सांपों से तो आपको भी डर लगता होगा। आखिर लगे भी क्यों नहीं, दुनिया के सबसे जहरीले रेप्टाइल्स में गिने जाने वाले सांप अगर डस ले तो इंसान का बचना नामुमकिन हो जाता है। पर क्या आपको मालूम है कि एक देश ऐसा भी है, जहां ‘स्नेक फेस्टिवल’ मनाया जाता है और इस फेस्ट में लोग जहरीले सापों के साथ खेलते हैं। जी हां, वो देश है- इटली।
इटली के कोक्युलो शहर में हर साल मई के महीने में ‘स्नेक फेस्टिवल’ बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें लोग भारी तादाद में इकट्ठे होते हैं और जुलूस निकालते हैं।
कहा जाता है कि ‘स्नेक फेस्टिवल’, सेंट डॉमिनिको नाम के एक ‘बेनडिक्टाइन मॉन्क’ के सम्मान में मनाया जाता है, जो कि 11वीं और 12वीं शताब्दी में हुआ करते थे।
दरअसल सेंट डॉमिनिको सांप का जहर निकालने का काम करते थे। अगर किसी को सांप काट ले तो वो उसका जहर निकलकर उसे जीवित रखने का दावा करते थे। उन्होंने इस तरह हजारों लोगों की जान बचाई थी. इसीलिए वहां के लोग उनकी याद और सम्मान में ये भव्य फेस्ट मनाते हैं और जुलूस निकालते हैं।
डेढ़ से दो घंटे चलने वाले इस जुलूस में ‘सेंट डॉमिनिको’ की एक बहुत बड़ी मूर्ति होती है, जो कि पूरी तरह से जिंदा सांपों से ढकी हुई होती है। इन सांपों की संख्या लगभग 100 से ज्यादा होती है।
‘सेंट डॉमिनिको’ की मूर्ति पर लदे हुए सांपों में एक भी सांप जहरीला नहीं होता। स्थानीय सपेरे मार्च के महीने से ही ‘स्नेक फेस्टिवल’ के लिए ऐसे सांपों को इकठ्ठा करना शुरू कर देते हैं, जिनमें जहर नहीं होता।
मान्यता यह भी है कि ‘सेंट डॉमिनिको’ की मूर्ति से एक भी सांप नीचे नहीं गिरना चाहिए। क्योंकि ऐसा होना ‘बैड लक’ माना जाता है।
इस जुलूस का आगाज पुजारियों और औरतों से होता है जो कि रंग-बिरंगे कपड़े पहनती हैं और लोगों को बांटने के लिए एक खास तरह की मिठाई भी लाती हैं, जिसको ‘कियम्बेली’ के नाम से जाना जाता है।