आने वाले समय में गुलाबी ठण्ड शुरू होने वाली हैं जो की पर्यटन के लिए बहुत उचित समय माना जाता हैं। अगर आप भी कहीं पर्यटन का मन बना रहे हैं तो राजस्थान आपके लिए इस समय बेहतर जगह हैं। राजस्थान को अपनी संस्कृति और विरासत के लिए जाना जाता हैं। इसमें पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनते हैं राजस्थान की शान बढ़ाने वाले किले। राजस्थान में कई किले हैं जो अपनी विशेषता के चलते विश्व धरोहर भी बन चुके हैं। आज इस कड़ी में हम आपको राजस्थान के कुछ प्रसिद्द किलों के बारे में बताने जा रहे है।
आमेर का किला
जयपुर शहर से 11 किलोमीटर दूर पहाड़ पर स्थित आमेर का किला विश्व धरोहर है। स़फेद और लाल बलुआ पत्थर से बना ये किला पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। इसका निर्माण 1592 में हुआ था। आमेर का किला हाथी की सवारी के बिना अधूरा है। हाथी की सवारी के साथ किले का आकर्षण और भी बढ़ जाता है। किले के अंदर दिल-ए-आराम गार्डन देखना न भूलें। दिवान-ए-आम, शिला देवी मंदिर, शीश महल आदि यहां के मुख्य आकर्षण हैं। आमेर फोर्ट हमेशा से बॉलीवुड को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। जोधा अकबर, बोल बच्चन, वीर आदि फिल्में आमेर के किले में शूट हुई हैं।
कैसे जाएं?
जयपुर से आप प्राइवेट टैक्सी के ज़रिए पहुंच सकते हैं।
मेहरानगढ़ का किला
जोधपुर में 122 मीटर की ऊंचाई पर बना यह किला आज से नहीं, बल्कि सालों से आगंतुकों के आकर्षण का केंद्र रहा है। जोधपुरी नक्काशी का जीता-जागता नमूना मेहरानगढ़ किले का निर्माण 1549 में हुआ था। किले के जय पोल से पूरे शहर का दृश्य बहुत ही ख़ूबसूरत लगता है। जोधपुर शहर को यहां से देखने का लुत्फ़ ज़रूर उठाएं। ज़ेनाना महल, फूल महल, मोती महल, शीश महल और म्यूज़ियम यहां के मुख्य आकर्षण हैं।
कैसे जाएं
जोधपुर रेलवे स्टेशन से 6 किलोमीटर की दूरी पर मेहरानगढ़ का किला है। आप लोकल सवारी से कुछ मिनटों में ही यहां पहुंच सकते हैं।
चितौड़गढ़ का किला
यह भारत का सबसे बड़ा किला है। 180 मीटर की ऊंचाई पर बना यह किला वॉटर फोर्ट के नाम से भी जाना जाता है। किले के सात बड़े दरवाज़े आकर्षण के केंद्र हैं। इसके साथ कीर्ति स्तंभ और विजय स्तंभ भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। राणा कुंभ महल, फतेह प्रकाश महल और पद्मिनी पैलेस देखने लायक हैं। कुंभश्याम मंदिर और कालिका माता मंदिर के दर्शन ज़रूर करें।
कैसे जाएं?
यहां पहुंचने के लिए उदयपुर सबसे सही जगह है। उदयपुर से टैक्सी के ज़रिए आप 113 किलोमीटर दूर चितौड़गढ़ पहुंच सकते हैं।
जैसलमेर का किला
सोनार किला या गोल्डन किला के नाम से मशहूर जैसलमेर का किला लोगों के दिलों में एक ख़ास जगह बनाए हुए है। सूरज की किरणें जब इस सुनहरे किले की दीवारों पर पड़ती हैं, तो सोने-सा चमक उठता है ये किला। किले में दाखिल होने का पहला भव्य और बड़ा दरवाज़ा अनायास ही पर्यटकों के मन को मोह लेता है। राजमहल, जैसलमेर फोर्ट पैलेस म्यूज़ियम ज़रूर देखें। जैन और लक्ष्मीनाथ मंदिर का दर्शन अवश्य करें। हम दिल दे चुके सनम और टशन के कुछ दृश्यों की शूटिंग जैसलमेर के किले में हुई है।
कैसे जाएं?
जोधपुर से 280 किलोमीटर दूर जैसलमेर शहर है। जैसलमेर का किला रेलवे स्टेशन से स़िर्फ 3 किलोमीटर की दूरी पर है। रिक्शा या फिर टैक्सी द्वारा आप यहां पहुंच सकते हैं।