म्यांमार में करीब 25 फीट ऊंचाई का एक ऐसा भारी-भरकम पत्थर है जो एक दूसरे पत्थर के तीखे ढाल पर अटका हुआ है। स्थानीय लोग इसे पवित्र मानते हैं और इसकी पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। इसे गोल्डन रॉक या क्यैकटियो पगोडा भी कहते हैं। यह बर्मा के बुद्धिस्ट लोगों का प्रमुख तीर्थ स्थल भी है।
जिस छोटे आकार के पत्थर पर यह टिका है उससे यह अलग मालूम पड़ता है और ऐसा लगता है कि यह कभी भी गिर सकता है। लेकिन यह सालों से अपनी जगह पर कायम है। नवंबर से मार्च के बीच यहां हजारों की संख्या में लोग पूजा करने आते हैं। स्थानीय लोग मानते हैं कि अगर साल में तीन बार इस पवित्र स्थल पर आया जाए तो उनके धन और शोहरत में बढ़ोतरी होती है।