जोधपुर का मुख्य आकर्षण बनता हैं उम्मेद भवन पैलेस, जानें इससे जुड़े ये रोचक तथ्य

भारत का सबसे बड़ा और विविधताओ से भरा राज्य राजस्थान अपने शाही वातावरण, भौगोलिक परिवेश, सुंदर महलो और किलो के लिए पूरे विश्वभर में प्रसिद्ध है। राजस्थान में घूमने लायक कई पर्यटन स्थलों में से एक हैं जोधपुर जहां देश-विदेश से कई सैलानी पहुंचते हैं। जोधपुर में कई चीजें हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं, जिनमें से एक हैं उम्मेद भवन पैलेस। यह मध्य काल में निर्मित एक बेहद ही शानदार और खूबसूरत महल है। इसकी बेहतरीन संरचना और वास्तुकला को देखकर हर कोई इसे निहारने पर मजबूर हो जाता हैं। ऐसे में आज हम आपको उम्मेद भवन पैलेस से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं जो इसके आकर्षण को और बढ़ाएंगे। आइये जानते हैं इसके बारे में...

उम्मेद भवन पैलेस का इतिहास

इस विश्व प्रसिद्ध महल के निर्माण का इतिहास एक संत के श्राप से जुड़ा है, जिसने क्रोध में आकर यहाँ के राठौड़ वंश को अकाल और महामारी का श्राप दे दिया था जिसके बाद 1920 के दशक में जोधपुर को लगातार तीन वर्षों तक अकाल का सामना करना पड़ा था। अकाल के कारण स्थानीय लोगो ने तत्कालीन राजा उम्मेद सिंह से रोजगार प्रदान करने का आग्रह किया जिसके बाद राजा ने एक भव्य महल का निर्माण करने का फैसला किया जिसकी योजना तैयार करने के लिए उन्होंने प्रसिद्ध वास्तुकार हेनरी वॉन लंचस्टर को बुलाया और इसका कार्यभार सौंप दिया था। जिसके बाद इस महल का निर्माण वर्ष 1928 ई। में शुरू किया और इसे बहुत धीमी गति से बनाया जाने लगा क्यूंकि इससे स्थानीय लोगो को अकाल से निपटने का अवसर मिल रहा था, वर्ष 1943 ई। में अकाल के समाप्त होने के बाद यह महल भी बनकर तैयार हो गया था। एक अनुमान के तहत इस भवन के निर्माण में लगभग 11 मिलियन रूपये की लागत लगी थी।

उम्मेद भवन पैलेस की वास्तुकला


इस महल के वास्तुकला के बारे में कहा जाता है कि वास्तुकार हेनरी वॉन लानचेस्टर को इस महल की डिज़ाइन का काम दिया गया था। बलुआ पत्थर और संगमरमर से तैयार यह महल मध्यकाल की एक अद्भुत कला है। इस पैलेस में तकरीबन 347 कमरे, एक बहुत बड़ा हॉल और आंगन बना हुआ है। इस उम्मेद भवन पैलेस का निर्माण सुनहरे पीले रंग के बलुआ पत्थर और संगमरमर के साथ-साथ कई जंगली लकड़ियों का उपयोग करके बनाया गया है। इस उम्मेद भवन पैलेस परिसर में कई निजी डायनिंग हॉल, बॉल रूम, पुस्तकालय, टेनिस कोर्ट के साथ-साथ स्विमिंग पूल इसी तरह के और भी कई विभाग बने हुए हैं।

वर्तमान में पैलेस

कहा जाता कि उम्मेद भवन पैलेस मौजूदा समय में तीन हिस्सों में विभाजित है। पहला-रॉयल निवास, दूसरा-उम्मेद भवन पैलेस म्यूजियम और तीसरा-उम्मेद भवन पैलेस होटल। रॉयल निवास को शाही परिवार का घर माना जाता है। कहा जाता है कि यहां किसी भी आम आदमी को जाने की अनुमति नहीं है। उम्मेद भवन पैलेस म्यूजियम में मध्यकाल के कई तस्वीरों, स्मृति चिन्ह, तलवार, बर्तन आदि को रखा गया है। उम्मेद भवन पैलेस होटल-कहा जाता है इस महल के एक हिस्सों को साल 1971 में होटल में तब्दील कर दिया गया, जिसमें लगभग 70 से अधिक कमरे हैं।

