नए साल की शुरुआत हो चुकी हैं। कई लोग नए साल के शुरूआती दिनों में घूमने की प्लानिंग करते हैं और ऐसी जगह पर जाना पसंद करते हैं जहां सुकून, शान्ति और प्राकृतिक सुंदरता के नजारे देखने को मिले। सर्दियों के इन दिनों में कई लोग दार्जिलिंग जाना पसंद करते हैं जिसे पहाड़ियों की रानी के नाम से जाना जाता हैं। यहां घूमने का अपना अलग ही आनंद हैं। आप यहां सिर्फ दो दिन में ही घूमने का पूरा मजा उठा सकते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको दार्जिलिंग घूमने की प्लानिंग के बारे में बताने जा रहे हैं कि किस तरह दो दिन में यहां का ट्रिप प्लान किया जा सकता हैं।
दार्जिलिंग में इस तरह करें पहले दिन की प्लानिंग
ग्लेनरी में करें ब्रेकफास्टअपने बेक किए हुए सामान, चाय और केक के लिए लोकप्रिय, ग्लेनरी यकीनन शहर की सबसे प्रतिष्ठित बेकरी है। कैफे से आप चाय का मजा लेते हुए पहाड़ों का खूबसूरत नजारा भी देख सकते हैं और यहां से ढेरों फोटोज भी खींच सकते हैं।
हैप्पी वैली टी एस्टेटहिल कार्ट रोड के ठीक नीचे स्थित, हैप्पी वैली टी एस्टेट घूमने लायक जगहों में से एक है, खासकर मार्च से मई के दौरान, जब पत्तियों को निकालने का समय आ जाता है। आमतौर पर चाय बागान के कर्मचारी आपको कारखानों और इसकी कई प्रक्रियाओं के बारे में आपको बताएंगे, जो दार्जिलिंग का एक बेहद ही दिलचस्प टूर बन जाता है।
दार्जिलिंग में इस तरह करें दूसरे दिन की प्लानिंग
सोनम किचन में ब्रेकफास्टचौरास्ता से थोड़ी सी पैदल दूरी पर आप सोनम की रसोई नामक एक छोटे से भोजनालय में जा सकते हैं। यहां केवल नाश्ता और रात का खाना परोसा जाता है, दोपहर के समय रसोई बंद रहती है।
दार्जीलिंग टॉय ट्रेनएक और टॉय ट्रेन जिसे आपको जरूर देखने चाहिए, वो है दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे पर टॉय ट्रेन की सवारी। टॉय ट्रेन के रूप में लोकप्रिय, यह दार्जिलिंग का एक तरह से गौरव है। इसे 1999 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। ट्रेन में बैठकर आप प्रकृति की खूबसूरती को पास से देख सकते हैं।
दार्जीलिंग माल रोडखरीदारी करने के लिए दार्जिलिंग भी काफी फेमस है, यहां की दुकानें, एम्पोरियम और किताबों की दुकानों से लेकर रेस्टोरेंट, कैफे और चाय की दुकानों तक, आपको यहां सब कुछ देखने को मिल जाएगा। यहां की दुकानें सुबह से लेकर शाम तक खुली रहती हैं, जहां से आप शॉल, जैकेट, जूते, टोपी स्कार्फ जैसी चीजें ख़रीद सकते हैं। अन्य लोकप्रिय विकल्पों में तिब्बती मास्क, ज्वेलरी, कालीन और स्थानीय सामान शामिल हैं।