क्या आपके बच्चे की लिखावट है बुरी, इन तरीकों से लाएं इसमें सुधार

कोरोना के इस दौर में बच्चों की ऑनलाइन स्कूल शुरू हैं और ऑफलाइन स्कूल बंद पड़े हैं। ऐसे में बच्चों की लिखने की आदत छूट गई हैं और उनकी लिखावट बुरी हो गई हैं। लिखावट आपके व्यक्तित्व का हिस्सा होती है जो बचपन में ही ठीक हो जाए तो अच्छा हैं अन्यथा यह जीवनभर बुरी ही रहती हैं। ऑफलाइन स्कूल के दौरान टीचर लिखावट पर ध्यान दे देते है। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए कि अपने बच्चों की लिखावट में सुधार लाया जाए। सुंदर लिखावट की वजह से आपका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ तरीके लेकर आए हैं जिन्हें ध्यान में रखकर बच्चे की बुरी लिखावट को सही किया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन तरीकों के बारे में...

सबसे पहले बुरी लिखाई का कारण पता करें

अच्छी लिखाई लिखवाने से पहले आपको यह पता होना चाहिए कि बच्चे की बुरी लिखाई का कारण क्या है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे पेन पर पकड़ मजबूत न होना, ध्यान का न लगना आदि। सबसे पहले उन्हें शांति में एक लेख लिखने को बोलें। उस समय उनकी बुरी लिखाई का कारण ढूंढें कि क्या वह लाइंस से बाहर लिख रहा है या टेढ़े अक्षर लिख रहा है। यह कारण पता करके उनकी लिखाई सुधरवाएं।

पेन की पकड़ मजबूत बनाएं

कई बार पेन पकड़ने का ढंग भी बच्चे की लिखाई बुरी होने का कारण होता है। अगर आपका बच्चा पेन को मजबूती से नहीं पकड़ता है तो इससे भी उसकी लिखाई में काफी खराबी देखने को मिल सकती है। उसे पेन पकड़वाते समय यह सुनिश्चित करवाएं कि वह अंगूठे और पहली दो उंगलियों का प्रयोग जरूर कर रहा हो। साथ ही, ध्यान दें कि वह पेन को ज्यादा ऊपर से भी न पकड़े।

बच्चे के बैठने के ढंग पर भी ध्यान दें

अगर बच्चा अच्छे से बैठ कर लिखता है तो भी उसकी लिखाई अच्छी आने में मदद मिलती है। इसलिए जब भी आपका बच्चा लिखाई करता है तो ध्यान रखें कि उसके पैरों को सही सहारा मिला हुआ हो, उसकी कमर सीधी हो और वह डेस्क पर बिल्कुल सीधा बैठा हो ताकि अच्छे से कॉपी पर लिख सके।

सही पेन का चुनाव करें

आपका बच्चा किस चीज से लिख रहा है यह भी उसकी लिखाई को प्रभावित करता है। अगर बच्चे के पास अच्छा पेन है जिसकी टिप भी काफी शार्प है तो अपनेआप ही उसकी अच्छी लिखाई आएगी, लेकिन अगर वह अपने अनुसार आरामदायक पेन का चुनाव नहीं करता है तो इससे लिखाई खराब आ सकती है।

राइटिंग वर्क शीट का प्रयोग करें

अगर आपके बच्चे की लिखावट बाकी टिप्स के बाद भी अच्छी नहीं आ रही है तो आप बाजार में से उसके लिए काफी सारी वर्क शीट लेकर आ सकते हैं, जिसमें बच्चे की कर्सिव राइटिंग अच्छी बनने में मदद मिलती है। एक तरह से बार-बार अभ्यास के माध्यम से उसकी लिखाई अच्छी करने का प्रयास किया जाता है।