रॉयल निवास

शाही निवास की बात करे तो दुनिया के सबसे बड़े निजी आवासों में शामिल उम्मेद पैलेस जोधपुर के राजा गज सिंह और उसके शाही परिवार का घर है। केंद्रीय गुंबद में एक नीलम आंतरिक गुंबद है। आंतरिक गुंबददार गुंबद महल में एक प्रमुख आकर्षण है। भीतरी गुंबद 31 मीटर की ऊंचाई पर और बाहरी गुंबद 13 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ महल का प्रवेश में शाही परिवार के हथियारों के कोट की सजावट है। और एक पॉलिश काले ग्रेनाइट फर्श वाली लॉबी में खुलता है। लाउंज विस्तार में गुलाबी बलुआ पत्थर और संगमरमर के फर्श हैं।

उम्मेद भवन पैलेस म्यूजियम

उम्मेद भवन पैलेस संग्रहालय को विजिट करने के उपरांत आप यहां पर पौराणिक समय के कई सारी वस्तु, कलाकृति के साथ-साथ और भी चीजों का संग्रह देख सकते हैं। आप यहां पर जाने के उपरांत पुराने समय के उपयोग में लाई जाने वाली कांच के बर्तन, चीनी मिट्टी के बर्तन, कई अलग-अलग प्रकार की घड़ी का के संग्रह के साथ-साथ यहां पर कई पौराणिक समय के खूबसूरत गाड़ियों के भी संग्रह को देख सकते हैं जो कि वर्तमान समय में एक कांच के अंदर चमचमाती हुई दिखती है।

उम्मेद भवन पैलेस होटल


इस होटल के कमरे हरे-भरे बगीचों का शानदार नजारा पेश करते हुए आपको रॉयल परिवार का अहसास करवाते है। मेहमानों को होटल परिसर के भीतर कई उच्च श्रेणी की सुविधाएं दी जाती हैं। होटल में एक अद्भुत इन-हाउस रेस्तरां है जो शानदार कॉन्टिनेंटल और भारतीय फ्यूजन व्यंजन पेश करता है। जीवा ग्रांडे स्पा में आप बॉडी स्क्रब और रैप्स, आयुर्वेदिक उपचार, योग और ध्यान, सौंदर्य उपचार और स्पा करवा सकते हैं। यहां उपलब्ध दूसरी सुविधाओं में कुछ मजेदार आउटडोर, इनडोर, किडी पूल, फिटनेस सेंटर, बिलियर्ड्स, पूल टेबल, क्रोकेट सुविधाएं, सीमेंटेड टेनिस कोर्ट, मार्बल स्क्वैश कोर्ट, गोल्फ, पोलो और घुड़सवारी शामिल हैं। 24 घंटे ऑन-कॉल डॉक्टर और नर्स और विकलांगों के लिए सुविधाएं है। होटल के कमरों की कीमत करीब 22,000 रुपए प्रति रात है। उसके लिए पर्यटक बुकिंग कर सकते हैं।

उम्मेद भवन पैलेस का समय और शुल्क

उम्मेद पैलेस को विजिट करने के बारे में बात करें तो यह उम्मेद भवन पैलेस पर्यटक के लिए सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है। इसी समय आप इस उम्मेद भवन पैलेस को विजिट कर सकते हैं। पैलेस को विजिट करने के दौरान लगने वाले प्रवेश शुल्क के बारे में बात करें, तो अगर आप एक भारतीय हैं तो आपको प्रवेश शुल्क के रूप में 30 रूपये देने होंगे। अगर आपके साथ कोई छोटा बच्चा है तो उसके लिए प्रवेश शुल्क के रूप में 10 रूपये का चार्ज देना होगा। वहीं अगर आप एक विदेशी पर्यटक है, तो यहां पर आपको प्रवेश शुल्क के रूप में 100 रूपये देने होंगे।

उम्मेद भवन पैलेस कैसे पहुंचे?


उम्मेद भवन पैलेस जोधपुर जाने के लिए आप हवाई, ट्रेन या सड़क मार्ग से यात्रा करके पहुंच सकतें है। जोधपुर के हर हिस्से से सरकारी बसें और लग्जरी और प्राइवेट बसें चलती रहती हैं। टैक्सी और ऑटोरिक्शा से स्थानीय यात्रा करने का सबसे सुविधाजनक तरीका है। मुख्य बस स्टैंड उम्मेद भवन पैलेस से 3 किमी दूर है। उम्मेद भवन पैलेस का निकटतम हवाई अड्डा अपना घरेलू हवाई अड्डा है। जो उम्मेद भवन पैलेस से 04 किमी दूर है। जोधपुर राजस्थान का प्रमुख शहर है जो रेल के नेटवर्क से भारत के बड़े शहर जयपुर, दिल्ली, कोलकाता, इंदौर, मुंबई और कोटा से ट्रेनों से जुड़ा है।