मॉनसून का मौसम जारी हैं और इन दिनों में घूमने का अपना अलग ही मजा होता हैं। इन दिनों में ऐसी जगह घूमने जाना चाहिए जहां पानी की मधुर आवाज के साथ प्रकृति के मनमोहक नजारे देखने को मिले। ऐसे में झरने से बेहतरीन जगह कोई हो ही नहीं सकती हैं। ऊंचे पर्वतों और बर्फ के ग्लेशियर से निकलकर समुद्र तक अपना रास्ता बनाने वाले झरने वाकई में बहुत खूबसूरत होते हैं। आज इस कड़ी में हम बात कर रहे हैं उत्तरप्रदेश के खूबसूरत झरनों की। इनकी खूबसूरती देखकर आपका दिल वहां से लौटने का नहीं करेगा। उत्तरप्रदेश के इन झरनों पर घूमने जाना सुख-शांति के साथ सुकून प्रदान करता हैं। आइये जानते हैं उत्तरप्रदेश के इन झरनों के बारे में...
राजदारी और देवदारी वॉटरफॉललगभग 65 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद राजदारी और देवदारी झरने को पूर्वांचल का स्वर्ग कहा जाता है। चंद्रप्रभा वन्यजीव अभयारण्य के बीच मौजूद इस झरने को उत्तर-भारत में मौजूद सबसे बेहतरीन और खूबसूरत झरनों में से एक माना जाता है। बरसात के मौसम में इसका रंगत देखते ही बनता है। आपको बता दें कि राजदारी के ठीक बगल में मौजूद है देवदारी झरना जिसे संयुक्त रूप से राजदारी और देवदारी वॉटरफॉल के नाम से जाना जाता है। ये भी बता दें कि ये उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में मौजूद है और वाराणसी से अधिक दूर भी नहीं है।
लखनिया वॉटरफॉलउत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में अहरौरा के पास स्थित शानदार झरना आपका मन मोह लेगा। वाराणसी शहर की सड़कों पर पड़ने वाला ये झरना लोगों के दिल में बसता है। मॉनसून के मौसम में तो इसकी खूबसूरती दोगुनी हो जाती है। 150 मीटर की ऊंचाई से बहने वाला ये झरना अद्भुत लगता है। इस झरने से आसपास के गांवों में खेतों में सिंचाई की जाती है। ट्रैकिंग के शौकीन लोगों के लिए भी ये जगह एडवेंचर से भरी हुई है। चूंकि झरने का बहाव बहुत तेज होता है इसलिए यहां आने पर सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है। आसपास खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं है इसलिए अपने साथ ही खाने का सामान लेकर आएं। इस जगह पर विशाल पत्थर और घने जंगल हैं।
विंधाम झरनाइस झरने का नाम ब्रिटिश संग्राहक विंधाम के नाम पर पड़ा है। यह अत्यंत सुंदर झरना मिर्जापुर में स्थित है। वाराणसी से 90 किमी दूर स्थित विंधाम झरना आसपास के पर्यटकों के लिए पिकनिकस्पॉट से कम नहीं है। ये पूरी घाटी ही हरियाली से भरी हुई है। नीले रंग के आकाश के नीचे सफेद पानी का झरना और हरी-भरी घास का दृश्य मन को मंत्रमुग्ध कर देता है। इस जगह पर कुकआउटस्पॉट भी है। यहां भीड़ कम होती है लेकिन ये जगह सच में अद्भुत है।
सिद्धनाथ की दारीउत्तर प्रदेश में मौजूद एक और जीवंत और मन को तृप्त करने वाला झरना है 'सिद्धनाथ की दारी'। यूपी के जौगढ़ में मौजूद इस झरने का पानी जब 100 फीट की ऊंचाई से घरातल गिरता है, तो इन मनमोहक दृश्य को देखते ही बनता है। यह एक फेमस पिकनिक की जगह भी है। इस झरने के चारों तरफ मौजूद हरियाली और प्राकृतिक खूबसूरती बेहतरीन और सुगम्य नज़ारे प्रस्तुत करते हैं। आपको बता दें कि इन झरने का नाम सिद्धनाथ बाबा के नाम पर पड़ा है जो यहां प्राचीन समय में साधना करे थे।
मुक्खा फॉलउत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में बेलन नदी पर स्थित मुक्खा फॉल एक मनोरम दृश्य सजोए हुए है। रोबर्ट्सगंज से इसकी दूरी लगभग 50 किलोमीटर है। झरने से थोड़ी दूरी पर ही सलखन फॉसिल पार्क मौजूद है, जो दुनिया का सबसे पुराना जीवाश्म पार्क है। साथ ही इसके आसपास में कई प्राचीन मंदिर मौजूद हैं। यहां पर छुट्टियों के दिनों में भारी संख्या में पर्यटक इसका आनंद लेने आते हैं। इसे पिकनिक जगह के रुप में भी काफी पसंद किया जाता है।
तंडा झरना अगर आप रोज़मर्रा की भागदौड़ भरी और व्यस्त जिंदगी से कुछ समय का ब्रेक लेकर किसी शांतिमय और खूबसूरत जगह पर जाना चाहते हैं तो आपके लिए तंडा झरना सबसे बेहतर रहेगा। तंडा झरने के प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर आपके मन को सुकून का अहसास होगा। दक्षिण में मिर्जापुर से 14 किमी दूर ये झरना बहता है। मॉनसून के मौसम में इस झरने के आसपास कई तरह की वनस्पतियां और जीव देखने को मिलते हैं। झरने के एक दम सामने तंडा बांध बना हुआ है। यहां बैठकर आप आराम से झरने और इसके आसपास के सौंदर्य को निहार सकते हैं।
चूना दरी झरनायूपी में स्थित चूना दरी झरना देखने में बेहद शानदार और प्रसिद्ध है। लगभग 165 फीट की ऊंचाई से गिरने वाला यह झरना बेहद खूबसूरत है। चूनादरी झरना लखियाना दरी झरने के पास ही मौजूद है। लेकिन दोनों झरनों के बीच का रास्ता काफी मुश्किल है। झरने की तलहटी में एक बड़ा सा पत्थर मौजूद है जो आकर्षण का केंद्र है। मानसून में इस झरने का रंगत देखते ही बनता है। चूना दरी झरना की खूबसूरती का आनंद आप झरने के निचले स्तर स्तर से या ऊपरी स्तर से ले सकते हैं।