खतरनाक जानवरों के लिए पहचाने जाते हैं देश के ये 5 सबसे बड़े जंगल

भारत एक विशाल देश है जहां के हर क्षेत्र में आपको विविधता देखने को मिलेगी। अपनी विविध जलवायु के चलते यहां मौसम भी अलग-अलग रहता हैं। देश के कई हिस्से ऐसे हैं जहां दूर-दूर तक नज़र डालने पर सिर्फ जंगल ही दिखाई देता हैं। देश के 7,08,273 स्क्वायर किलोमीटर से भी ज्यादा क्षेत्र में जंगल फैला हुआ हैं। वातावरण को अनुकूल बनाए रखने, जानवरों को रहने, औषधियों सहित कई चीजों के लिए जंगल बहुत जरूरी हैं। ऐसे में आज हम आपको देश के कुछ ऐसे बड़े जंगलों के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने खतरनाक जानवरों के साथ ही कई अनोखी विशेषताओं के लिए पहचाने जाते हैं। आइये जानते हैं देश के सबसे बड़े जंगलों के बारे में...

सुंदरवन का जंगल, पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल में स्थित सुंदरवन के जंगल को भारत का सबसे बड़ा और खतरनाक जंगल के रूप में जाना जाता है। यह जंग गंगा नदी के डेल्टा पर स्थित है। जंगल का क्षेत्रफल करीब 10,000 स्क्वायर किलोमीटर है। यह जंगल रॉयल बंगाल टाइगर के लिए प्रसिद्ध है, यहां खारे पानी के मगरमच्छ भी बहुताया पाए जाते हैं। सुंदरवन का डेल्टा में ही भारत की सबसे पवित्र नदी गंगा, ब्रह्मपुत्र, पद्मा और मेघना जैसी नदियां आकर समुद्र में मिलती हैं। सुंदरवन का जंगल भारत और बांग्लादेश दोनों देशों में पड़ता है। यहां की जमीन बड़ी ही दलदली है और यहां पर दुनिया का सबसे हरा भरा जंगल भी मौजूद है।

गिर का जंगल, गुजरात

गिर का जंगल भारत का दूसरा सबसे बड़ा जंगल है। गुजरात में स्थित गिर का जंगल एशियन शेरों के लिए प्रसिद्ध है। यह खतरनाक जंगल सोमनाथ से 43 किलोमीटर उत्तर पूर्व की तरफ और जूनागढ़ से 60 किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ है। 1,412 स्क्वायर किलोमीटर फैले गिर के जंगल में से 258 किलोमीटर स्क्वायर का भाग पूरी तरीके से संरक्षित है और 1,153 किलोमीटर स्क्वायर का भाग एक वन्य जीव अभ्यारण्य है। गिर का जंगल दुनिया में पहला ऐसा जंगल है, जहां पर एशियन शेर पाए जाते हैं।

खासी के पहाड़ों का जंगल, मेघालय

इसे भारत के तीसरे सबसे बड़े जंगल के रूप में जाना जाता है। यह भारत के मेघालय राज्य में स्थित खासी के पहाड़ों के बीच स्थित वर्षा वन है। दक्षिण में स्थित चेरापूंजी की वजह से ये जंगल साल के हर दिन वर्षा से पूरी तरह भीगा हुआ रहता हैं। खासी के पहाड़ों के ऊपर बसा ये जंगल करीब 1,978 मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ हैं। मेघालय में स्थित जंगल काफी दूर तक और काफी बड़े क्षेत्र में फैले हुए हैं। वैसे भी मेघालय भारत का एक ऐसा राज्य है, जहां पर वहां की कुल भूमि का 75 फीसदी से भी ज्यादा भाग जंगलों से घिरा हुआ है। खासी के पहाड़ों का जंगल करीब 2,741 स्क्वायर किलोमीटर में फैला है।

नामडाफा जंगल, अरुणाचल प्रदेश

नामडाफा जंगल भारत के कुछ सबसे बड़े जंगलों में से एक हैं और यह अरुणाचल प्रदेश में मौजूद है। ये जंगल 1,985 स्क्वायर किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ हैं। ये जंगल भारत के बहुत ही ठन्डे इलाके में स्थित हैं। सदाबहार इस जंगले में ऐसे ऐसे जानवर पाए जाते हैं जो भारत में और कहीं नहीं पाए जाते हैं। इन जंगलों में खासतौर से लाल पांडा, लाल लोमड़ी, लंगूर, बन्दर जैसे जानवर पाए जाते हैं। अरुणाचल प्रदेश पर कुल भूमि का 80% से भी ज्यादा भाग जंगलों से घिरा हुआ है। जिसमें से ये नामडाफा जंगल सबसे ज्यादा सुंदर है। पूर्वोत्तर राज्य का यह जंगल पूर्व में म्यांमार की सीमा पर जाकर खत्म होता है और यह जंगल काफी ठंडा प्रदेश है।

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, उत्तराखंड

इसे भारत का पांचवा सबसे बड़ा जंगल माना जाता है। विलुप्त होते टाइगर के लिए 1936 में इस पार्क को स्थापित किया गया। उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित जिम कॉर्बेट 520 स्क्वायर किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ, ये जंगल बंगाल टाइगर के लिए प्रसिद्ध हैं। इस जंगल में पीपल, आम के पेड़, साल के पेड़ की बहुताया है। इसका करीब 10 फीसदी का क्षेत्र हरे घास का मैदान है। जिम कार्बेट नेशनल पार्क को भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय पार्क माना जाता है।