अपनी संस्कृति का बेहतरीन नजारा पेश करती हैं भारत की ये जगहें, बनाएं यहां घूमने का प्लान

भारत विवधता वाला देश है जहां आपको अलग-अलग धर्म, संस्कृति, रीति-रिवाज, भाषा, पहनावा देखने को मिलते है। ये विविधताएं ही हैं जो देश को आकर्षक और रोचक बनाने का काम करती हैं। देश की कुछ जगहें ऐसी हैं जो अपनी संस्कृति का बेहतरीन नजारा पेश करती हैं और इसे देखने के लिए ही देश-विदेश से सैलानी यहां पहुंचते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको देश की कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी विरासत सैलानियों को अपनी ओर खींचती हैं। आने वाली छुट्टियों में आप भी इन जगहों पर घूमने का प्लान बना सकते हैं और अद्भुद संस्कृति का अहसास ले सकते हैं। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...

अमृतसर

अमृतसर शहर सिख संस्कृति का केंद्र है। यहां के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल स्वर्ण मंदिर, जलियांवाला बाग और वाघा बॉर्डर है। स्वर्ण मंदिर जैसे पवित्र स्थल पर आप मन की शांति का अनुभव कर सकते हैं। दूसरी ओर, वाघा बॉर्डर आपको हवा में ऊर्जा का एहसास कराएगा और ठंडक पहुंचाएगा। इसके अलावा, शहर के खाने में शहर की संस्कृति स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, स्वादिष्ट लस्सी, अमृतसरी फिश, छोले भटूरे, और स्वर्ण मंदिर का लंगर।

पुडुचेरी

पैरेडाइज बीच, अरबिंदो आश्रम, सेरेनिटी बीच, रॉक बीच , ओस्ट्री झील, मीरीन मस्जिद और आनंद रंगा पिल्लई हवेली ये सब पुडुचेरी के कुछ ऐसे स्थान हैं, जो सभी को बेहद पसंद आते हैं। ये सभी जगहें भारतीय संस्कृति के साथ फ्रांसीसी विरासत के अवशेषों को संरक्षित किए हुई हैं। समुद्र तटों से लेकर ऐतिहासिक स्मारकों तक पुडुचेरी भारत का एक सुंदर पर्यटन स्थल है। यहां पर भारतीय के अलावा विदेशी पर्यटकों को सर्फिंग, स्कूबा डाइविंग में शामिल होने का मौका मिलता है ।

भोपाल

भोपाल का पुराना कस्बा अपने विशाल बाजारों और खूबसूरत मस्जिदों के साथ आपको मुगलों के काल में वापस ले जाता है। मुगल शिल्पकला की विरासत व एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद ताज-उल-मस्जिद के गुलाबी मुखौटे और संगमरमर के गुंबद बेहद प्यारे हैं। अन्य प्रमुख मस्जिद मोती मस्जिद है, जिसका आर्किटेक्चर दिल्ली की जामा मस्जिद के जैसा है। शहर से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर भीमभेटका है, जो एक पुरातात्विक स्थल है जहां प्राचीन रॉक शेल्टर और चित्रकारी देखी जा सकती है।

लखनऊ

अगर आप हिंदू-मुस्लिम संस्कृति के पूर्ण समामेलन की विरासत का अनुभव करना चाहते हैं, तो नवाबों के शहर के रूप में जाना जाने वाला, लखनऊ जरूर जाएं। इस शहर की कला और साहित्य शब्दों से परे है। लखनऊ की वास्तुकला दिल्ली सल्तनत, मुगलों, नवाबों के साथ-साथ अंग्रेजों से काफी प्रभावित रही है। प्रामाणिक मुगल व्यंजन लाजवाब है। जब आप लखनऊ में हों तो आपको बड़ा इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा, ब्रिटिश रेजीडेंसी परिसर और ऐसे ही कई अन्य प्रसिद्ध स्थानों की यात्रा जरूर करनी चाहिए।

