भारत में घूमने लायक जगहों की बात करें तो उत्तराखंड का नाम जरूर आता हैं जो हिमालय पर्वतमाला की गोद में बसा हुआ हैं और प्राकृतिक सुंदरता का बेहतरीन नजारा पेश करता हैं। उत्तराखंड में एक से बढ़कर एक जगह हैं जहां आप इस खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं। आज इस कड़ी में हम बात कर रहे हैं समुद्र तल से 1638 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हिल स्टेशन अल्मोड़ा की। यह एक शानदार हिल स्टेशन हैं जोकि घोड़े के पैरो के आकार की तरह प्रतीत होता हैं। अल्मोड़ा के चारों और दूर-दूर तक बर्फ से ढकी चोटियां, घास के मैदान, जंगलों आदि के मनोहारी प्राकृतिक दृश्य खूबसूरत हैं। हम आपको यहां अल्मोड़ा के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां जाकर आप अपनी खूबसूरत यादो को संजो सकते हैं। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...
कटारमल सूर्य मंदिर कटारमल सूर्य मंदिर तकरीबन 800 साल से भी अधिक पुराना मंदिर माना जाता है। यह कटारमल सूर्य मंदिर भगवान सूर्य को समर्पित है। इस कटारमल सूर्य मंदिर के अलावा यहां पर आने पर छोटे बड़े मंदिर देखने को मिल जाते हैं, जिनमें अलग-अलग देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित है। यह कटारमल सूर्य मंदिर उत्तराखंड के अल्मोड़ा शहर से तकरीबन 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं, जो दिखने में काफी सुनहरा एवं आकर्षण से भरा दिखता है।
जीरो पॉइंट अलमोड़ा के खूबसूरत आकर्षण में से शामिल जीरो पॉइंट एक वन्यजीव अभयारण्य का परिसर बिंदु है। जीरो पॉइंट तक जाने के लिए अभ्यारण परिसर में लगभग 1 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती हैं। ज़ीरो पॉइंट तक पहुंचने के लिए ट्रेकिंग एक शानदार गतिविधि हैं। जोकि यहाँ के खूबसूरत नजारों के साथ-साथ प्राकृतिक सुंदरता को बयां करता हैं। अगर आप जीरो पॉइंट से 300 किलोमीटर का सफ़र तय कर सकते है तो केदारनाथ, शिवलिंग, त्रिशूल और नंदादेवी जैसे दर्शनीय स्थल भी जा सकते हैं।
जागेश्वर धाम मंदिरजागेश्वर मंदिर समूह में 125 छोटे बड़े मंदिर है।यह मंदिर कैलाश मानसरोवर के प्राचीन मार्ग पर स्थित जागेश्वर,शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है।ऐसी मान्यता है कि जगतगुरू आदि शंकराचार्य ने इस स्थान का भ्रमण किया और इसको पुनर्स्थापित किया भगवान शिव को तथा अन्य देवी-देवताओं को समर्पित है। जिसमें जागेश्वर, मृत्युंजय ,नवदुर्गा ,सूर्य ,नवग्रह, पुष्टि देवी ,कालिका तथा लक्ष्मी देवी मुख्य है। यहां देवदार के पेड़ है जो करीब 100 फीट लंबा है। जागेश्वर धाम , पौराणिक कथाओं के अनुसार ऋषि मुनि यहां पर तपस्या किए हैं। यह बहुत ही पवित्र स्थान है यहां पर आपको जरूर जाना चाहिए घूमने के लिए और भगवान का दर्शन भी कीजिए।
