सिक्किम की ये 8 जगहें देंगी जन्नत जैसे बेहतरीन नज़ारे, जरूर बनाएं यहां घूमने का प्लान

भारत का एक बहुत ही खूबसूरत और छोटा राज्य है सिक्किम जो कि नॉर्थ ईस्ट इंडिया की सबसे शानदार टूर डेस्टिनेशन में से एक हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह राज्य बिल्कुल बेस्ट है। सिक्किम को अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता हैं जहां प्रकृति, जानवरों, नदियों, झीलों और सुंदर झरनों के खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं। वर्तमान समय में सिक्किम के अंदर कई धार्मिक एवं पर्यटन स्थल मौजूद है, जो पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको सिक्किम की कुछ खूबसूरत जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जो जन्नत जैसे बेहतरीन नज़ारे पेश करती हैं। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...

गंगटोक

शिवालिक पहाड़ियों पर स्थित गंगटोक सिक्किम का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां से आप कंचनजांघा के खूबसूरत दृश्य को भी देख सकते हैं। यहां पर स्थित धार्मिक एवं पर्यटन स्थल में गणेश टोक, हनुमान टोक, हिमालयन जूलॉजिकल पार्क, नाथुला पास आदि प्रमुख है। गंगटोक में इसी तरह के और भी कई धार्मिक एवं पर्यटन स्थल मौजूद है, जिसे देखने पर्यटक दूर-दूर से यहां आया करते हैं। रोमांच प्रेमियों के लिए ये जगह एकदम परफेक्ट है। अगर आप गंगटोक में घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो यहां नाथुला पास, एमजी रोड, ताशी व्यू पॉइंट, हनुमान टोक, रेशी हॉट स्प्रिंग्स, हिमालयन जूलॉजिकल पार्क, बाबा हरभजन सिंह मंदिर, गणेश टोक, त्सुक ल खंग मोनेस्ट्री, बेस्ट जगहों में से एक हैं।

त्सोंगमो झील

यह बेहद खूबसूरत ग्लेशियर झील सिक्किम के टॉप टूरिस्ट प्लेसेस में से एक है। त्सोंगमो का शाब्दिक अर्थ है 'जल का स्रोत'। त्सोंगमो झील भारत की सबसे अधिक ऊंचाई वाली झीलों में से एक है जो सिक्किम को और भी खूबसूरत बनाती है। त्सोम्गो झील अपने चारों ओर बर्फ से ढके पहाड़ों के नज़ारा आपकी यात्रा और भी यादगार बनता है। इस जगह पर पाए जाने वाले जीवों में प्राइमुलस, पीले और नीले पॉपपी, आयरिश, याक और पोनी शामिल हैं। बर्फ देखने का सबसे अच्छा समय जनवरी से मार्च है और रोडोडेंड्रोन और ऑर्किड के लिए अप्रैल से मई है। यह गंगटोक से सिर्फ 2 घंटे की दूरी पर है ताकि आप झील के चारों ओर रोमांचक अनुभव का आनंद ले सकें।

युकसोम

युकसोम सिक्किम के मशहूर पर्यटक स्थलों में शामिल है। ये जगह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जानी है। युकसोम हर-भरे पहाड़ों से ढका हुआ है, अगर आप कंचनजंगा पर्वत जाना चाहते हैं, तो ये जगह आधार शिविर के रूप में कार्य करती है। दोस्तों के साथ जाने के लिए सिक्किम की युकसोम जगह एकदम परफेक्ट है। यहां कई ऐतिहासिक स्मारक, प्राचीन मठ, शांत झरने और झीलें मौजूद हैं, जिन्हें देखकर दिल खुश हो जाता है। अगर आप युकसोम में घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो यहां खेचोपलरी झील, ताशीदिंग मठ, डबडी मठ, कंचनजंगा नेशनल पार्क, ताशी तेनका, कटोक मठ, बेस्ट जगहों में से एक हैं।

मंगन

पूर्वी हिमालय की गोद में बसा मंगन देश के टॉप पर्यटक स्थलों में से एक गिना जाता है। ऐसे पर्यटक, जिन्हें छुट्टियों में किसी दिलचस्प, आकर्षक, शांत और प्राकृतिक जगह की खोज रहती है, ये जगह उनके लिए एक तोहफा है। मंगन में बहुत से पर्यटन स्थल हैं जिनमें से एक है शिंगबा रोडोडेंड्रोन सैंक्चुअरी। शिंगबा रोडोडेंड्रोन एक पौधा होता है। इस सैंक्चुअरी में करीब 40 प्रकार के रोडोडेंड्रोन हैं। इतना ही नहीं इस सैंचुअरी में कई प्रकार के पहाड़ी जानवर भी देखने को मिल जाएंगे। इसके अलावा मंगन में सिंघिक गांव है, जो मंगन से करीब 12 किमी दूर है। 500 फीट से भी ज़्यादा ऊंचाई पर स्थित इस गांव से कंचनजंगा के नज़ारे लिए जा सकते हैं।

