इंदौर को मध्य प्रदेश का दिल कहा जाता हैं जहां पर्यटन के लिए सुंदर महल, संग्रहालय और धार्मिक स्थलों सहित बहुत कुछ हैं। अगर आप इंदौर में रहते हैं तो आप हर दिन घूमने का मजा ले सकते हैं। लेकिन कई लोग इंदौरवासी अपना वीकेंड इंदौर से बाहर मानना चाहते हैं और इसके लिए वे घूमने की प्लानिंग करते हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए इंदौर के पास की कुछ बेहतरीन जगहों की जानकारी लेकर आए हैं जहां आप वीकेंड पर घूमने का पूरा मजा ले सकते हैं। ज्यादा दूर न जाकर इंदौर के पास की इन जगहों पर यादगार पल बिताए जा सकते हैं। तो आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...
उज्जैनशिप्रा नदी के तट पर स्थित, उज्जैन का प्राचीन शहर कभी अशोक राजा का निवास हुआ करता था। आज सदियों पुराना यह शहर एक महत्वपूर्ण हिंदू तीर्थस्थल है, जहां 12 साल में एक बार कुंभ मेला जरूर लगता है। इंदौर से उज्जैन की दूरी 56 किमी दूर है। उज्जैन में आपको सबसे पहले हरसिद्धि मंदिर जाना चाहिए, जो भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि देवी पार्वती की कोहनी उस जमीन पर गिरी थी जहां यह मंदिर अभी स्थापित है। उज्जैन में काल भैरव मंदिर, महाकालेश्वर मंदिर और राम मंदिर घाट कुछ अन्य प्रमुख आकर्षण हैं, जिनके दर्शन आपको जरूर करने चाहिए।
धारधार पहले मालवा वंश की राजधानी थी। सांस्कृतिक रूप से समृद्ध इस शहर में आप धार किला और मशहूर ट्रैकिंग एक्टिविटी के लिए जा सकते हैं। धार में एक प्रसिद्ध मस्जिद भी है जिसे 1405 में एक मंदिर के अवशेषों से बनाया गया था। बाघ गुफाएं अपनी अद्भुत रॉक-कट वास्तुकला और चित्रात्मक कला के लिए बेहद प्रसिद्ध है, जहां आपको कुछ घंटों के लिए जरूर जाना चाहिए। इतिहास प्रेमियों को धार यकीनन बेहद पसंद आने वाला है। इंदौर से धार की दूरी 64 किमी है।
ओंकारेश्वरओम के आकार का ओंकारेश्वर मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव का आशीर्वाद लेने आते हैं। नर्मदा नदी पर एक लटकता हुआ पुल है जो ओंकार मांधाता मंदिर के मार्ग को चिह्नित करता है और पृष्ठभूमि में ऊंची पहाड़ियों का अद्भुत दृश्य भी प्रस्तुत करता है। इस द्वीप की प्राकृतिक सुंदरता इसे एक बेहतरीन पिकनिक स्थल और परिवार के साथ समय बिताने के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है। इंदौर से ओंकारेश्वर 80 किलोमीटर दूर है।
भोपालमध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल अपने समृद्ध इतिहास और स्थापत्य सौंदर्य से पर्यटकों को आकर्षित करता है। शहर में कई संग्रहालय, तीर्थस्थल और ऐतिहासिक स्थान हैं जो एक बीते युग की दास्तां बयान करते हैं। भोपाल में भोजताल की यात्रा करना न भूलें - जिसे पहले 'अपर लेक' के नाम से जाना जाता था। ये झील भारत की सबसे पुरानी मानव निर्मित झील है। यहां आकर आप बोटिंग कर सकते हैं, टहलने जा सकते हैं, झील के किनारे पिकनिक का आनंद ले सकते हैं या बस बैठकर सूर्यास्त का खूबसूरत नजारा देख सकते हैं। झील के आसपास के क्षेत्र में भोजपुर मंदिर और वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जैसे कई आकर्षण मौजूद हैं।
महेश्वरमहेश्वर, नर्मदा नदी के तट पर स्थित एक ऐसा शहर ही जहां आपको खूबसूरत मंदिर ही मंदिर दिखाई देंगे। छुट्टियां मनाने और धार्मिक जगहों पर घूमने के लिए ये जगह वीकेंड पर घूमने के लिए एकदम परफेक्ट है। मंदिरों का जल और यहां गाए जाने वाले भजन आपकी सभी चिंताओं को दूर कर देंगे। महेश्वर में प्रमुख आकर्षणों में नर्मदा घाट, एक मुखी दत्ता मंदिर और होल्कर किला शामिल हैं। इंदौर से महेश्वर की दूरी 95 किलोमीटर दूर है।
मांडूछठी शताब्दी का शहर मांडू, इतिहास प्रेमियों के लिए एक सबसे परफेक्ट वीकेंड प्लेस है। यहां भारत का सबसे बड़ा किला मांडू फोर्ट स्थित है, जिसमें आप शानदार अफगान वास्तुकला का उदाहरण देख सकते हैं। जहाज महल, जिसे शिप पैलेस भी कहा जाता है, मांडू का एक अन्य लोकप्रिय आकर्षण है। ये राजसी जहाज के आकार की संरचना दो झीलों के बीच खूबसूरती के साथ खड़ी हुई है। शहर भर में फैले भव्य महल और दरवाजे (द्वार) मांडू के आकर्षण को और बढ़ाते हैं। इंदौर से मांडू 97 किलोमीटर दूर है।
गुलावटगुलावट इंदौर से कुछ ही दूरी पर स्थित एक खूबसूरत स्थान है। कमल की घाटी के लिए प्रसिद्ध यह शहर प्रकृति प्रेमियों को बेहद पसंद आने वाला है। गुलावत लोटस झील बेहद ही शानदार जगह है, जहां आप अपने पार्टनर या परिवार वालों के साथ जाकर खूब सारी फोटोज क्लिक कर सकते हैं। इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता बेजोड़ है, जो इसे फोटोग्राफी के प्रति उत्साही और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है। आप इस जगह पर घूमने मॉनसून के महीनों को छोड़कर कभी भी जा सकते हैं, वैसे अक्टूबर से अप्रैल का महीना बेस्ट है। इंदौर से गुलावट 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
कलाकुंडकलाकुंड का मनमोहक परिदृश्य और समृद्ध वनस्पतियां एडवेंचर प्रेमियों को बेहद पसंद आती हैं। कलाकंद नामक एक लोकप्रिय भारतीय मिठाई के नाम पर प्रसिद्ध यह स्थान कैंपिंग करने के लिए भी बेस्ट जगह मानी जाती है। यहां से आप हरी भरी हरियाली के खूबसूरत नजारे देख सकते हैं। अगर आप प्रकृति की गोद में शांति से कुछ समय बिताना चाहते हैं, तो कलाकुंड से बेहतर जगह और कोई नहीं हो सकती। इंदौर से कलाकुंड की दूरी 32 किमी है।