हमारे भारत में पुराने समय में राजा-महाराजा का समय था और वे अपनी आवश्कतानुसार और सुविधा के अनुसार किलों का निर्माण करवाते थे। वैसे तो किलों के लिए राजस्थान को विशेष स्थान दिया गया हैं, लेकिन मुंबई भी इसमें पीछे नहीं हैं। जी हाँ, मुंबई में भी कई प्रसिद्द एतिहासिक किले हैं जो अपनी विशेषता के लिए जाने जाते हैं। तो आइये आज हम आपको बताते हैं मुंबई के उन प्रसिद्द एतिहासिक किलों के बारे में, जहाँ आपको जरूर जाना चाहिए।
* बाम्बे फोर्टमुंबई के किलों में एक बेहद महत्वपूर्ण किला था बॉम्बे फोर्ट। आज जिस इलाके को फोर्ट के नाम से जाना जाता है वह एक जमाने में सचमुच का किला था। ऊंची दीवारों से घिरा हुआ एक नियोजित शहर, जिसे बॉम्बे कैसल के नाम से जाना जाता था। इस किले का निर्माण पुर्गालियों ने शुरू किया था। अंग्रजों के कब्जा करने के बाद इसे गवर्नमैंट हाउस बना दिया गया।
* केलवा किलामुंबई में आप केलवा किला भी देख सकते हैं। इस किले का निर्माण 16वीं शताब्दी में पुर्तगालियों द्वारा किया गया था। इस किले को शिवाजी कक्षा संबंधी कार्यों के लिए इस्तेमाल किया करते थे। इतिहास, कला और वास्तुकला के मामले में यह किला बेहद खूबसूरत है।
* पालघर का सफरअगर आप ऊंची-ऊंची समुद्री लहरों को उठते हुए देखना चाहते हैं तो पालघर में जा सकते हैं। ठाणे जिले में स्थित पालघर एक बेहद खूबसूरत हॉलीडे डेस्टिनेशन है। यहां ऐतिहासिक और धार्मिक किलों की भरमार है।
* सिंधुदुर्ग किलामुंबई से 400 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस किले को समुद्र के बीचो-बीच बनाया गया है। इस किले का निर्माण शिवाजी ने करवाया था। अपनी खूबसूरती और वास्तुकला के कारण यह टूरिस्ट को अपनी तरफ आकर्षित करता है।
* वसई के किलेमुंबई के वसई गांव के पास स्थित है ऐतिहासिक वसई किला। उल्लास नदी के किनारे बने इस किले से आप पश्चिमी समुद्र तट साफ देख सकते हैं। बंदगाह के रूप में भी इस्तेमाल होने वाले इस किले को राजाओं ने समुद्री रास्ते पर नजर रखने के लिए ही बनाया था।
* सायन मुंबई किलावैसे तो मुंबई के सबी किले बंदरगाह के पास बने है लेकिन इस किले को शहर के अंदर बनाया गया था लेकिन यह अब पूरी तरह खंडहर में बदल चुका है।