देश की विभिन्न दिशाओं में स्थित हैं ये जगहें, घूमने के लिए करें इनका चुनाव

अगर आप बार-बार एक ही एक जगह जाकर संतुष्ट हो गए हैं, जिनके बारे में सैकड़ों मर्तबा आपने देखा और सुना है, तो हम आपको बता दें कि आज भी हज़ारों रास्ते ऐसे हैं, जिन्हें इंतज़ार है आपके क़दमों का। जो आपकी नज़र को एक नई दिशा दे सकते हैं और मन को एक नई संतुष्टि।, तो आइए, बताते हैं ऐसे ही अनदेखे, अनजाने सफ़र के बारे में जिसके रास्ते भी नए हैं और नज़ारे भी और खोजते हैं कुछ नई दिशाएं।

पूर्व में मधुबनी (बिहार)

बिहार में दरभंगा मंडल के अंतर्गत एक शहर है मधुबनी, जिसने अपने नाम के अनुरूप ही अपने भीतर कला और संस्कृति का मधुवन बसाया हुआ है। मिथिला संस्कृति का द्विध्रुव माने जाने वाले इस शहर में यूं तो मैथिली और हिंदी बोली जाती है, लेकिन इसके पास रंगों की एक और भाषा भी है। जिसके सहारे यह आने वालों के मन पर कभी न भूली जा सकने वाली यादों की इबारत लिखता है। मधुबनी को मिथिला पेंटिंग और मखाना के पैदावार की वजह से विश्वभर में जाना जाता है।

केंद्र में धार (मध्यप्रदेश)
उत्तर में मालवा, मध्य क्षेत्र में विंध्यांचल रेंज और दक्षिण में नर्मदा घाटी। पश्चिमी मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में स्थित धार ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण है। मध्यकाल में परमार वंश के राजा भोज द्वारा बसाए इस शहर में दूर-दूर तक पहाड़ियों, झीलों, हरे-भरे दरख़्तों की छांव नज़र आती है और नज़र आते हैं।
पश्चिम में विराट नगर (राजस्थान)
-कई जगह बैराठ के नाम से प्रसिद्ध विराटनगर राजस्थान के जयपुर ज़िले में बसा है। चारों ओर से पहाड़ियों से घिरी इस मत्स्य राज की राजधानी में पुरातात्विक अवशेषों का भंडार है। पौराणिक कहानियों के इतर भी यहां देखने के लिए बहुत कुछ है जैसे पुरा शक्तिपीठ, गुहा चित्रों के अवशेष, बौद्ध मठों के भग्नावशेष, अशोक का शिलालेख और मुग़लकालीन भवन, बीजक पहाड़ी, 27 लकड़ी के खंभों वाला बौद्ध मंदिर, प्राचीन कुंड, श्री केशवराय का मंदिर, थोड़ा दाएं-बाएं बढ़ जाएं तो सरिस्का टाइगर रिज़र्व, भर्तृहरी का तपोवन, भैरुबाबा का मंदिर, पाण्डुपोल नाल्देश्वर, सिलिसेढ़ आदि। यहां अकबर की छतरी भी है।

उत्तर में चौकोरी (उत्तराखंड)
पिथौरागढ़ जिले में स्थित चौकोरी ऐसा अनदेखा, अनसुना-सा हिल स्टेशन है, जिसके दामन में पसरा सुकून किसी भी मायने में शिमला, मसूरी से कम नहीं। पश्चिम में हिमालय की पर्वतश्रृंखला, उत्तर में तिब्बत और दक्षिण में तराई से घिरे चौकोरी में देवदार, बांज और रोडोडेंड्रॉन के जंगल हैं। मक्का के आकर्षक खेत हैं। फलों के बाग़ हैं।

दक्षिण में अदोनी (आंध्रप्रदेश)
हैदराबाद के दक्षिण-पश्चिम में चेन्नई-मुंबई रेलमार्ग पर बसा दक्षिण भारत का एक ख़ूबसूरत शहर है अदोनी।समय के प्रवाह में जिस ख़ूबसूरती से इसने अपनी पुरातन गंध को बचाए रखा है, वह दर्शनीय है। उम्दा कारीगरी वाले सूती कालीनों के चटख रंगों से सजी शहर की सड़कों पर चलते हुए, 1680 में बनवाई गई भव्य मस्ज़िद और बाराखिला के शिखर पर रखे अद्भुत शिलातोप को देखना भी एक अलग अनुभव देता है।