असली गुजरात देखना हैं तो चले आइये इन 8 जगहों पर, पर्यटन के साथ लें खूबसूरत नजारों का आनंद

गुजरात भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य हैं जिसे हमेशा से व्यापारिक गतिविधि के लिए जाना जाता रहा हैं। लेकिन इसी के साथ ही गुजरात को पर्यटन के लिए भी जाना जाता हैं। अपनी सांस्कृतिक विविधता, खानपान, इतिहास, सभ्यता आदि के चलते गुजरात सैलानियों की पसंदीदा जगहों में से एक हैं। अगर आप भारत दर्शन करना चाहते हैं तो आपको गुजरात जरूर आना चाहिए क्योंकि यहां भारत और भारत की संस्कृति का असली रूप देखने को मिलता है। नवरात्र के दौरान यहां का नजारा और भी खूबसूरत होता है। आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जो असली गुजरात की छवि पेश करते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

अहमदाबाद

अहमदाबाद गुजरात का एक अभिन्न शहर है जो अपने विकासशील योग्यता के लिए जाना जाता है। जो भी पर्यटक गुजरात घूमने के लिए आते हैं वह बिना अहमदाबाद घूमने यहां से नहीं जाते हैं। गुजरात का अहमदाबाद शहर कई प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के साथ स्वादिष्ट खाने और गुजरात की संस्कृति के लिए मशहूर है। आपको साबरमती नदी में नाव की सवारी जरूर करनी चाहिए। अहमदाबाद में आप साबरमती आश्रम और कंकरिअ झील घूम सकते हो। यदि आप अहमदाबाद जाते हो तो आप वहां के प्रसिद्ध खाखरा, ढोकला और फाफड़ा का मज़ा भी ले सकते हो।

अहमदपुर मांडवी बीच

ये बीच गुजरात के सबसे बेहतरीन समुद्र तटों में से एक है। यहाँ आप समुद्र की लहरों की अठखेलियाँ देख सकते हैं, समुद्र के पीछे डूबते सूरज को देख सकते हो। इसके अलावा इस बीच पर घोड़े की सवारी का मजा लिया जा सकता है और कई बैकवाटर स्पोर्टस किए जा सकते हैं। यकीन मानिए ये बीच आपको कई बेहतरीन यादें समेटने का मौका देगा। ये बीच अहमदपुर में है जो अहमदाबाद से करीब 350 किलोमीटर दूर है। आप यहाँ खुद की गाड़ी से जा सकते हैं, पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जा सकते हैं या फिर ट्रेन से जा सकते हैं।

कच्छ का रण

कच्छ के रण को दुनिया के सबसे बड़े नमक रेगिस्तान के रूप में जाना जाता है। यह कच्छ में सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। इस खूबसूरत विशाल रेगिस्तान में कई प्रसिद्ध फिल्मों की शूटिंग हुई है जैसे मगधीरा और रामलीला। पूर्णिमा की रात यहां की खूबसूरती में चार चांद लगाना एक भारी अनुभव है। नवंबर से फरवरी तक हर साल आयोजित होने वाले रण उत्सव के लिए प्रसिद्ध, आप कच्छ के रण में संगीत, संस्कृति, नृत्य और विभिन्न गतिविधियों जैसे ऊंट गाड़ी की सवारी, राइफल शूटिंग, सांस्कृतिक शो आदि का आनंद ले सकते हैं।

गिर नेशनल पार्क

सासन गिर के रूप में भी जाना जाने वाला, यह वन्यजीव अभयारण्य एशियाई शेरों का एकमात्र शेष घर है। अफ्रीका के अलावा, यह दुनिया का एकमात्र स्थान है, जहाँ आप इस प्रजाति को देख सकते हैं। गिर राष्ट्रीय उद्यान हर साल 16 जून से 15 अक्टूबर तक बंद रहता है और वन्यजीवों को देखने का सबसे अच्छा समय अप्रैल और मई है। यहां आप पहाड़ियों, पठारों, और क्षेत्र की 7 प्रमुख नदियों जैसे दातारडी, हिरन, रावल आदि के हिस्सों से बना एक अनूठा परिदृश्य देख सकते हैं।गुजरात में देखने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक, इसमें 400 से अधिक प्रजातियां हैं। पार्क में एशियाई शेर, लकड़बग्घा, चिंकारा, नीलगाय, मगर मगरमच्छ, अजगर, मालाबार व्हिसलिंग थ्रश, तावी चील आदि जैसे कई अनोखे वन्यजीव (पशु और पक्षी) प्रजातियां देख सकते हैं।

वडोदरा

गुजरात में स्थित वडोदरा शहर सर्वदेशीय शहर माना जाता है। अपने इतिहास के लिए वडोदरा या बड़ौदा बहुत मशहूर है, यहां मराठा साम्राज्य के राजा सयाजी राव गायकवाड III की बनवाई हुई विशालकाय इमारतें स्थित हैं। इतिहास में वडोदरा शहर व्यापार के लिए बहुत अनुकूल माना जाता था। वडोदरा शहर को गुजरात का कल्चरल कैपिटल भी माना गया है।

तीथल बीच

पहले तो ये जिस जगह पर है उसके बारे में बहुत कम लोगों को पता होगा। तीथल बीच गुजरात के वलसाड शहर में है। इस शहर में बहुत सारे बीच हैं जिसमें सबसे खूबसूरत बीच यही है। यहाँ वीकेंड पर बहुत भीड़ होती है। ऐसा लगता है पूरा वलसाड ही यहाँ आ गया है। आपको इस जगह की असली खूबसूरती देखनी है तो वीकेंड को छोड़कर बाकी दिनों में आइए। जब यहाँ लोगों का तांता नहीं होगा। अहमदाबाद से वलसाड की दूरी 336 किमी है।

द्वारिका धाम

भारत के गुजरात राज्य के पश्चिमी सिरे पर समुद्र के किनारे स्थित 4 धामों में से 1 धाम और 7 पवित्र पुरियों में से एक पुरी है द्वारिका। यहां पर श्रीकृष्ण का एक प्राचीन मंदिर है और समुद्र में डूबी हुई द्वारिका नगरी। द्वारिका 2 हैं- गोमती द्वारिका, बेट द्वारिका। गोमती द्वारिका धाम है, बेट द्वारिका पुरी है। बेट द्वारिका के लिए समुद्र मार्ग से जाना पड़ता है। चार धामों में से एक द्वारिका धाम का मंदिर लगभग 2 हजार से भी अधिक वर्ष पुराना है। द्वारिकाधीश मंदिर से लगभग 2 किमी दूर एकांत में रुक्मिणी का मंदिर है। कहते हैं, दुर्वासा के शाप के कारण उन्हें एकांत में रहना पड़ा।

सापुतारा

सापुतारा गुजरात प्रांत में स्थित एक छोटा सा हिल स्टेशन है जो वेस्टर्न घाट पर मौजूद है। सापुतारा प्रकृति के सौंदर्य दर्शन के लिए जाना जाता है। यहां हरे-भरे जंगल, ऊंचे-ऊंचे पहाड़, निर्मल धारा में बहते झरने और कई मनोरम दृश्य लोगों के दिलों में बस जाते हैं। कहा जाता है कि सापुतारा सांपों का निवास स्थान है। यहां पर रहने वाली जातियां होली जैसे शुभ पर्व पर सांपों की पूजा करते हैं। अगर आप ट्रैकिंग पर जाना चाहते हैं तो सापुतारा आपके लिए बेस्ट जगह है।