परिवार संग कर सकते हैं महाराष्ट्र के इन प्रसिद्द धार्मिक स्थलों के दर्शन, मिलेगी आत्मिक खुशी

जब भी कभी परिवार संग घूमने की बात आती हैं तो सबसे ज्यादा पसंद ऐसे स्थान किए जाते हैं जो आध्यात्मिक महत्व रखते हो। परिवार में बुजुर्ग तो इन स्थानों से खुश होते ही हैं बल्कि बच्चों में भी धार्मिक दृष्टिकोण उत्पन्न करने में मदद मिलती हैं। अगर आप भी घूमने का प्लान बना रहे हैं तो महाराष्ट्र के प्रसिद्द धार्मिक स्थलों के दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको महाराष्ट्र के प्रसिद्द धार्मिक स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां घूमकर आपको आत्मिक खुशी मिलेगी और आप अपने परिवार के साथ घूमने आ सकते है और विराजित देवता का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते है।

साईं बाबा संस्थान मंदिर शिरडी

शिरडी भारत महाराष्ट्र राज्य का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जो नासिक के पास स्थित है। यह “साईं की भूमि” के नाम से प्रसिद्ध है। शिरडी महान संत साईं बाबा का घर है जहाँ पर प्रसिद्ध साईं बाबा मंदिर और कुछ ऐतिहासिक स्थलों के अलावा विभिन्न मंदिर बने हुए हैं। श्री साईं बाबा को समर्पित श्री साईं बाबा संस्थान मंदिर महाराष्ट्र के सबसे प्रसिद्ध मंदिर में से एक है। इस मंदिर में साईं बाबा को भगवान के रूप में पूजा जाता है और उनके सभी भक्तों के लिए एक पवित्र स्थान माना जाता है। यह मंदिर दुनिया भर से आने वाले भक्तों के लिए एक बहुत ही खास जगह है। आपको बता दें कि साईं बाबा मंदिर में हर दिन औसतन 25,000 भक्त दर्शन के लिए आते हैं जबकि त्योहारों और खास अवसरों में यहां प्रति दिन 1,00,000 भक्तों की संख्या बढ़ जाती है। महाराष्ट्र के प्रमुख मंदिर और तीर्थ स्थल सर्च करने वाले पर्यटकों और तीर्थ यात्रियों के लिए साईं बाबा मंदिर आदर्श स्थान है जहाँ आप अपने परिवार के साथ साईं बाबा के दर्शन और यात्रा के लिए आ सकते है।

गणपतिपुले

महाराष्ट्र में कोंकण के तट पर स्थित गणपतिपुले का खूबसूरत पवित्र शहर है जो मुंबई से लगभग 345 किमी दूर है और रत्नागिरी शहर के करीब स्थित है। महाराष्ट्र के प्रसिद्ध तीर्थ स्थान में से एक गणपतिपुले अपने 400 साल पुराने गणपति मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। आकर्षक मंदिर समुद्र तट पर स्थित है और माना जाता है की मंदिर में स्थापित भगवान गणेश जी की मूर्ति स्वयं प्रकट हुई थी जिस वजह से भक्तो की श्रद्धा और अधिक बढ़ गयी है और हर दिन बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु भगवान गणेश के दर्शन के लिए आते है। गणपतिपुले निश्चित रूप से महाराष्ट्र के लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। आप मंदिर जाने के लिए न केवल एक अच्छी यात्रा कर सकते हैं, बल्कि अपने परिवार के साथ गणपतिपुले के शांत वातावरण में समय व्यतीत भी कर सकते हैं।

त्र्यंबकेश्वर मंदिर नासिक

महाराष्ट्र के ऐतिहासिक मंदिर में शामिल त्र्यंबकेश्वर मंदिर नासिक जिले में त्र्यंबकेश्वर तहसील के त्र्यंबक नगर में स्थित एक प्राचीन हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और भारत में स्थित बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग नाशिक के परिसर में एक कुंड (पवित्र तालाब) कुशावर्त, प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी गोदावरी का स्रोत है। यह मंदिर ब्रह्मगिरि पहाड़ियों के तल पर स्थित है। ज्योतिर्लिंग की विशेषता यह है कि इसमें भगवान ब्रह्मा, विष्णु और भगवान रुद्र के प्रतीक तीन चेहरे समाहित हैं। यह मंदिर नासिक शहर से 28 किमी दूर है। प्राचीन काल से ही यह मंदिर काफी लोकप्रिय है जिसके कारण यहां दूर दूर से भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर औरंगाबाद

महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित एलोरा गुफा के अन्दर स्थित, घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर महाराष्ट्र के प्रमुख शिव मंदिर में से एक है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर भारत में स्थापित 12 ज्योतिर्लिंग मंदिर में से एक है। साथ ही यह मंदिर यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल हैं इसीलिए मंदिर का ऐतिहासिक महत्व भी काफी जाड्या है। घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग की यात्रा के दौरान पर्यटकों को एक परमसुख की अनुभूति होती हैं। इस मंदिर के देवता भगवान शिव को कुसुमेश्वर, घुश्मेश्वर, घ्रुष्मेस्वर और घृष्णेश्वर जैसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। आज मंदिर में एक गर्भगृह, एक अंतराल और एक सभा मंडप है। महाशिवरात्रि घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में मनाया जाने वाला सबसे प्रमुख त्यौहार है जिसमे देश भर से हजारों श्रद्धालु शामिल होते है।

शनि शिंगनापुर

अहमदनगर जिले में स्थित शनि शिगनापुर मंदिर एक शानदार और अनूठा स्थान है जो जादुई और शक्तिशाली भगवान शनि के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर में एक काले पत्थर है जिसमें शनी भगवान का निवास माना जाता है। शनि ग्रह के प्रतीक शनि देव को को स्वयंभू के रूप में जाना जाता है। आपको बता दें महाराष्ट्र के प्रसिद्ध मंदिर में से एक माने जाने वाले इस मंदिर में कोई वास्तुशिल्प सुंदरता नहीं है, लेकिन इसके बाद भी भगवान की आध्यात्मिक आभा के साथ यह साधारण सा कला पत्थर हर साल भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है। शायद आपके लिए यकीन करना थोडा मुश्किल हो लेकिन शनि शिगनापुर मंदिर के प्रति लोगों का विश्वास इतना मजबूत है कि यहां गाँव के किसी भी घर में दरवाजे और ताले का इस्तेमाल नहीं करता। यहां के लोगों का मानना है कि भगवान शनि चोरों से उनके सामान की रक्षा करते हैं।

यामाई देवी मंदिर औंध

यामाई देवी को समर्पित यामाई देवी मंदिर महाराष्ट्र में सतारा जिले औंध के केंद्र में एक पहाड़ी के उपर स्थित एक और प्रसिद्ध मंदिर है। आप जब भी महाराष्ट्र के प्रसिद्ध मंदिर की यात्रा में यामाई देवी मंदिर आयेंगें तो त्रिशूल, बाण, गदा और पान पत्र से सजी यमई देवी की मूर्ति के दर्शन कर सकेगें। मंदिर के शीर्ष पर विभिन्न हिंदू देवताओं के चित्र और मूर्तियाँ भी हैं जिनके दर्शन आप कर सकेगें। इसके अलावा पहाड़ी की चोटी पर स्थित होने की वजह से मंदिर से घाटी के खूबसूरत नजारों को भी देखा जा सकता है जो इसके आकर्षण में चार चाँद लगाने का कार्य करते है।

सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई

सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई और महाराष्ट्र के सबसे लोकप्रिय मंदिर में से एक है। बता दे भगवान गणेश जी को समर्पित इस मंदिर को भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक भी माना जाता है। इस मंदिर की दुनिया भर में अपनी एक अलग पहचान है जिसकी वजह से देश-विदेश से लोग श्री गणेश भगवान के दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर में भगवान गणेश की एक मूर्ति स्थापित है जिसके पीछे एक बहुत खास कहानी है। इस मंदिर का नाम सिद्दिविनायक इसलिए पड़ा क्योंकि इस मंदिर में गणेश जी की मूर्ति की सूड दाई ओर मुड़ी होती हैं और सिद्धि पीठ से जुड़ी है। इस मंदिर में आने वाले भक्तों को गणेश के ऊपर अटूट विश्वास होता है उनका मानना है कि भगवान उनकी मनोकामना पूरी करेंगे। इसीलिए आपको भी अपने जीवन में एक बार सिद्धिविनायक के दर्शन के लिए मुंबई जरूर आना चाहिये।