इस आईलैंड पर है 'नागों का घर', जाने पर मौत पक्की

दुनिया का एक ऐसा द्वीप भी है, जहां इंसानों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या है इस जगह पर जो वहां इंसानों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। दरअसल, इस आइलैंड को 'नागों का घर' कहा जाता है। हम बात कर रहे है ब्राजील में एक आईलैंड की 'इलाहा दा क्यूइमादा', जिसे अब सांपों के आइलैंड के नाम से जाना जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्‍योंकि इस आईलैंड पर दुनिया के सबसे ज्‍यादा सांप रहते हैं, इतने कि इंसान का वहां रहना तो दूर जाना तक मना है। ये चेतावनी ब्राजील सरकार की तरफ से जारी की गई है। यहां सांप इतने जहरीले हैं कि इनके डसते ही मौत पक्की है। जहर इतना खतरनाक है कि शरीर का रंग तक काला पड़ जाता है। डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक की द्वीप पर यह स्‍थिति हाल के कुछ सालों में ही बनी है। इस आईलैंड पर सांप पाए जरूर जाते थे लेकिन उनकी तादात कम थी।

अगर सूत्रों की मानें तो इस आईलैंड पर ये स्‍थिति कुछ ही सालों में बनी है पहले ऐसा नहीं था। इस आईलैंड पर सांप पाये जरूर जाते थे पर उनकी तादात इतनी ज्‍यादा नहीं थी। पर अब 4,30,000 वर्ग मीटर में फैले इस आईलैंड पर 4000 से भी अधिक अलग-अलग प्रजातियों के खतरनाक सांप पाए जाते हैं। इस आईलैंड पर एक लाइट हाउस भी मौजूद था और उसकी देखभाल के लिए नियुक्‍त एक कर्मचारी अपने परिवार सहित वहां रहता था। द्वीप पर सांपों की संख्या बढ़ती जा रही है, यह खबर इसी कर्मचारी के चलते सामने आई। बताते हैं कि इस शख्‍स के घर की खिड़की का कांच एक दिन खुद-ब-खुद टूट गया और अचानक बहुत सारे सांप उसके घर में घुस आए। यह देखकर पूरा परिवार खौफ में आ गया। फिर वह अपने परिवार समेत वहां से बाहर भागा ताकि तट पर बंधी नाव पर बैठ कर उस आईलैंड से अपनी जान बचाकर भाग सके।

लेकिन ऐसा नहीं हो सका। वह पूरा परिवार अगली सुबह नहीं देख सका। नेवी का एक जहाज जब आईलैंड पर परिवार की जरूरत का सामान देने पहुंचा तो वहां उनकी काली पड़ी लाशों को देखकर हैरान रह गया। इसके बाद ही सांपों की इस बस्ती के बारे में पता चल पाया। आईलैंड पर बना वह लाइट हाउस हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है।

सूत्रों के अनुसार इलाहा दा क्यूइमादा आइलैंड पर प्रवासी पक्षियों के बहुतायत में आने को सांपों की बढ़ती आबादी का जिम्मेदार माना जाता है। बहरहाल वजह जो भी हो ये अब शायद दुनिया का अकेला स्‍थान है जहां पर इंसानों का नहीं सांपों का शासन है।