जैसे ही कभी कोई त्यौहार आने वाला होता हैं तो घरों में साफ़-सफाई के साथ साज-सज्जा होने लगती हैं। आने वाले दिनों में होली का पावन पर्व आने वाला हैं। ऐसे में सभी के मन में सवाल आता हैं कि इस बार घर को किस तरह सजाए कि यह आकर्षक दिखे। ऐसे में आप चाहे तो अपने घर को राजस्थानी अंदाज में ढाल सकते हैं। जी हां, राजस्थानी अंदाज में घर को सजा आप अपनी संस्कृति से जुड़ सकते हैं और घर को बेहतरीन लुक दे सकते हैं। तो आइये जानते हैं किस तरह दें अपने घर को राजस्थानी रंग।
चादर व कुशन
मारवाड़ी प्रिंट वाली राजस्थानी चादर बहुत ही कलरफुल होती हैं जिस कारण कमरे की रौनक दोगुनी हो जाती है। इन चादरों के संग कढ़ाई किए गए व मोतियों व शीशे से सजे कुशन बहुत ख़ूबसूरत दिखते हैं।
डोर हैंगिंग
यदि खुद आर्टिस्टिक हैं तो दीवारों पर राजस्थानी औरतों, रेगिस्तान पर चलते ऊंट जैसे कलात्मक चित्र बना सकती हैं। मुख्य द्वार में राजस्थानी रंग लाने के लिए आप कलरफुल डोर हैंगिंग्स का इस्तेमाल कर सकती हैं। ओवर बजट या फिर किसी अन्य परेशानी के कारण यदि वाइट वॉश या पेंट नहीं करवा पा रही हैं तो दीवारों पर वॉल पेपर्स का इस्तेमाल करके उन्हें खूबसूरत लुक दे सकती हैं। घर का मुख्य द्वार केवल सौंदर्य ही नहीं बल्कि वास्तु के अनुसार भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। ऐसा माना जाता है कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश इसी जगह से होता है इसलिए इसकी साज-सज्जा पर आपका ध्यान ज्यादा क्रेंदित होना चाहिए।
राजस्थानी कालीन
पुराने फर्श को नया दिखाने के लिए आप राजस्थानी वर्क वाले कालीन का इस्तेमाल कर सकती हैं। हाथी, मोर, ऊंट व पारंपरिक धरोहर की कलाकृति से सजे ये कालीन घर के नक्शे को पलट कर रख देंगे। इसके अलवा डिफरेंट-डिफरेंट व कलरफुल पैचस वाले कालीन भी काफी सुंदर लगते हैं।
पफ
कपड़े के बने हुए इन पफ पर राजस्थानी मिरर वर्क व ट्रेडिशनल आर्ट की गई होती है। इनके अंदर पुराने कपड़े या प्लास्टिक भर के आप इनका इस्तेमाल घर में बैठने वाली चेयर्स या मूढ़े के रूप में कर सकती हैं। ये काफी उचित मूल्य पर उपलब्ध हो जाते हैं और घर की शोभा बढ़ाते हैं। बच्चों व बड़ों दोनों के पसंदीदा बीन बैग चेयर का पारंपरिक रूप है, राजस्थानी पफ।