्स - 5-6
नमक - स्वादानुसार
आलूबुखारा शरबत बनाने की विधि- आलूबुखारा का शरबत बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में एक गिलास पानी डालकर उसे मीडियम आंच पर गर्म करने के लिए रख दें।
- जब पानी में उबाल आ जाए तो उसमें आलूबुखारा और चीनी डालकर उबालें। 2 से 3 मिनट आलूबुखारा उबलने दें।
- जब ये मिश्रण गाढ़ा हो जाए तो इसमें काला नमक, काली मिर्ची, चाट मसाला और स्वादानुसार सादा नमक डालकर मिक्स कर दें। इसके बाद इसे ठंडा होने के लिए रख दें।
- जब तक मिश्रण ठंडा हो रहा है तब तक एक गिलास में एकआलूबुखारा काटकर डाल दें।
- इसके बाद उसमें 2-3 आइस क्यूब्स डाल दें।
- जब आलूबुखारा का मिश्रण ठंडा हो जाए तो गिलास में मिश्रण को डाल दें और इसे अच्छी तरह से चम्मच से मिक्स कर दें।
- इस तरह आलूबुखारा का शरबत बनकर तैयार हो गया है।
- आप चाहें तो सर्व करने से पहले कुछ देर के लिए शरबत को फ्रिज में भी रख सकते हैं।
- आलूबुखारा शरबत को किसी भी उम्र के लोग पी सकते हैं। ये सेहत के लिए काफी लाभकारी है।
आलूबुखारा खाने के फायदे
वजन करे कंट्रोलआलूबुखारे के 100 ग्राम में लगभग 46 कैलोरी होती है। अत: इसमें अन्य फलों की तुलना में कैलोरी काफी कम पाई जाती है। इस कारण से यह आपका वजन नियंत्रित करने में भी सहायक होता है।
आंखों की सेहत का रखे ख्यालआलूबुखारे में मौजूद विटामिन-सी आपकी आंखों और त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायक है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। इसके इलावा इसमें Vitamin K एवं Vitamin B 6 भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
दिल का रखे ख्यालयह रक्त का थक्का बनने से रोकता है जिससे ब्लडप्रेशर और हृदय रोगों की संभावना कम होती है। इसके साथ ही अल्जाइमर के खतरे को कम करता है।
ट्यूमर को रोकने में सहायकछिलके के साथ आलूबुखारे का सेवन, ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में सहायक होता है। यह कैंसर और ट्यूमर की सेल्स को बढ़ने से रोकता है।
मजबूत बनाएं हडि्डयांमहिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में आलूबुखारा बेहद सहायक है। रजोनिवृत्ति के उपरांत महिलाएं आलूबुखारे का सेवन करें तो वे स्वयं को ओस्टियोपोरेसिस से बचा सकती हैं।
दिमाग को रखे स्वस्थइसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स आपकी त्वचा के साथ ही दिमाग को भी स्वस्थ रखने में सहायता करते हैं। यह आपके तनाव को कम करने में भी अहम भूमिका निभाता है।
बैड कोलेस्ट्रॉलयह आपके बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और इम्यूनिटी को बढ़ाता है। आलुबुखारे में आयरन की मात्रा होती है जो ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करती है। पोटेशियम होने से शरीर के सेल्स स्ट्रांग बनते हैं और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है।