भारत के केंद्र में स्थित है उत्तर प्रदेश, जानें यहां के मशहूर पर्यटन स्थल

जब भी देश के सबसे बड़े राज्य की बात की जाती हैं तो उत्तरप्रदेश का नाम सामने आता हैं जो जनसंख्या के लिहाज से सबसे बड़ा प्रदेश हैं। विशालकाय उत्तरप्रदेश को पर्यटन के लिहाज से भी बहुत अच्छा माना जाता हैं जहां कई दार्शनिक स्थलों के साथ ही घूमने के लिए कई पर्यटन स्थल हैं। यहां देशी-विदेशी सैलानियों का आना-जाना लगा रहता है। यदि आप उत्तर भारत की संस्कृति से रूबरू होना चाहते हैं तो उत्तर प्रदेश राज्य का दौरा करना बाकई दिलचस्प हो सकता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उत्तर प्रदेश के कुछ मशहूर पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां के नजारे मन को सुकून देने वाले हैं। तो आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...

ताज महल

ताजमहल दुनिया का सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जो मुगलकालीन कला का एक अद्भुत नमूना है। आगरा आने वाले प्रत्येक पर्यटक सबसे पहले ताजमहल की खूबसूरती को देखना पसंद करते हैं। ताजमहल का निर्माण मुगल बादशाह शहजान ने अपनी खूबसूरत और प्यारी पत्नी ममताज महल की याद में किया था। इस गौरवशाली स्मारक को एक खूबसूरत प्रेम का प्रतिक माना जाता है। यह सफ़ेद रंग के संगमरमर का उपयोग करके बनाया गया एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला खूबसूरत स्मारक है जो विशेष रूप से इस इमारत को एक अलग रूप प्रदान करता है।

बुलंद दरवाजा

ताज के अलावा आगरा में मुगल गार्डन भी देख सकते हैं। आगरा में ही फतेहपुर सीकरी स्थित है। इस शहर का निर्माण सूफी संत सलीम चिश्ती के सम्मान में अकबर ने कराया था। यहां स्थित बुलंद दरवाजे की खासियत है कि यह भारत का सबसे बड़ा दरवाजा है। बुलंद दरवाजे की ऊंचाई 54 मीटर है।

वाराणसी पर्यटन

वाराणसी धार्मिक स्थलों में शामिल देश की प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। दिल्ली से वाराणसी के लिए रेलवे की वंदे भारत एक्सप्रेस चलती है जो 8 घंटे में आपको इस खूबसूरत शहर में पहुंचा देगी। यहां घूमने के लिए प्रयाग घाट, अस्सी घाट, मणिकर्णिका घाट है। वाराणसी जाएं तो हर शाम होने वाली आरती में भी शामिल हों।

बड़ा इमामबाड़ा

बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ में स्तिथ एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों है। यह ईमारत वास्तुकला का अद्भुत उदहारण है। इस बिश्व प्रसिद्ध स्मारक का निर्माण लखनऊ के नवाब आसफ-उद-दौला ने 1758 में करवाया था जिसे आसिफ इमामबाड़ा भी कहा जाता है। यह ईमारत बहार से एक किले की तरह दिखाई देती है। इस ईमारत के ऊपरी भाग में भूलभुलैया बानी है और इस भूलभुलैया में 409 दरवाजारोहित गलियारी हैं। यह जगह लखनऊ में घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक है।

वृंदावन

उत्तर प्रदेश का दर्शनीय स्थल वृंदावन हिंदू धर्मं से सम्बंधित एक धार्मिक स्थल हैं जोकि भक्तों के बीच अत्यधिक धार्मिक महत्व रखता हैं। वृंदावन धाम एक ऐसी हैं जहां भगवान श्री कृष्ण के भक्तो का मेला लगा रहता हैं। वृंदावन धाम दर्जनों मंदिर बने हुए जिनमे से कुछ पुराने तो कुछ नए हैं। वृंदावन के सभी मंदिरों की अपनी एक अलग कहानी सुनने में आती हैं। मंदिरों में होने वाली पूजा अर्चना भक्तो के मन को शांति का एहसास कराती हैं।

प्रयागराज पर्यटन

संगम नगरी प्रयागराज भी घूमने के लिए बेस्ट जगह है। यहां दो नदियों का संगम होता है। यमुना और गंगा के संगम की यह स्थली हिंदुओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण धार्मिक जगह है। जनवरी से मार्च के बीच इलाहाबाद में संगम को घूमने का बेहतर समय होता है। इसी शहर में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का घर भी है, जिसको आप देख सकते हैं।

अयोध्या

अयोध्या उत्तर प्रदेश का एक मशहूर शहर हैं जोकि पर्यटकों को अपनी ओर खीचता है। अयोध्या नगरी भगवान श्री राम की जन्म भूमि के रूप में जाना जाता हैं। राम जन्म भूमि अयोध्या वर्तमान समय में भारत का सबसे विवादस्पद मुददा बन चुका हैं जोकि लम्बे से समय चला आ रहा हैं। अयोध्या राम मंदिर विवाद पर सभी राजनैतिक दलों द्वारा राजनीती की जा रही हैं। इसके अलावा अयोध्या अपने धार्मिक मंदिरों ऐतिहासिक स्थलों के लिए उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक घूमी जाने वाली जगहों में शामिल हैं।

कतर्निया घाट

यूपी में अगर आप प्रकृति की खूबसूरती का लुफ्त लेना चाहते हैं तो बहराइच जिले में स्थित कतर्निया वन्यजीव अभयारण्य जा सकते हैं। यह दुधवा टाइगर रिजर्व से जुड़ा है, जहां आपको घने जंगल के बीच चीता देखने को भी मिल सकता है। यहां कई जानवर आपको देखने को मिल जाएंगे। कतर्निया घाट पर करीब 30 टाइगर, हाथी, गैंडे, गिद्ध, अजगर और कई दुर्लभ सांप दिख सकते हैं।

इलाहाबाद

गंगा, यमुना और सरस्वती नदी के संगम पर बसा इलाहाबाद एक प्राचीन नगर है। यह शहर भारत का सबसे धार्मिक और पवित्र शहरों में से एक है जिसे प्रयागराज नाम से भी जाना जाता है। यह शहर उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा शहर है जो अपनी प्राचीन इतिहास और कई पौराणिक कथाओं के लिए प्रसिद्ध है। पर्यटन की दृष्टि से इस शहर को एक महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। इस पवित्र शहर में दुनिया का सबसे बड़ा कुम्भ मेला का आयोजन किया जाता है साथ ही यह शहर गंगा, यमुना और सरस्वती नदी के संगम का बिंदु है।