देह व्यापार के लिए बदनाम हैं भारत के ये इलाके, खुलेआम चलता हैं जिस्मफरोशी का धंधा

दुनियाभर में कई जगहें ऐसी हैं जो अपनी खूबसूरती, ऐतिहासिक महत्व या विशेषता के चलते जानी जाती हैं और पर्यटन को बढ़ावा देती हैं। लेकिन वहीँ दुनियाभर में कई जगहें ऐसी भी हैं जो वेश्यावृत्ति (Prostitution) के लिए जाने जाते हैं और उसी से उनकी पहचान हैं। ऐसा नहीं हैं कि सिर्फ विदेशों में ऐसी जगहें हैं, बल्कि भारत के भी कुछ शहर या इलाके ऐसे हैं जो देह व्यापार के लिए बदनाम हैं और वहां जिस्मफरोशी का धंधा खुलेआम चलता हैं। भारत में IPC के मुताबिक, वेश्यावृत्ति वास्तव में अवैध नहीं है, लेकिन कुछ मामलों में इसे दंडनीय बताया गया है। आज इस कड़ी में हम आपको देश के उन रेड लाइट इलाकों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनकी चर्चा पूरी दुनिया में होती हैं।

इलाहाबाद का मीरगंज

इलाहाबाद अपने कई खूबसूरत जगहों के लिए पर्यटकों की पहली पसंद माना जाता हैं। लेकिन इलाहाबाद में कुछ ऐसी भी बदनाम जगहें हैं जो सालों पहले से मौजूद हैं। इलाहाबाद का मीरगंज इलाका गैर-कानूनी सेक्स वर्किंग के लिए जाना जाता है। यहाँ किसी भी महिला के साथ जाना खतरे से खाली नहीं है। मीरगंज रेडलाइट ऐरिया तकरीबन डेढ़ सौ साल पुराना है। हर घर के बाहर सज-धज कर तैयार महिलाएं हर आने-जाने वाले को अपने पास बुलाती नजर आ जाएंगी। जानकारी के मुताबिक, यहाँ पर पहले कोठे चलते थे और यहाँ पुराने जमीदार मुजरा देखने आते थे। इसलिए आप जब भी इलाहाबाद घूमने जाए तो इन बदनाम जगहों पर भूल कर भी न जाएं।

दिल्ली का जीबी रोड

गारस्टिन बास्टिन रोड यानी जीबी रोड, दिल्ली स्थित ये जगह भी इस खूबसूरत शहर पर एक कालिख की तरह है। हालांकि 1965 में इस स्थान का नाम स्वामी श्रद्धानंद मार्ग कर दिया गया लेकिन, आज भी यहां देहव्यापार का धंधा खुलेआम चलता है। बताया जाता है कि मुगलकाल के दौरान यहां कई बड़े कोठे हुआ करते थे जिन्हें बाद में खत्म करके एक कर दिया गया। बताया जाता है कि यहां बने छोटे छोटे तंग कमरों में कई कई सेक्स वर्कर एक साथ रहने को मजबूर हैं।


ग्वालियर का रेशमपुरा

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रेशमपुरा एक बड़ा रेडलाइट इलाका है। यहाँ देह व्यापार के लिए विदेशी लड़कियों के साथ मॉडल्स, कॉलेज गर्ल्स भी हैं। यहाँ एक तरह से कॉलेज गर्ल्स के लिए बाकायादा ऑफिस खोले जाने लगे हैं। इंटरनेट और मोबाइल पर आने वाली सूचनाओं के आधार पर कॉलगर्ल्स की बुकिंग होती है। जानकारी के मुताबिक, यहाँ कॉलगर्ल्स को ठेके पर या फिर वेतन पर रखा जाता है।

मुंबई का कमाठीपुरा

यहां का कमाठीपुरा पूरी दुनिया में जिस्मफरोशी के धंधे के लिए बदनाम है। कहा जाता है कि ये पूरे एशिया का सबसे पुराना रेडलाइट एरिया है। कहा जाता है कि कमाठीपुरा में बाहर से काम करने आई महिलाओं ने यहां वेश्यावृत्ति का धंधा शुरू किया था। धीरे-धीरे यहां अंग्रेज आने लगे और यह एक रेडलाइट एरिया में तब्दील हो गया।

वाराणसी का शिवदासपुर

वाराणसी के इस इलाके में जिस्माफरोशी का धंधा प्राचीनकाल से चल रहा है। घाटों के शहर, वाराणसी के एक अलग कोने में ये इलाका है जहाँ ये धंधा चलता है। शिवदासपुर, रेलवे स्टेशन से करीब 3 किलोमीटर दूर रेडलाइट एरिया के रूप में फेमस है। ये एक तरह से यूपी का सबसे बड़ा रेडलाइट इलाका है। यहाँ की तंग गलियों में घर के बाहर खड़ी लड़कियां ग्राहकों को उसी पारंपरिक तरीके से रिझाती नजर आती हैं, जैसे एक समय यहाँ चलने वाले कोठे में पारंपरिक रूप से चलन में था। तो जब भी वाराणसी जाए इन बदनाम जगहों पर भूल कर भी न जाए।

कोलकाता का सोनागाछी

कोलकाता का सोनागाछी इलाकार वेश्यावृत्ति के लिए बदनाम है। देश के पूर्वी भाग के सबसे बड़े महानगर सोनागाछी को एशिया का सबसे बड़ा रेडलाइट एरिया माना जाता है। अनुमान के मुताबिक, यहाँ कई बहुमंजिला इमारते हैं, जहाँ करीब 12 हजार लड़कियां देह व्यापार में लिप्त हैं। इतना ही नहीं, यहां वेश्यावृत्ति से जुड़ी कुछ महिलाओं को तो लाइसेंस भी दिए जा चुके हैं। इस एरिया में 18 साल से 35 साल की उम्र वाली लड़कियां जिस्मफरोशी के धंधे में शामिल हैं।