बिनसर अल्मोड़ा हिल स्टेशन से लगभग 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बिनसर पर्यटन स्थल एक छोटा सा गांव हैं। जोकि देवदार के पेड़ों के हरे-भरे जंगल, घास के मैदान और खूबसूरत मंदिरों के लिए जाना जाता हैं। समुद्र तल लगभग 900 मीटर से 2500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित आकर्षित स्थान हैं और यह देखने लायक शहर ओक, पाइंस और रोडोड्रोन निकट स्थित हैं।
गोविंद वल्लभ पंत म्यूजियमयह संग्रहालय अल्मोड़ा बस स्टॉप के पास स्थित है। गोविंद वल्लभ पंत म्यूजियम अल्मोड़ा का एकमात्र संग्रहालय है। इस संग्रहालय में अल्मोड़ा के इतिहास में और पुराने जमाने की वस्तुएं मौजूद है। इस संग्रहालय का कला दृष्टि से भी बहुत महत्व है यहां ग्रामीण शैली की पेंटिंग एपन हैं जो इस क्षेत्र की लोकप्रिय पेंटिंग मानी जाती है। इस संग्रहालय में कत्युरी और चांद राजवंशों की विरासतों से जुडे़ कई तथ्य मौजूद हैं। यह संग्रहालय अल्मोड़ा में आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद माना जाता हैं।
ब्राइट एंड कॉर्नर अल्मोड़ा से तकरीबन 3 किलोमीटर की दूरी अंतराल पर स्थित अल्मोड़ा का यह ब्राइट एंड कॉर्नर स्थित है, जो कि सूर्योदय एवं सूर्यास्त के लिए काफी फेमस हैं। अल्मोड़ा का यह शांति वाला जगह इतना खास तो नहीं है, पर यहां से दिखने वाला सूर्योदय एवं सूर्यास्त का दृश्य इतना शानदार होता है कि कोई जवाब ही नहीं।
चितई मंदिर अल्मोड़ा के दर्शनीय पर्यटन स्थलों में शामिल भगवान गोलू का चितई मंदिर भक्तो के बीच बहुत अधिक प्रसिद्ध हैं। यह मंदिर भगवान शिव के एक अन्य नाम चितई के रूप में जाना जाता हैं। चितई मंदिर का निर्माण चांद शासन के दौरान किया गया था। मंदिर में भक्तो द्वारा लटकाई जाने वाली घंटियों का आकर्षण देखने लायक होता है। आप जब भी अल्मोड़ा की यात्रा पर जाए तो चितई मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए जरूर जाए।
बोडेन मेमोरियल मेथोडिस्ट चर्चपोखर खली में स्थित बुडेन मेमोरियल मेथोडिस्ट चर्च, अल्मोड़ा में घूमने के लिए सबसे प्रमुख स्थानों में से एक है। ब्रिटिश काल के दौरान बनाया गया यह चर्च क्षेत्र की सबसे पुरानी संरचनाओं में से एक है।हर साल क्रिसमस के दौरान इस चर्च को खूबसूरती से सजाया जाता है और सभी धर्मों के लोग अपने धर्म के बावजूद आते हैं। बोडेन मेमोरियल मेथोडिस्ट चर्च अल्मोड़ा के लोगों के लिए एक लोकप्रिय क्रिसमस समय का आकर्षण है। चर्च का निर्माण 1897 में श्रद्धालु जॉन हार्डी पर लन्दन मिशनरी सोसाइटी से जुड़े बोझ के रूप में किया गया था। जिन्हें बाद में कप्तान हेनरी रामसे ने रूमा में एक मिशनरी पद की पेशकश की थी।
डियर पार्क यह पार्क अल्मोड़ा से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। डियर पार्क को एनडीटी N।D।T के नाम से भी जाना जाता है। डियर पार्क का सबसे प्रमुख आकर्षण देवदार के हरे-भरे वृक्ष है और उनके बीच घुमते हुए हिरण, तेंदुआ और काले भालू जैसे कई जानवर इसकी खूबसूरती को देखने लायक बना देते हैं। डियर पार्क मे शाम के समय काफी रौनक रहती है। डियर पार्क अल्मोड़ा हिल स्टेशन पर घूमने लायक जगह में प्रमुख हैं।