पारंपरिक व्यंजन है मीठी बूंदी, हनुमानजी को लगाया जाता है भोग, घर में ऐसे तैयार करें यह डिश #Recipe

मीठी बूंदी हमारे यहां का एक पारंपरिक व्यंजन है। घर-परिवार में होने वाले छोटे-मोटे फंक्शन और खास अवसर पर यह मिठाई जरूर बनाई जाती है। पुराने लोगों को तो यह बहुत पंसद आती है। इसकी मिठास कुछ ऐसी है जो सबको अपना बना लेती है। हनुमानजी को भोग के रूप में यह प्रसाद चढ़ाया जाता है। मीठी बूंदी को घर पर बेहद आसानी से तैयार किया जा सकता है। देसी घी में बनी यह मिठाई काफी स्वादिष्ट होती है। इसे बनाने में ज्यादा वक्त नहीं लगता। आपने अगर पहले कभी घर में मीठी बूंदी की रेसिपी को ट्राई नहीं किया है तो हमारी बताई विधि का पालन करें जो मददगार साबित होगी। आपको इसका जायका लेने के लिए हलवाई के जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

सामग्री (Ingredients)

बूंदी के लिए

बेसन – 1 कप
केसरिया रंग (खाने वाला) – 1/4 टी स्पून
बेकिंग सोडा – 1/4 टी स्पून
पानी – जरूरत के मुताबिक
देसी घी – तलने के लिए

चीनी सिरप के लिए

चीनी – डेढ़ कप
केसरिया रंग (खाने वाला) – 1/4 टी स्पून
इलायची – 2
पानी – सवा कप

विधि (Recipe)

- सबसे पहले चीनी सिरप तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करें। इसके लिए एक कड़ाही में 1 कप चीनी डालें।
- इसमें इलायची और डेढ़ कप पानी डालकर गैस पर मीडियम आंच पर गरम करने के लिए रख दें।
- इसे चम्मच की मदद से तब तक चलाते रहें जब तक कि चीनी पूरी तरह से पिघल न जाए।
- इसके बाद सिरप (चाशनी) को 5 मिनट तक उबालें और फिर फूड कलर डालकर अच्छे से मिक्स कर गैस बंद कर दें और अलग रख दें।
- अब बूंदी तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करें। इसके लिए एक बड़े मिक्सिंग बाउलर में बेसन और फूड कलर डालकर अच्छे से मिक्स करें।
- इसके बाद बेसन में तीन चौथाई कप पानी डालकर धीरे-धीरे मिक्स करें।
- इसके बाद बैटर में बेकिंग सोडा डालकर 5 मिनट तक अच्छी तरह से फेंटें और घोल स्मूद बनाएं।
- इसके बाद एक कड़ाही में देसी घी डालकर गरम करें। घी पिघलने के बाद बड़े झरिये की मदद से बेसन घोल से बूंदी बनाते हुए कड़ाही में डालें।
- बूंदी को कड़ाही में डालने के बाद इसे पलटते हुए तब तक तलें जब तक कि इसका रंग सुनहरा भूरा होकर कुरकुरी न हो जाए।
- इसके बाद बूंदी को कड़ाही से निकालकर अतिरिक्त घी कड़ाही में ही निकालें और बूंदी को चाशनी में डालें और पूरी तरह से डुबोकर 1 घंटे के लिए रखें।
- इससे बूंदी अच्छी तरह से चाशनी को अपने अंदर सोख लेगी। अब मीठी बूंदी बनकर तैयार है।