महाराष्ट्र भारत का दूसरा सबसे आबादी वाला राज्य और भारत का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है जिसे मराठों के भूमि भी कहा जाता है। इस राज्य की सिमा अरब सागर से लगती है और यहाँ बोले जाने वाली प्राथमिक भाषा मराठी है। यह भारत की सबसे विकसित राज्यों में से एक है जो देश के औद्योगिक उत्पादन में प्रमुख भूमिका निभाता है और अपने खूबसूरत दर्शनीय स्थलों के वजहे से देश और दुनिया में काफी लोकप्रिय है। इस राज्य की एक लंबी समुद्र तटरेखा है जो अरब सागर की लंबाई के साथ साथ लगभग 720 किलोमीटर तक फैली हुई है। यह राज्य देश के पश्चिमी भाग में गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और गोवा की सीमा पर स्थित है। अरब सागर और पश्चिमी घाट से घिरा होने के कारण यह भारत में घूमने के लिए सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक है।
महाराष्ट्र भारत की एक ऐसा राज्य है जहँ सभी तरह की दर्शनीय स्थल मौजूद हैं। यह भारतीय पर्यटकों के द्वारा जितना पसंद किया जाता ही उतना हीअंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को भी अपनी तरफ आकर्षित करता है। यह प्राचीन किलों, खूबसूरत मंदिरों, प्राचीन गुफाओं, हरी भरी घाटियों, सुंदर समुद्री तटों और स्मारकों जैसे विभिन्न प्रकार के पर्यटन स्थल प्रदान करता है जो अपनी परिवार और दस्तों के साथ घूमने लिए एक सबसे अच्छी जगहों में से एक माना जाता है। राज्य में आधुनिकीकरण और प्राकृतिक आकर्षण का अद्भुत मिश्रण है जो यहाँ आने वाले पर्यटकों को खास तर पर आश्चर्यचकित करता है।
मुंबईमुंबई महाराष्ट्र राज्य का प्रमुख शहर और राजधानी है, जिसको “सपनों के शहर” के रूप में जाना जाता है। मुंबई को पहले बॉम्बे के नाम से जाना जाता था जिसका अपना एक लंबा औपनिवेशिक इतिहास है। मुंबई बॉलीवुड के घर होने के अलावा अपने कई पर्यटन स्थलों के लिए भी जाना जाता है। यहां का सबसे मुख्य पर्यटन स्थल गेटवे ऑफ़ इंडिया है। मुंबई का राज होटल एक प्रसिद्ध लैंडमार्क है जो गेटवे ऑफ इंडिया के सामने है। इसलिए आप एक दिन में इन दोनों स्थलों को कवर कर सकते हैं। मुंबई अरब सागर के ठीक बगल में स्थित है, जिसके चलते आप यहां बीच पर बैठ सकते हैं और आराम कर सकते हैं।
यहां पर मरीन ड्राइव घूमने की एक ऐसी जगह है जहां पर आप पानी में अपने पैरों को लटकाकर बैठ सकते हैं। बॉलीवुड के अधिकांश सितारों का घर बांद्रा में स्थित है, इसलिए यहां की यात्रा करना न भूलें। अगर आप एक फूड लवर हैं तो मुंबई आपके लिए स्वर्ग के समान है। यहां के स्थानीय स्ट्रीट फूड जैसे कि वड़ा पाव, पाव भाजी, दही पुरी, पानी पुरी और काला खट्टा जैसी चीजें आपको एक यादगार स्वाद देंगे।
अजंता और एलोरा गुफाएंअजंता और एलोरा गुफाएं भारत के महाराष्ट्र राज्य में औरंगाबाद शहर के पास स्थित हैं जो भारत की सबसे प्राचीन प्राचीन रॉक-कट गुफाओं में से एक हैं। अजंता और एलोरा गुफाएं महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा घूमने जाने वाले पयर्टन स्थलों में से एक है। सुंदर मूर्तियों, चित्रों और भित्तिचित्रों के साथ सुसज्ज्ति अजंता और अलोरा की गुफाएँ बौद्ध, जैन और हिंदू स्मारकों का मेल है। अजंता और एलोरा की गुफाएँ यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूचि में शामिल किया गया है।
पुणेपुणे महाराष्ट्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और प्रमुख पर्यटन स्थल है। पुणे ऐसा शहर है जो यहां आने वाले पर्यटकों को अपने पर्यटन स्थलों से प्रसन्न कर देता है उनको पूरी तरह रोमांचित कर देता है। पुणे शहर अपने ऐतिहासिक किलों, साफ समुद्र तटों, पिकनिक स्पॉट और झरनों की वजह से काफी लोकप्रिय है। अगर आप महाराष्ट्र घूमने की लिए जा रहे हैं तो एक बार पुणे शहर की यात्रा जरुर करें।
