सपनों की नगरी मुंबई में हर कोई अपनी चाहत को पूरा करने पहुंचता हैं। हांलाकि कुछ लोग यहां घूमने भी पहुंचते हैं और यहां की मशहूर जगहों का दीदार करते हैं। जो भी पर्यटक घूमने निकलते हैं वे शॉपिंग करना जरूर पसंद करते हैं। खरीददारी के लिए शहर में ऊंची-ऊंची इमारतों में बड़े-बड़े और बेहद ही आलीशान मॉल खुल गए हैं। लेकिन आम आदमी के लिए इन दुकानों में महंगी खरीददारी करना बहुत मुश्किल होता हैं और वो सस्ते बाजार की खोज में रहते हैं। आम आदमी ही नहीं बल्कि अमीर लोग भी सस्ती खरीददारी करना पसंद करते हैं। ऐसे में आज हम आपको मुंबई के कुछ प्रमुख बाजारों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आपको कपड़ों से लेकर जूतों तक सभी चीजें सस्ते में मिल जाएगी। आइये जानते हैं इन बाजारों के बारे में...
कोलाबा कॉसवेछत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से बाहर निकलकर अगर आप गेटवे ऑफ इंडिया की तरफ बस से जाने की बजाय चहलकदमी करते हुए जाएंगे, तो आपकी मुलाकात बेहद खूबसूरत कोलाबा कॉसवे बाजार से होगी। दक्षिन मुंबई में स्थित कोलाबा कॉसवे बाजार में आपको A से लेकर Z तक यानी सब कुछ मिलेगा। शॉपिंग के लिए यहां पैरों के लिए स्टाइलिश जूतों से लेकर पहनने के लिए फैशनेबल कपड़े तक और इसके साथ ही ट्रेंडिंग कॉस्मेटिक्स भी मिल जाएंगी। यहां सिर्फ सामान ही नहीं मिलता बल्कि जिस क्वालिटी का मिलता है, वो न सिर्फ देशी बल्कि विदेशी लोगों को भी अपनी तरफ खींच लेती है।
फैशन स्ट्रीटइस मार्केट में आपको हर चीज का लेटेस्ट कलेक्शन में काफी वैरायटी बेहद सस्ते दामों पर देखने को आसानी से मिल जाएगी। अगर आप खाने-पीने की शौकीन हैं तो इस मार्केट में आपको काफी तरह का स्ट्रीट फूड मिल जाएगा। इसके अलावा आपको यहां इलेक्ट्रॉनिक्स और फर्नीचर की भी काफी वैरायटी देखने को मिलेगी। चाहे तो आप यहां पर थोड़ी बहुत बारगेनिंग भी कर सकती हैं। इस मार्केट में पहुंचने के लिए आप ट्रेन का इस्तेमाल कर सकती हैं। यह मार्केट सी।एस।टी स्टेशन या चर्चगेट स्टेशन से पैदल की दूरी पर मौजूद है। इस मार्केट में खासकर आपको कॉलेज में पढने वाली युवा पीढ़ी देखने को मिल जाएगी। साथ ही यहां आपको काफी टूरिस्ट भी देखने को बेहद आसानी से मिल जाएंगे। हालांकि टूरिस्ट के लिए यह मार्केट बेहद महंगी साबित हो सकती हैं।
हिंदमाता मार्केट अगर आप अलग-अलग तरह के फैब्रिक, साड़ी, ड्रेस मटेरियल और इंडियन वियर की तलाश में हैं, तो सीधे दादर के इस मार्केट में जाएं और आपको वो सब कुछ मिल जाएगा जिसकी आपको तलाश है। ये सबसे बड़े और सबसे पुराने थोक के कपड़े के बाजारों में से एक है। शादी की खरीदारी के लिए एक बढ़िया जगह है। आप अपने बजट के अनुसार यहां खरीदारी कर सकते हैं।
क्रॉफर्ड मार्केटब्रिटिश राज के समय का एक पुरानी शैली का बाजार, थोक उत्पादों का यह केंद्र एक ऐतिहासिक औपनिवेशिक इमारत में स्थित है। स्थानीय लोगों द्वारा इसे सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है, यहां वे पुरानी दुनिया के आकर्षण का अनुभव लेते हैं। इस बाजार से आप किराने का सामान, ताजा उत्पाद, इलेक्ट्रॉनिक्स, पार्टी सजावट और घरेलू सजावट की वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं।
लिंकिंग रोडमुंबई के नामचीन इलाके बांद्रा के पश्चिमी इलाके में स्थित लिंकिंग रोड पर लगने वाला बाजार समूचे मुंबई को अपनी ओर आकर्षित करता है। खासकर शहर के युवाओं को। यहां आने पर बाजार में स्कूल-कॉलजे जाने वाले युवाओं की भीड़ को देखकर आप युवाओं में इस बाजार को लेकर लोकप्रियता के लेवल को आसानी से भांप सकते हैं। लिंकिंग रोड बाजार में आपको हर वो चीज मिलेगी, जो आप खरीदना चाहते हैं। किसी विशेष अवसर पर तो लोग अक्सर यहां कपड़े खरीदने आते हैं। भारतीय पारंपरिक पोशाक और पश्चिम के स्टाइलिश कपड़े दोनों ही आपको आसानी से मिल जाएगा। और जब शॉपिंग करते के बाद भुख लग जाए, तो पेट पूजा का भी यहाँ बहुत बढ़िया इंतजाम है।
चोर बाजारबिना किसी संदेह के, यह 150 साल पुराने इतिहास के साथ भारत का सबसे बड़ा थोक बाजार है और प्राचीन वस्तुएं खरीदने के लिए एक बेहतरीन जगह भी है। जैसा कि नाम से पता चलता है, यह आज भी चोरी के उत्पादों का केंद्र बना हुआ है। आप यहां पुरानी चीजों की जमकर खरीदारी कर सकते हैं। आपको चोरी की कार और कार उत्पाद, स्कूटर के पुर्जे, प्राचीन वस्तुएं, पुराने सामान और कई अन्य पुराने सामान जैसे पुराने मूवी पोस्टर, म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट और भी बहुत कुछ खरीद सकते हैं।
ज़वेरी बाजारमाना सोना बहुत महंगा है, लेकिन सोना खरीदे बिना हमारा मन भी कहा मानता है। अब अगर आप मुंबई में हैं और सोने से बनी कोई ज्वेलरी खरीदना चाहते हैं, तो बिना एक पल गंवाए मुंबई के नामचीन ज़वेरी बाजार आ जाइए। क्योंकि सोना से बने गहने खरीदने के लिए भारत भर में इससे बेहतर दूसरी कोई और जगह हो ही नहीं सकती। ज़वेरी बाजार कितना बड़ा है इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि यहां सोने की 1000 से ज्यादा दुकानें हैं। इन दुकानों में कुछ तो सैकड़ों साल पुरानी भी हैं। भारत में होने वाले सोने के कुल व्यापार का आधा हिस्सा तो ज़वेरी बाजार के हिस्से में ही आता है। अब तो आप समझ ही सकते हैं कि ज़वेरी बाजार में कितने बड़े पैमाने पर सोने की खरीद-फ़रोख़्त होती है।