नाथू ला दर्रा

राजधानी गंगटोक से 54 किमी दूर नाथू ला दर्रा एक सैन्य व्यापारिक ठिकाना है। चीन-भारत के व्यापार से जुड़ा ये चौकी तिब्बत के एकदम नज़दीक है। अमूमन सर्दियों में यहाँ बर्फबारी के कारण जाना मुश्किल होता है। अगर अनुमति ले लें तो भारतीय पर्यटकों के लिए ये बुधवार, गुरुवार, शनिवार और रविवार को खुला रहता है। आप अगर चांगू लेक जाते हैं तो वहाँ से लगभग 18 कि।मी। पर ही नाथू ला दर्रा मौजूद है। इसे ही सिल्क रूट भी कहा जाता है, जहाँ सिर्फ भारतीय पर्यटकों को ही जाने दिया जाता है। हालांकि चीन और भारत के सैनिक यहाँ आ सकते हैं। आपको दोनों देशों की सेनाएँ यहाँ दिख सकती है। अंतर्राष्ट्रीय महत्व की ये जगह आपको कुछ नया अनुभव दे सकता है।

गुरुडोंगमार झील

गुरुडोंगमार झील 17000 फीट से भी ज्यादा ऊंचाई पर स्थित यह झील सिक्किम के दूसरी सबसे ऊंचाई पर स्थित झील हैं। बर्फ से ढकी ऊंची-ऊंची पहाड़ियां इस झील की खूबसूरती बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती हैं। इस झील को विजिट करने पर्यटक दूर-दूर से आते हैं। यहां पर आए पर्यटक अपने साथ इस झील का पानी भी ले जाया करते हैं। यह झील प्रकृति प्रेमियों के लिए वरदान साबित होती हैं।

कंचनजंगा नेशनल पार्क

आगर आपको ट्रेकिंग पसंद है, तो आपके एक बार कंचनजंगा नेशनल पार्क जरूर जाना चाहिए। यूनेस्को की वर्लड हेरिटेज साइट कंचनजंगा नेशनल पार्क का नाम माउंट कंचनजंगा के नाम पर रखा गया है, जो दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है। ट्रेकिंग स्वर्ग के रूप में प्रतिष्ठित, यह पार्क पक्षियों की लगभग 550 प्रजातियों का घर है। भारत-चीन सीमाओं के करीब, एडवेंचर प्रेमी निश्चित रूप से इस रोमांचकारी बेस कैंप में आनंद लेंगे।

पेलिंग

इनके अलावा आप सिक्किम के पश्चिम जिले का एक खूबसूरत शहर पेलिंग भी जा सकते हैं। ये शहर गंगटोक के बाद दूसरा बड़ा टूरिस्ट प्लेस है। शानदार पेलिंग शहर समुद्र तल से 6800 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर्यटक शांतिपूर्ण समय बिताने के साथ-साथ ट्रेकिंग, माउंटेन बाइकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग जैसी अट्रेक्टिव एक्टिविटीज को भी एन्जॉय करते हैं। पेलिंग के बेस्ट टूरिस्ट प्लेसेस में पेलिंग हेलीपैड, सांचाचेलिंग मठ, पेमायांग्त्से मठ, दराप ग्राम, रिम्बी नदी, रिम्बी झरना, शामिल हैं। पेलिंग मानसून के मौसम के अलावा आप किसी भी समय घूम सकते हैं।

कैसे पहुंच सकते हैं सिक्किम?

अगर रोड से आ रहे हैं, तो पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी पहुंचने के बाद आगे बस ले सकते हैं। प्राइवेट टैक्सी से भी गंगटोक पहुंच सकते हैं। इस बीच का सफर लगभग 114 km है। अगर हवाई जहाज से आ रहे हैं तो सबसे नजदीक का एयरपोर्ट बागडोगरा, पश्चिम बंगाल में है। इससे आगे बस या टैक्सी तक गंगटोक पहुंच सकते हैं। अगर रेल से जा रहे हैं तो न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन नजदीकी है। इससे आगे गंगटोक तक टैक्सी या बस ले सकते हैं और इस बीच का सफर 117 km है।