शिरडीशिरडी महाराष्ट्र का प्रमुख धार्मिक स्थल होने के साथ ही भारत का एक प्रमुख पर्यटक स्थल भी है जहां पर हर रोजाना भारी संख्या में भक्त साईं बाबा के दर्शन करने के लिए जाते हैं। शिरडी भारत के महान संत साईं बाबा का घर है जहां पर उनके कई मंदिर और उनसे जुड़े हुए ऐतिहासिक स्थल बने हुए हैं। शिरडी नासिक शहर से जुड़ा हुआ है और यह एक छोटी जगह होने के बाद भी धार्मिक स्थलों से भरा हुआ है। शिरडी आने वाले भक्तों का मानना है कि साईं बाबा उनकी हर मनोकामना को पूरा करेंगे। शिरडी की यात्रा के दौरान आप यहां स्थित चावड़ी, समाधि मंदिर और वेट एन जॉय वाटर पार्क जैसे स्थलों की यात्रा भी कर सकते हैं।
पंचगनीये राज्य का फेमस और सबसे ठंडा हिल स्टेशन है। सह्याद्री पर्वत की पांच पहाड़ियों की वजह से इस जगह का नाम पंचगनी रखा गया। यहां पर आप प्रकृति के सुंदर नजारों का लुत्फ उठा सकते हैं।
लोनावालामहाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन लोनावाला पर्यटन स्थल है, लोनावाला टूरिस्ट प्लेस जो कि 622 मीटर ऊँचाई की सह्याद्री पर्वतमाला पर है और यह पर्वतमाला दक्कन पठार और कोंकण तट को अलग करने में अपनी भूमिका निभाता हैं। कहा जाता है कि लॉर्ड एल्फिस्टन जो सन् 1871 में बॉम्बे प्रेसीडेंसी के गवर्नर थे, इन्होंने खंडाला के साथ लोनावाला को भी विकसित करने की प्रक्रिया शुरू की थी। वहीं अगर बात करें तो वर्तमान का लोनावाला पर्यटन स्थल प्राचीन समय में यादव राजवंश का ही एक हिस्सा था जिसको मुगलों ने अपनी सल्तानत में मिला लिया था और अंत में मराठों ने लोनवाला पर शासन किया।
अलीबागमुंबई की सीमा के ठीक नीचे स्थित, अलीबाग महाराष्ट्र राज्य का एक छोटा सा तटीय शहर है। शहर के नाम का शाब्दिक अर्थ है “अली का बगीचा” और उन फलों के बागों को संदर्भित करता है जो अली द्वारा लगाए गए थे, एक इज़राइली जो अपने शुरुआती दिनों में शहर में रहता था। अलीबाग महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में बसा एक छोटा सा तटीय शहर है जो पूरे साल पर्यटकों द्वारा वीकेंड पर छुट्टी मानाने का पर्यटन स्थल है। अलीबाग को ‘मिनी-गोवा’ के नाम से भी जाना जाता है। औपनिवेशिक इतिहास में डूबा शहर अलीबाग मुंबई से लगभग 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो अपने रेतीले समुद्र तटों, साफ हवा, कई मंदिरों और किलों से भरपूर है। अलीबाग एक छोटा शहर होने के बाद भी अपने पर्यटकों को काफी निराश नहीं करता।
कर्जतरायगढ़ के पहाड़ी और दर्शनीय जिले में स्थित कर्जत एक नगर परिषद और शहर है। यह शहर मुंबई के मेट्रो शहर का भी एक हिस्सा है जिसे यात्री सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। कपल्स से लेकर बच्चों और परिवारों तक, कोई भी कर्जत को हॉलिडे डेस्टिनेशन के रूप में इस्तेमाल कर सकता है।
महाबलेश्वर
सुन्दर पश्चिमी घाटों के बिच में बसा महाबलेश्वर महाराष्ट्र का एक लोकप्रिय हिल सटशन है जो अपने लुभावना परिदृश्य, प्राचीन मंदिरों, शानदार झरनों, शांत नदियों, हरे भरे घाटियों और खूबसूरत वातवरण के लिए पर्यटकों के बिच एक प्रमुख आकर्षणों का केंद्र है। समुद्र तल से लगभग 1353 मीटर की ऊंचाई पर स्तिथ यह एक अद्भुत जगह है और यह मुंबई से करीब 230 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है। यह हिल स्टेशन कभी ब्रिटिश शासन काल के दौरान बंबई की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था। यह महाराष्ट्र में बहुत ही खूबसूरत और प्रसिद्ध हिल स्टेशन है जो विशेष रूप से प्रकृति प्रेमियों के लिए अधिक आकर्षण प्रदान करता है। महाबलेश्वर में घूमने के लिए कई पर्यटक आकर्षण हैं जिनमें महाबलेश्वर मंदिर, एलीफैंट हेड पॉइंट, वेन्ना झील, कृष्णा बाई मंदिर, प्रतापगढ़ किला, लिंगमाला झरना, भीलर झरना और मैप्रो गार्डन जैसे कई अद्भुत जगह हैं।
