Ganesh Chaturthi 2018 : बिना सूंड वाले गणपति जी का मंदिर, जहां होती है गणेश चतुर्थी पर विशेष पूजा

गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi 2018 का पावन पर्व आ चुका हैं और गणेश जी के सभी मंदिरों में इस दिन के लिए विशेष तैयारियां होने लगी हैं। आज हम आपको गणेशजी के ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें गणेश जी की बिना सूंड वाली प्रतिमा हैं। इस मंदिर में गणेश चतुर्थी के दिन विशेष पूजा की जाती हैं। हम बात कर रहे हैं जयपुर के नाहरगढ़ पहाड़ी पर स्थित है गढ़ गणेश मंदिर के बारे में जहां गणेश जी की बाल रूप प्रतिमा के दर्शन करने को मिलते हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

यह मंदिर करीब 350 साल पुराना है। यहां नाहरगढ़ की पहाड़ी पर महाराजा सवाई जयसिंह ने अश्वमेघ यज्ञ किया और यहां गणेश जी की बाल रूप वाली मूर्ति स्थापित की। इसके बाद ही जयपुर शहर की नींव रखी गई थी। इस मंदिर के पास खड़े होकर पूरे जयपुर का सुदर नजारा लिया जा सकता है।

इस मंदिर में गणपति जी की मूर्ति इस तरह स्थापित की गई है कि जयपुर के इंद्र पैलेस से दूरबीन के जरिए भगवान के सीधे दर्शन किए जा सकते हैं। कहा जाता है कि इंद्र महल के राजा दूरबीन से भगवान के दर्शन करते थे। इस मंदिर में कुल 365 सीढ़ियां है और मंदिर के निर्माण के समय हर रोज एक सीढ़ी बनाई जाती थी। इसी तरह एक साल में इन सीढ़ियों का बनवाया गया।

इस मंदिर के रास्ते में एक शिव मंदिर भी आता है जिसमें पूरे शिव परिवार की तस्वीर रखी गई है। बिना सूंड वाले गणेश जी के इस मंदिर में लोग दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं।इस मंदिर में 2 चूहे स्थापित किए गए हैं और कहा जाता है कि लोग अपनी इच्छाएं इन चूहों के कान में कहते हैं जो बहुत जल्द पूरी हो जाती हैं। इस मंदिर में भगवान की फोटो खींचना सख्त मना है।