पुणे से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित है भगवान शिव का यह अनोखा मंदिर नाम है 'मोटेश्वर महादेव'

सावन का महिना चल रहा है। इस मौसम में लोगो को घूमना बहुत ही पसंद होता है, सावन के महीने में घूमने की दो वजह होती है एक सुहाने मौसम का मज़ा लेना और साथ ही भोले बाबा के दर्शन भी करने है। इन दिनों शिव मन्दिरों में भक्तो की भीड़ लगी हुई है। हर तरफ बम बम भोले के जयकारे लग रहे है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे ही मन्दिर के बारे बतायेंगे जो की अपनी विशेषता लिए हुए है और वह है भीमा शंकर शिव मन्दिर जो कि महाराष्ट्र में पुणे शहर के शिराधन गावं में स्थित है। तो आइये जानते है इस बारे में.....

* भीमा शंकर मन्दिर स्थापत्य

प्रसिद्ध धार्मिक केंद्र भीमाशंकर मंदिर महाराष्ट्र में पुणे से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित सह्याद्रि नामक पर्वत पर है। यह स्थान नासिक से लगभग 120 मील दूर है। यह मंदिर भारत में पाए जाने वाले बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। 3,250 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर का शिवलिंग काफी मोटा है। इसलिए इसे मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है। पुराणों में ऐसी मान्यता है कि जो भक्त श्रद्वा से इस मंदिर के प्रतिदिन सुबह सूर्य निकलने के बाद 12 ज्योतिर्लिगों का नाम जापते हुए इस मंदिर के दर्शन करता है, उसके सात जन्मों के पाप दूर होते हैं तथा उसके लिए स्वर्ग के मार्ग खुल जाते हैं।


* मन्दिर की सरंचना

भीमाशंकर मंदिर नागर शैली की वास्तुकला से बनी एक प्राचीन और नई संरचनाओं का समिश्रण है। इस मंदिर से प्राचीन विश्वकर्मा वास्तुशिल्पियों की कौशल श्रेष्ठता का पता चलता है। इस सुंदर मंदिर का शिखर नाना फड़नवीस द्वारा 18वीं सदी में बनाया गया था। कहा जाता है कि महान मराठा शासक शिवाजी ने इस मंदिर की पूजा के लिए कई तरह की सुविधाएं प्रदान की।

* मन्दिर जाने का समय

इस मन्दिर के दर्शन करने का सही समय अगस्त का महिना है क्यूंकि सावन के महीने में यहाँ पर मेला लगता हैऔर साथ ही शिव जी को नये वस्त्रो से सज्जित किया जाता है। इस महीने में दर्शन करने से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते है।