15 अगस्त के लाँग वीकेंड में परिवार संग करें इन स्थानों का भ्रमण, होगा आजाद हिन्दुस्तानी होने का आभास

साल 1947 के बाद से हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह साल का वो दिन होता है जब हर भारतीय इंसान भारत में जन्म लेने और हिंदुस्तानी होने पर गौरव महसूस करता है। आजादी के इस महोत्व पर लोग किसी न किसी ऐतिहासिक जगह घूमने का प्लान ज़रूर बनाते हैं। आज हम अपने पाठकों को कुछ ऐसे स्थानों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको देखते वक्त आपको अपने आजाद होने का अहसास, किन मुश्किलात में मिली आपके पूर्वजों को आजादी इसे महसूस करने का अवसर मिलेगा।

दिल्ली का राष्ट्रीय शहीद स्मारक

अगर आपके पास घूमने के लिए ज्यादा बजट और समय नहीं है तो आप 15 अगस्त के मौके पर दिल्ली जा सकते हैं। यहां लाल किले पर ध्वजारोहण और परेड देख सकते हैं। इसके साथ ही इंडिया गेट के पास बने नेशनल वॉर मेमोरियल जा सकते हैं। यहां साल 1947, 1962, 1971 और 1999 में हुए युद्ध में शहीद हुए वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दे सकते हैं। लाल किला घूमने जा सकते हैं। कम बजट और एक दिन की छुट्टी में आप देशभक्ति से सराबोर इन जगहों पर घूम सकते हैं।

अमृतसर

अमृतसर पंजाब के साथ-साथ भारत का एक ऐसा शहर है जो खूबसूरती के साथ-साथ ऐतिहासिक जगहों के लिए भी लोकप्रिय स्थान माना जाता है। 15 अगस्त के उपलक्ष पर घूमने के लिए इससे बेहतर कोई और जगह नहीं। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वाघा-अटारी बॉर्डर पर हजारों लोग घूमने के लिए पहुंचते हैं। बॉर्डर पर होने वाली परेड को देखने के बाद हर भारतीय प्रफुल्लित हो उठता है। अमृतसर में स्थित जलियांवाला भी घूमने के लिए जा सकते हैं। इसके वाला अमृतसर की शान गोल्डन टेम्पल का भी दर्शन कर सकते हैं।

जैसलमेर

राजस्थान के साथ-साथ पूरे भारत में गोल्डन सिटी नाम से फेमस जैसलमेर स्वतंत्रता दिवस के खास मौके पर घूमने के लिए एक बेहतरीन डेस्टिनेशन है। जैसलमेर को झीलों, अलंकृत जैन मंदिरों, हवेलियों और महलों के अलावा भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के लिए काफी फेमस माना जाता है। 15 अगस्त के खास मौके पर परिवार संग 'तनोट बॉर्डर' बॉर्डर घूमने के लिए जा सकते हैं। यहां होने वाली परेड में भी शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा जैसलमेर वॉर म्यूजियम, जैसलमेर फोर्ट, गडीसर झील, सागर झील और डेजर्ट नेशनल पार्क को भी एक्सप्लोर सकते हैं।

सेलुलर जेल, अंडमान निकोबार द्वीप

अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर सेलुलर जेल बनी है, जिसे काला पानी के नाम से भी जाना जाता है। इस जेल को अब एक म्यूजियम और स्मारक में परिवर्तित कर दिया गया है। सेलुलर जेल में बना म्यूजियम और स्मारक आजादी से पहले स्वतंत्रता सेनानियों के साथ हुई यातनाओं की गवाही देता है।

जलियांवाला बाग, अमृतसर

भारत के लिए काला दिन था, जब 1919 में बैसाखी के दिन अमृतसर के जलियांवाला बाग में अंग्रेजों ने निहत्थे भारतीयों पर गोलियां बरसाई और एक दर्दनाक हत्याकांड को अंजाम दिया। इस दिन स्वतंत्रता सेनानियों ने राॅलेट एक्ट के विरोध में बैठक की योजना बनाई थी। पास में ही बैसाखी का मेला लगा था, जिसमें आम लोग शामिल हुए थे। जनरल डायर ने चारों तरफ से लोगों को घेर लिया और बिना चेतावनी के गोली चलाने का आदेश दे दिया। जलियांवाला बाग हत्याकांड में सैकड़ों लोग शहीद हो गए। इन शहीदों के नाम पर मेमोरियल बनाया गया है। दीवारों पर आज भी बुलेट के निशान देखे जा सकते हैं। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर परिवार के साथ जलियांवाला बाग जा सकते हैं।

गेटवे ऑफ इंडिया

अगर आप 15 अगस्त के मौके पर माया नगरी यानी मुंबई घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो सबसे पहले गेटवे ऑफ इंडिया पहुंच जाना चाहिए। स्वतंत्रता दिवस के दिन यहां हजारों पर्यटक घूमने और फोटोशूट के लिए पहुंचते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर गेटवे ऑफ इंडिया को लाइट से सजा दिया जाता है। गेटवे ऑफ इंडिया को एक्सप्लोर करने के साथ-साथ मरीन ड्राइव पर परिवार के मस्ती करने निकल सकते हैं। मुंबई में समुद्र की लहरों को करीब से महसूस कर सकते हैं।

हुसैनीवाला बॉर्डर

पंजाब में मौजूद हुसैनीवाला बॉर्डर भी 15 अगस्त को घूमने के लिए एक बेहतरीन जगह है। आपको बता दें कि हुसैनीवाला बॉर्डर भारत-पाक की सीमा के निकट सतलुज नदी के किनारे मौजूद है। नदी के किनारे पाकिस्तान का 'गंडा सिंह वाला' नमक गांव है। कहा जाता है कि इसी गांव में भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का अंतिम संस्कार किया गया था। ऐसे में अगर आप भी स्वतंत्रता दिवस के दिन घूमने का प्लान बन रहे हैं तो हुसैनीवाला बॉर्डर जा सकते हैं।

लोंगेवाला बॉर्डर

15 अगस्त को राजस्थान में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो फिर आपको भारत-पाकिस्तान की सीमा पर मौजूद लोंगेवाला बॉर्डर घूमने के लिए ज़रूर पहुंचना चाहिए। साल 1971 के युद्द की जीत की यादें ताजा करना चाहते हैं तो जैसलमेर में मौजूद यह बॉर्डर आपके लिए खास हो सकता है। यहां 15 अगस्त को रिट्रीट समारोह होता है जिसे आप भी देख सकते हैं। कहा जाता है कि इस बॉर्डर के पास तनोट माता मंदिर है, जहां पर्यटक और भक्त दर्शन और घूमने के लिए आते रहते हैं।

मुनाबाव बॉर्डर

जब आप 15 अगस्त को सेलिब्रेट करने के लिए राजस्थान निकल ही रहे हैं तो फिर आपको लोंगेवाला बॉर्डर के अलावा मुनाबाव बॉर्डर पर भी घूमने के लिए ज़रूर पहुंचना चाहिए। आपको बता दें कि यह फेमस बॉर्डर राजस्थान के बाड़मेर में है। इस बॉर्डर के बारे में कहा जाता है कि भारत पाकिस्तान के मध्य चलने वाली रेल, थार एक्सप्रेस, मुनाबाव से ही चलती है। ऐसे में आप भी यहां आजादी का महोत्सव देखने पहुंच सकते हैं।