विदेशों में अनोखे तरीकों से सेलिब्रेट किया जाता हैं क्रिसमस, कहीं शैतान बनते हैं तो कहीं छिपाते हैं झाड़ू

क्रिसमस को आने में अब एक ही दिन बचा हैं। 25 दिसंबर को दुनियाभर में क्रिसमस का फेस्टिवल मनाया जाएगा। कहानियों के अनुसार इस दिन सांता क्लोज आता हैं और गिफ्ट देकर जाता हैं और इसी के अनुसार इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता हैं। लेकिन विदेशों में क्रिसमस को मनाने के कई अनोखे तरीके प्रचलित हैं। जी हां, विदेशों में क्रिसमस से जुड़े कई अजीबोगरीब रीति-रिवाज अपनाए जाते हैं जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।

फिलीपींस

फिलीपींस के सैन फर्नांडो को वहां का क्रिसमस कैपिटल भी कहा जाता है। इस फेस्टिवल को देखने के लिए दुनिया के हर कोने से लोग आते हैं। इस फेस्टिवल में क्रिसमस ईव से पहले आने वाले शनिवार को जायंट लैंटर्न फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। जिसमें हिस्सा लेने के लिए 11 गांव से लोग आते हैं। खास बात यह है कि इस आयोजन में हिस्सा लेने वाले लोगों को सबसे भव्य लैंटर्न बनाना होता है। ये लैंटर्न बेहद क्रिएटिव और अनोखी होती हैं। इनकी लंबाई 6 मीटर तक हो सकती है। इसमें बिजली के बल्ब लगाए जाते हैं जिसे जलाने पर यह लैंटर्न काफी खूबसूरत दिखती है।

ऑस्ट्रिया

यहाँ सेंट निकोलस का एक दुष्‍ट दुश्‍मन है जिसका नाम है क्रैम्पस (Krampus)। कहा जाता है वह सेंट निक के अच्छे स्‍वभाव का ही उलट एक बुरा राक्षस है। ऐसी मान्यता है कि दानव जैसा जिखने वाला प्राणी क्रैम्‍पस, क्रिसमस से पहले बुरे बच्चों को सजा देता है। वहीं शैतान की वेशभूषा में सजे पुरुष सड़कों पर घूमते हैं और वह बुरे बच्चों का अपहरण करने और उन्हें नरक में ले जाने के लिए जंजीर और टोकरी लेकर चलते हैं। इस दौरान यह बच्चों को सड़कों से दूर रखने का एक तरीका है।

स्‍पेन

यहाँ के कैटालोनिया समेत कई इलाकों में एक खास रिवाज है। यहाँ लकड़ी के एक लट्ठे को आधा कंबल से ढक दिया जाता है और बाहर निकले हिस्‍से पर आंखें, नाक और चेहरा बना दिया जाता है। जी हाँ और इसे क्रिसमस से पहले खूब अच्‍छा खाना और ड्राई फ्रूट्स खिलाए जाते हैं। उसके बाद क्रिसमस की शाम घर के लोग इसे लकड़ी के डंडे से पीटते हैं ताकि उसने जो भी खाया हो सब शौच के रास्‍ते बाहर निकल जाए। वहीं इसके बाद कंबल हटाकर सभी अपने अपने गिफ्ट्स उठा लेते हैं। ऐसी मान्यता है कि माता-पिता अपने बच्‍चों के लिए कंबल के अंदर गिफ्ट्स छुपा देते हैं।

यूक्रेन

यहाँ मकड़ी के जालों जैसी सजावट से घर सजाने की भी परंपरा है। कहा जाता है यहां कि एक पुरानी लोककथा है जिसके अनुसार, एक गरीब विधवा के पास अपने बच्चों के लिए क्रिसमस ट्री सजाने के पैसे नहीं थे। ऐसे में घर की मकड़ियों को परिवार पर दया आई और उन्होंने पूरे पेड़ पर सुंदर जाले बिखेर दिए, जिसे बच्चों ने क्रिसमस की सुबह देखा और खुश हो उठे। जी दरअसल यूक्रेनी संस्कृति में मकड़ियों के जाले को भाग्यशाली भी माना जाता है।

पुर्तगाल

पुर्तगाल में लोग क्रिसमस पर खाना खाने के दौरान कई एक्‍स्‍ट्रा प्‍लेटों में भी खाना लगाते हैं। वे ऐसा मानते हैं कि उनके मरे हुए प्रियजन भी इस दिन उनके साथ खाना खाते हैं। यह परंपरा अजीब होने के साथ साथ डरावनी भी है।

चेक गणराज्‍य

क्रिसमस ईव पर, अविवाहित महिलाएं दरवाजे पर पीठ लगाकर खड़ी होती हैं और अपने जूते में से एक को अपने कंधे पर उछालती हैं। यदि यह दरवाजे के सामने पंजे की तरफ गिरता है, तो इसका मतलब है कि उनकी शादी एक साल के भीतर हो जाएगी। यदि यह दरवाजे के सामने एड़ी की तरफ गिरता है, तो इसका अर्थ है कि उन्‍हें शादी के लिए एक साल और इंतजार करना होगा।

नॉर्वे

नॉर्वे में माना जाता है कि क्रिसमस की शाम शैतान जादूगरनियां अपनी जादुई झाडू पर उड़ती हुई अपने शिकार ढ़ूंढती हैं। इसलिए सभी अपने घर की झाड़ू एकदम छुपा कर रखते हैं। माना जाता है कि इस दिन झाडू जिसके घर दिखाई दे जाए, डायन उसी के घर अपना डेरा जमाती है।