भारत में घूमने के लिए कई जगहें हैं लेकिन गर्मियों में लोगों को ऐसी जगहों पर जाना पसंद है जहां मौसम ठंडा हो। ऐसे में उत्तराखंड में स्थित मसूरी आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है। इसकी दो वजह है, एक तो यह पास है और दूसरा यहां घूमने के लिए आपको बहुत ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे। मसूरी, देहरादून से 35 किलोमीटर दूर है। यह हिमालय पर्वतमाला की तलहटी में बसा है। मसूरी, भारत के प्रसिद्ध हिल स्टेशनों में से एक है। यहां घूमने का सबसे सही समय मार्च से लेकर नवंबर तक है। तो अगर आप भी गर्मियों में मसूरी जाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको मसूरी और उसके आसपास घूमने की कुछ खूबसूरत जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं।
लैंडोरमसूरी से केवल 8 किमी से भी कम की दूरी पर स्थित है लैंडोर। जब आप मसूरी से लैंडोर पहुंचते हैं तो ऐसा लगता है कि एक अलग ही दुनिया में पहुंच गए हैं। मसूरी में आपको सैलानियों के अलावा स्थानीय लोगों की भी काफी भीड़ नजर आती है, जबकि लैंडोर में स्थानीय आबादी 4 हजार से भी कम है। ऐसे में अगर आप किसी शांत जगह पर कुछ दिन बिताना चाहते हैं तो लैंडोर आपके लिए काफी अच्छा ऑप्शन है। लैंडोर अपने प्राकृतिक सौंदर्य के अलावा प्रसिद्ध लेखक रस्किन बॉन्ड की वजह से भी काफी लोकप्रिय है जो इसी शांत और सुंदर जगह पर रहते हैं। वे लोग वाकई भाग्यशाली हैं जो चौक में उनसे मिल पाते हैं। लेकिन आप उनकी कहानियों में भी लैंडोर को महसूस कर सकते हैं। यहां के बहुत से लोकल लोगों ने अपने घरों को ही होमस्टे में बदल दिया है और यहां आने वाले लोगों को यह होमस्टे रेंट पर आसानी से मिल सकते हैं। लैंडोर एक ऐसी जगह है जहां आप किसी भी मौसम में घूमने जा सकते हैं।
जबरखेत नेचर रिजर्व जबरखेत नेचर रिजर्व के बारे में भी बहुत कम ही लोग जानते हैं। यह जगह भी मसूरी की Unexplored जगहों में से एक है। जबरखेत नेचर रिजर्व मसूरी से 8 किलोमीटर दूर है। जबरखेत नेचर रिजर्व करीब 100 एकड़ में फैला है। अगर आप शोर-शराबे से दूर प्रकृति में खो जाना चाहते हैं तो जबरखेत नेचर रिजर्व आपके लिए परफेक्ट प्लेस है। मौसम साफ रहने पर यहां से आपको बर्फ से ढके पर्वत भी देखने को मिल सकते हैं। यहां आपको गाइड भी मिल जाएंगे जिनसे आप नेचर के बारे में बहुत सी चीजें जान सकते हैं। यहां आपको तरह-तरह के जानवर और पक्षी भी आसानी से देखने को मिल जाएंगे।
सैंजी गांवमसूरी से कुछ दूरी पर बसा यह गांव क्रॉन विलेज के नाम से जाना जाता है। यह गांव उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में स्थित है। इस गांव की खासियत यह है कि यहां हर घर को मक्के से सजाया गया है। इस गांव में मक्के की खेती की जाती है और मक्का ही यहां का मुख्य आहार है। सैंजी गांव का हर घर काफी कलरफुल तरीके से सजाया गया है जो टूरिस्ट्स को आकर्षित करता है। तो अगर आप शहर से दूर कुछ दिन गांव की शांत और सिंपल जिंदगी जीना चाहते हैं तो इस गांव में जरूर जाएं।
मॉस्सी फॉल्सअगर आप नेचर लवर हैं तो घने जंगलों के बीच स्थित इस वॉटरफॉल की खूबसूरती आपके मन को भी मोह लेगी। यहां का खूबूसूरत नजारा और आसपास बसी शांति आपको इस जगह का दिवाना बनाने के लिए काफी है। यह वॉटरफॉल मसूरी से बाला हिसार मार्ग पर सिर्फ 7 किमी दूर है। इस वॉटरफॉल में आप सुबह 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक ही रह सकते हैं। यहां जाने के लिए आपको कोई फीस देने की जरूरत नहीं है।
नाग टिब्बा ट्रेकअगर आप कुछ चुनौतीपूर्ण काम करना चाहते हैं तो नाग टिब्बा ट्रेक आपके लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है। यह मसूरी के सबसे मुश्किल ट्रेक में से एक है। यहां स्पेशलिस्ट की देखरेख में ही ट्रेक करें। इस ट्रेक को पूरा करने के लिए 2 दिन का समय लगता है। यहा पहुंचकर जो नजारा दिखाई देता है, वह आपकी थकावट को दूर कर देगा।
कुलड़ी बाजारअगर आप उत्तराखंड ट्रेडिशन से जुड़ी कुछ चीजें खरीदना चाहते हैं तो कुलड़ी बाजार में घूम सकते है। इस मार्केट में भीड़ ज्यादा नहीं रहती है। हैंडीक्राफ्ट के अलावा आप यहां अलग-अलग तरह के फुटवियर भी खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप यहां से ज्वेलरी और तिब्बती चीजें भी खरीद सकते हैं।
ज्वाला देवी मंदिर ज्वाला देवी मंदिर मसूरी स्थित काफी पुराना मंदिर है। यह मंदिर मसूरी के बिनोग हिल में स्थित है। देवी दुर्गा को समर्पित इस मंदिर में पहुंचने के लिए आपको 2 घंटे का ट्रेक करना पड़ता है। मंदिर जाते समय आस-पास की हरियाली और खूबसूरत सीनरी आपका मन मोह लेगी।
मसूरी मॉल रोडमॉल मॉल रोड मसूरी के बीचोबीच स्थित है। यहां मॉल रोड के दोनों तरफ आपको लोग कई तरह की चीजें बेचते हुए नजर आएंगे। इस मॉल रोड में शाम के समय वॉक करना काफी अच्छा लगता है। मॉल रोड के आसपास आपको बहुत सारे बजट होटल भी मिल जाएंगे।