सावन के महीने में करें दिल्ली-NCR के इन 8 शिव मंदिरों का दर्शन, मिलेगा अद्भुद अहसास

सावन का महीना जारी हैं और इन दिनों में हर जगह शिव मंदिरों में भीड़ दिखना आम बात हैं। सभी भक्तगण मंदिरों में दर्शन करने पहुंचते हैं। वीकेंड आ चुका हैं तो यह अच्छा अवसर हैं जब आप अपने परिवार संग शिव मंदिरों के दर्शन करने जा सकते हैं। वैसे तो देश में हजारों शिव मंदिर हैं, लेकिन पर्यटन की दृष्टि से कुछ ही विशेष हैं। ऐसे में आज हम आपको दिल्ली और इसके आसपास के शिव मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आप अपने परिवार संग वीकेंड का समय बिता सकते हैं। इन मंदिरों की छवि मन को सुकून देने वाली हैं जो सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है। आइये जानते हैं दिल्ली- एनसीआर के इन शिव मंदिरों के बारे में...

श्री गौरी शंकर मंदिर

दिल्ली के प्रसिद्ध और सबसे पुराने मंदिरों में से एक चांदनी चौक में स्थित है। इस मंदिर का नाम श्री गौरी शंकर मंदिर है। सावन के महीने में चांदनी चौक के इस शिव गौरी मंदिर में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। इन दिनों मंदिर को बहुत खूबसूरती से सजाया गया है। मंदिर में भगवान शिव के दर्शन और पूजा के साथ ही भक्त यहां की सुंदरता को भी निहार सकते हैं। इस सावन चांदनी चौक के श्री गौरी शंकर मंदिर जा सकते हैं।

श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर

गाजियाबाद का श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर प्राचीन मंदिरों में से एक है। ऐसा कहा जाता है कि ये मंदिर 5000 वर्ष पुराना है। पुराणों में इस मंदिर का वर्णन किया गया है। ऐसी मान्यता है कि ये मंदिर त्रेतायुग का है, जब भगवान राम का जन्म भी नहीं हुआ था। इस खूबसूरत मंदिर में हर समय एक धूना जलती रहती है और स्थानीय लोगों के मुताबिक, उन्होंने इसे सदैव ऐसे ही जलते हुए देखा है। शास्त्रों के अनुसार ये धूनी उस समय जली थी जब कलयुग में भगवान शिव ने यहां अपने दर्शन दिए थे। इस मंदिर को पुराणों में हिरण्यगर्भ ज्योतिर्लिंग के रूप में भी जाना जाता है। हर साल इस मंदिर में भक्तों का जमावड़ा देखा जा सकता है।

मंगल महादेव बिरला कानन मंदिर

दिल्ली के शिवाजी मार्ग पर स्थित इस मंदिर का उद्घाटन, साल 1994 में शिवरात्रि के दिन किया गया था। इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी मौजूद थे। यह मंदिर करीब 200 एकड़ में फैला हुआ है। यहां भगवान शिव का विशालकाय मूर्ति स्थापित है। इसकी ऊंचाई 100 फीट है। अगर आप एनएच 8 से गुजरते हैं तो मंदिर के भगवान शिव की मूर्ति दूर से ही नजर आती है। मंदिर में भगवान शिव के साथ ही माता पार्वती, कार्तिकेय, नंदी, सीता-श्रीराम, राधा कृष्ण और भगवान गणेश की भी मूर्तियों की भी पूजा की जा सकती है। यहां बनी सभी मूर्तियां काफी विशाल और कांस्य धातु की बनी हैं। यहां मंदिर में सुंदर बगीचे भी बने हुए हैं, जो यहां आए भक्तों को शांत वातावरण देने के साथ ही मनमोहक प्रतीत होते हैं।

शिव मंदिर गुफा वाला

प्रीत विहार में स्थित इस मंदिर की तरफ छोटे-बड़े सभी लोग आकर्षित होते हैं। इस मंदिर की खूबसूरती है यहां बनी सुंदर आकृतियां, जो किसी का भी मन मोह लेती हैं। सिर्फ यहीं नहीं, गुफा में जानें का अनुभव भी यादगार होता है और यहां आए भक्त उस पल को कभी नहीं भूलते। बता दें, प्रीत विहार मेट्रो स्टेशन से इस मंदिर की तरफ आसानी से जाया जा सकता है।

गोपेश्वर महादेव मंदिर

गाजियाबाद के वैशाली के सेक्टर 4 में स्थित इस मंदिर के भव्य रूप के दर्शन आपको दूर से ही होने लगते हैं। वैशाली मेट्रो स्टेशन से नीचे आते समय दाएं ओर बनी स्वचालित सीढ़ी से उतरते समय आपको मंदिर के दर्शन होने लग जाते हैं। यहां हर साल सावन माह में भक्त अपनी मनोकामना सिद्धि के लिए पूजा करने पहुंचते हैं। इसके अलावा वैशाली में गुलमोहर शिवालय भी काफी प्रसिद्ध है। यह मंदिर श्री शनि धाम के नजदीक बना है और यहां आप वैशाली मेट्रो स्टेशन पर उतरकर आसानी से जा सकते हैं।

नीली छतरी मंदिर

दिल्ली के जमुना बाजार में स्थित यह मंदिर बेहद पुराना है। बताते हैं कि पांच पांडवों में सबसे बड़े राजा युधिष्ठिर ने इस मंदिर की स्थापना की थी। बता दें कि इस शिव मंदिर का निर्माण कराने के बाद अश्वमेध यज्ञ भी आयोजित किया था।

श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर

श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर गाजियाबाद के वैशाली में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण कश्मीरी पंडितों द्वारा किया गया है। वैशाली का सबसे विशाल शिवलिंग इसी मंदिर में स्थापित है। सिर्फ यही नहीं, यहां पर एक गोपीनाथ आश्रम भी चलाया जाता है। हर महीने के पहले रविवार को यहां हवन किया जाता है। गोपीनाथजी के जन्मदिवस पर इस मंदिर में एक विशाल भंडारा भी रखा जाता है।