यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल में है दार्जिलिंग, जानें यहां की खूबसूरत जगहों की विशेषता

दार्जीलिंग पश्चिमी बंगाल में दार्जिलिंग जिले में एक नगर है जो नेपाल और सिक्किम से जुड़ा हुआ है।यह सुंदर शहर अपने चाय के बागानों के लिए बहुत मशहूर है।अंग्रेजों के समय से ही यह शहर छुट्टियां बिताने की मशहूर स्थानों में शुमार है। यहां का मौसम बहुत ही सुहावना रहता है।यहां पर हिमालय के बीचों बीच दार्जिलिंग रेल के सवारी करना बहुत ही सुखद अनुभव होता है। दार्जिलिंग रेलवे यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल में भी शामिल है। आइये जानते हैं दार्जिलिंग के आस पास घूमने लायक कुछ सुंदर जगहों के बारे में...

- सक्या मठ यह स्थान बौद्ध धर्म का एक बड़ा केंद्र है। दार्जिलिंग से आठ किलोमीटर दूर यह स्थान बहुत ही शांति से भरा हुआ है।

- दृग थुबटेन सोंग चोलिंग मठ 1971 में बने इस मठ की बनावट तिब्बती शैली में की गई है।इस मठ की पुनर्स्थापना 1993 में कई गई थी जिसका उद्घघाटन दलाई लामा ने किया था।

- माक्डोग मठ बौद्ध धर्म के योलमवा सम्प्रदाय से सम्बंधित है।यह सम्प्रदाय बाद में दार्जिलिंग में आकर बस गया था।

- टेनजिंगस लीगेसी यहां पर पर्वतारोहण से संबधित एक संग्रहालय है जिसको तेनजिंग नोर्गे ने स्थापित किया था। यहां पर पर्वतारोहण का प्रशिक्षण भी दिया जाता है।तेनजिंग नोर्गे इस संस्थान के कई समय तक निदेशक रहे।

- जापानी मंदिर इसे पीस पैगोडा भी कहा जाता है।शांति की स्थापना के लिए इस स्थान की स्थापना महात्मा गांधीजी के मित्र फुजि गुरुजी ने की थी।इस मंदिर का निर्माण सन 1972 में शुरु हुआ था जो आम लोगों के लिए 1992 में खोला गया।