औरंगाबादऔरंगाबाद महाराष्ट्र राज्य का प्रमुख शहर है जिसको सरकार ने साल 2010 में महाराष्ट्र की पर्यटन राजधानी के रूप में घोषित किया था। औरंगाबाद एक प्रमुख पर्यटन केंद्र है जो पर्यटकों को अपने दर्शनीय स्थलों के साथ प्रसन्न करने की दम रखता है। औरंगाबाद शहर को अपना नाम 17 वीं शताब्दी ईस्वी में मुगल सम्राट औरंगजेब की पूर्ववर्ती राजधानी होने की वजह से मिला था। यह शहर अजंता और एलोरा, दौलताबाद किले की बेहद प्रसिद्ध गुफाओं के लिए काफी प्रसिद्ध है। इसके अलावा यह औरंगजेब के मकबरे और अपनी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध बीबी और काक-मकबरा, भारत में 12 शिव ज्योतिर्लिंग में से एक का घर होने की वजह से जाना जाता है।
खंडालाखंडाला सह्याद्रि की तलहटी पर स्थित महाराष्ट्र का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो सुंदर घाटियों, घास की पहाड़ियों, शांत झीलों और धुंध भरे झरनों के साथ मुंबई के लोगों के लिए आदर्श पर्यटन स्थल है। अगर आप महाराष्ट्र के भाग दौड़ वाले शहरों से दूर किसी शांत जगह पर जाना चाहते हैं तो खंडाला एक आदर्श जगह है। मानसून के दौरान प्राकृतिक सुंदरता अपने चरम पर होती है।
नासिकगोदावरी नदी के तट पर स्तिथ नासिक महाराष्ट्र में घूमने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पवित्र स्थानों में से एक है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार यह वह स्थान है जहाँ भगवान राम अपने 14 साल के वनवास के दौरान नासिक में रहे थे। शहर में कई प्राचीन मंदिर हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की यह शहर हर 12 साल में भारत के पवित्र कुंभ मेले की मेजबानी के लिए जाना जाता है। समुद्र तल से लगभग 700 मीटर की उंचई पर स्तिथ नासिक को भारत के शराब और अंगूर की राजधानी के रूप में भी जाना जाता है। यह शहर महाराष्ट्र में सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक शहर होने के अलावा ऐतिहासिक शहर के रूप में भी जाना जाता है जो बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस शहर में घूमने के लिए कई प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल हैं जिनमें हरिहर किला, दुगरवाड़ी झरने, पांडवलेनी गुफाएं, सीता गुफा, सुला वाइनयार्ड जैसे आकर्षण शामिल हैं।
सताराकृष्णा और विन्ना नदियों के संगम के पास स्तिथ सतारा महाराष्ट्र में घूमने के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है। यह अपनी प्राचीन किलों, मंदिरों और संग्रहालयों के साथ धार्मिक और ऐतिहासिक रूप से समृद्ध है। सह्याद्री रेंज पर बैठे, सतारा शहर पहाड़ों के कुछ सबसे खूबसूरत मनमोहक दृश्य और वनस्पतियों और जीवों की एक विस्तृत विविधता का घर है। झीलों, झरनों और विशाल पहाड़ों से युक्त प्राकृतिक सुंदरता के अलावा, सतारा अपनी गुफाओं, किलों और अन्य ऐतिहासिक खंडहरों के लिए जाना जाता है। इस शहर में घूमने के लिए अजिंक्यतारा किला, वोघर जलप्रपात, लिंगमाला जलप्रपात, नटराज मंदिर, मायानी पक्षी अभयारण्य और नट्स्की वेधशाला यहाँ के कुछ दर्शनीय स्थल हैं जो दर्शनीय हैं।