आस्था और रोमांच का संगम तिरूपति बालाजी, बच्चो को लेकर जरुर जाएं

दक्षिण भारत का सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पूरे भारत में लोकप्रिय है। यहां वेंकेटश्वर स्वामीजी का भव्य मंदिर है। तिरूपति नगर में स्थित यह मंदिर बालाजी के नाम से मशहूर है। अगर आप भी इन सर्दियों में कहीं ऐसी जगह जाना चाहते हैं जहां आस्था के साथ रोमांच का भरपूर आनंद ले सकें तो तिरूपति एक अच्छा आॅप्शन हो सकता है। आईए जानें तिरूपति नगर क्यों है लोगों की आस्था का केंद्र...

सप्तगिरी क्षेत्र के नाम से मशहूर

तिरूपति नगर में बालाजी का मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। इसके पास में 7 अन्य पहाड़ियां हैं, इसलिए इसे सप्तगिरी क्षेत्र भी कहा जाता है। इस प्राचीन मंदिर का इतिहास लगभग 2 हजार वर्ष पुराना है। यहां पर भगवान विष्णु की पूजा सप्तगिरी के देवता के रूप में की जाती रही है।

अद्भूत वास्तुकला का सुंदर नमूना


श्री बालाजी का मुख्य मंदिर द्रविड वास्तुकला का सुंदर नमूना हे। मुुख्य मंदिर चारों ओर कलात्मक गोपुरम् यानी प्रवेशद्वार से घिरा है। मध्य में स्थित मंदिर का विमान और ध्वज स्तंभ स्वर्ण मंडित है, जो हर समय चमकता रहता है।

रहने की उत्तम व्यवस्था

श्री वेंकेटश्वर के पूरे मंदिर परिसर की संचालन व्यवस्था एक ट्रस्ट के अधीन है जिसका नाम तिरूपति तिरूमला देवस्थानम है। यात्रियों के दर्शन, आने-जाने और ठहरने की व्यवस्था इस ट्रस्ट के द्वारा उत्तम ढ़ंग से की जाती है।

तिरूपति नगर में और भी है दर्शनीय स्थल


तिरूमला पहाड़ियों के नीचे स्थित तिरूपति नगर में बालाजी के अलावा और भी कई मंदिर और दर्शनीय स्थान हैं। इनमें श्री कोदंडस्वामी मंदिर, गोविंदराज पेरूमल मंदिर और कपिलतीर्थम् सरोवर है।