कर रहे हैं राजधानी दिल्ली के आसपास ट्रेकिंग स्थल की तलाश, बेहतरीन साबित होंगे ये ऑप्शन

घूमना-फिरना सभी को पसंद होता हैं और जैसे ही कभी छुट्टियां मिलती हैं तो लोग घूमने के लिए निकल भी जाते हैं। लम्बे वेकेशन नहीं मिल पाते हैं तो लोग वीकेंड को किसी आसपास की जगह घूमने का प्लान बना लेते हैं। ऑफिस के काम की बोरियत सभी को परेशान कर देती हैं जिससे छुटकारा पाने के लिए घूमने जाना एक बेहतरीन विकल्प हैं। अगर आप राजधानी दिल्ली में और वीकेंड पर कहीं बाहर जाकर ट्रेकिंग करने जाने की सोच रहे हैं तो हम आपके लिए लेकर आए हैं दिल्ली के पास की कुछ ऐसी जगहों की जानकारी जो नेचर के साथ ट्रेकिंग का भी आनंद देगी। आइए जानते हैं इन खूबसूरत जगहों के बारे में...

नाग टिब्बा ट्रैक

बता दें कि उत्तराखंड के निचले हिमालय क्षेत्र की सबसे ऊंची चोटी में नाग टिब्बा ट्रेक का नाम शामिल है। अगर आप भी अपने दोस्तों के साथ ट्रेकिंग का प्लान बना रहे हैं तो आपको यह जगह जरूर एक्सप्लोर करनी चाहिए। 5-6 घंटे के अंदर आप इस इस ट्रैक को पूरा कर सकते हैं। यह जगह नाग टिब्बा एडवेंचर, हॉट डेस्टिनेशन, वीकेंड गेटअवे, विंटर ट्रेक्स के नाम से फेमस है। नाग टिब्बा के सबसे पास जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है। लेकिन अगर आप ट्रेन से यहां आना चाहते हैं तो आप देहरादून रेलवे स्टेशन से आ सकते हैं। जिसके बाद कीरब 73 किमी आगे जाना होगा। इसके बाद नाग टिब्बा की ट्रेकिंग शुरू होती है। इस जगह पर जाने के लिए आप के पास कम से कम 2 दिन का समय होना चाहिए। यहां से आप हिमालय का शानदार व्यू भी देख सकते हैं।

चकराता ट्रेक

चकराता नाम से जाने वाला स्थान यमुना और टोंस नदियों के बीच स्थित एक छोटा सा हिल स्टेशन है। पहाड़ी के आसपास का वातावरण और उस स्थान के पास पानी का जमाव, इसे एक स्वर्गीय स्पर्श प्रदान करता है। वीकेंड पर दिल्ली के करीब यह एक बेहतरीन ट्रेक है। 7000 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह ट्रेक देहरादून में स्थित है।

केदारकांठा शिखर

भारत में सबसे ज्यादा पसंद किये जाने वाले ट्रैक केदारकांठा शिखर बेहद खूबसूरत जगह है। बता दें कि उत्तरकाशी जिले में गोविंद वन्यजीव अभयारण्य के भीतर केदारकांठा स्थित है। इस जगह को एक्सप्लोर करने के लिए आपके पास 2 दिन का समय होना चाहिए। इस ट्रैक को शुरू करने के लिए आपको सांकरी पहुंचना होगा। वहीं पहले आपको दिल्ली से देहराहून आना होगा। केदारकांठा शिखर देहरादून से करीब 200 किमी दूर स्थित है। केदारकांठा ट्रैक की शुरुआत सांकरी से ही करनी होगा। इस जगह से आप हिमालय का शानदार नजारा देख सकते हैं।

बेनोग टिब्बा ट्रेक

इस ट्रेक के बारे में लोगाों को कम ही पता है, हालांकि बिगनर्स के लिए यह एक बेहतरीन ट्रेक है। यह 2250 मीटर की ऊंचाई पर है, और मसूरी क्षेत्र की सबसे ऊंची चोटियों में से एक है। यह मसूरी के पश्चिमी बाहरी इलाके में स्थित माउंटेन क्वेल अभयारण्य में एक पूरे दिन का ट्रेक है। ट्रेक में सुंदर वन वॉक शामिल है। यहां पर आपको ज्वाला देवी को समर्पित एक मंदिर के दर्शन करने का मौका भी मिलेगा।

त्रिउंड ट्रैक

इस ट्रैक के बारे में काफी कम लोगों को पता है। निउंड ट्रैक धौलाधार रेंज के निवास में धर्मशाला से 18 किलोमीटर की दूरी पर है। इस ट्रैक को आप मैक्लोडगंज से शुरू कर सकते हैं। यह ट्रैक करीब 9 किमी का ट्रेक है। जिसे 4-6 घंटे में आसानी से पूरा किया जा सकता है। यहां से आप कई खूबसरत व कभी न भूलने वाले नजारों को देख सकते हैं। ऐसे में अगर आप अपने दोस्तों के साथ कोई छोटा ट्रेक प्लान कर रही हैं, तो आपको त्रिउंड ट्रेक पर जरूर जाना चाहिए।

बिजली महादेव ट्रेक

कुल्लू से शुरू करते हुए यह ट्रेक आपको हिमाचल प्रदेश राज्य के बिजली महादेव के पवित्र मंदिर तक ले जाता है। यह नग्गर से ट्रेक करता है और कैस वन्यजीव अभयारण्य के अंदरूनी हिस्सों से होकर आगे और अधिक लुभावना नजर आता है। एक साधारण 15 किलोमीटर का ट्रेक, इस मार्ग के आसपास के पहाड़ों के विशिष्ट दृश्यों के साथ अपने पैदल यात्रियों को आकर्षित करने के लिए निश्चित है।

कैंप मस्टैंग

यदि आप राजधानी से बहुत दूर नहीं जाना चाहते तो कैंप मस्टैंग एक और कैंपिंग विकल्प है। कैंप मस्टैंग को दिल्ली के पास ऑफिस कैंपिंग ट्रिप के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक माना जाता है। यह शहर के नजदीक है और यात्रा का समय कम है, इसलिए यह परिवारों के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। शिविर द्वारा आयोजित गतिविधियों में टीम निर्माण गतिविधियाँ, बाधा कोर्स, ट्रैकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, गाँव की सैर, शूटिंग, ज़ोरबिंग, साइकिल चलाना, कृषि, खगोल विज्ञान, रॉकेट लॉन्च और बहुत कुछ शामिल हैं।