जयपुर

गुलाबी शहर जयपुर, शानदार महलों, हवेली और स्मारकों के लिए जाना जाता है। विशाल आमेर किला शहर से बाहर 11 किलोमीटर दूर अपने उच्च सजावट वाले प्रवेश द्वार, जटिल जाली के काम और एक प्रभावशाली शीशमहल के साथ एक बड़ा आकर्षण प्रस्तुत करता है। शहर का पैदल दौरा करें, हवा महल, सिटी पैलेस और विभिन्न बाजारों का दौरा करें। यह शहर अपने ब्लॉक प्रिटिंग उद्योग और रंगीन बांदिणी के काम के लिए प्रसिद्ध है, और यहां की जयपुरी रजाई का कहना ही क्या।

मैसूर

कर्नाटक में स्थित मैसूर तो कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है। यहां आपको मैसूर पैलेस, ललिता महल और चामुंडी हिलटॉप मंदिर अवश्य जाना चाहिए। विजयनगर साम्राज्य पर सभी वास्तुकला और चित्रों का भारी प्रभाव है। इसके अलावा दशहरे के दौरान मैसूर जाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इस दिन पूरा शहर एक साथ बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता है। यहां जाएं तो मैसूर पाक का स्वाद चखना ना भूलें। साथ ही यहां की मैसूर सिल्क साड़ी की शॉपिंग भी कर सकते हैं।

ऋषिकेश

विश्व की योग राजधानी के रूप में प्रसिद्ध ऋषिकेश देश-विदेश से आए यात्रियों को अपनी ओर बरबस ही आकर्षित करता है। यहां पर कई आश्रम हैं, जो ध्यान और योग की शिक्षा प्रदान करते हैं, इसलिए आध्यात्मिक साधकों के लिए यह एक पसंदीदा स्थान बन गया है। यहां पर कई ऐसे आश्रम भी हैं, जो विदेशी यात्रियों को रहने और आध्यात्मिक उपचार का अनुभव प्रदान करते हैं। इसलिए वर्षों से ऋषिकेश विदेशियों का फेवरेट डेस्टीनेशन बना हुआ है।

वाराणसी

प्राचीन शहर वाराणसी में कई सारे मंदिर, नदी के किनारे बने घाट, रंगीन बाज़ार और भगवा कपड़े पहने साधू दिखाई देते हैं। गंगा नदी नें एक नाव की सवारी लें, पुराने शहर की छोटे गलियों की सैर करें करें और हलवाइयों द्वारा बनाए गए स्थानीय व्यंजन का स्वाद चखें। शाम को, गंगा आरती में भाग लें, जो घंटियों की ध्वनि, मंत्र, आग और धूप के छल्ले के साथ वास्तव में आत्मोत्थान का अनुभव कराती है। गंगा महोत्सव के पांच दिवसीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य समारोह के दौरान वाराणसी जाने का सही समय होता है। दीपावली के दौरान गंगा नदी में तैरते हजारों दिए का मनमोहक नज़ारा देख सकते हैं।

कोलकाता

इस राज्य में मिलने वाली मिठाइयों से तो हर कोई वाकिफ है। कोलकाता को अक्सर अपने सांस्कृतिक इतिहास के कारण भारत की सांस्कृतिक राजधानी माना जाता है। भारी ब्रिटिश प्रभाव के अलावा ये शहर अपने समृद्ध साहित्य के लिए भी जाना जाता है। जब आप कोलकाता में हों, तो विक्टोरिया मेमोरियल, साइंस सिटी, हावड़ा ब्रिज और कई अन्य जगहों पर जरूर जाएं। शहर किसी भी समय घूमने के लिए एक खूबसूरत जगह है, हालांकि, कोलकाता में दुर्गा पूजा एक ऐसा अनुभव है जिसे आप कभी नहीं भूल पाएंगे।