महाराष्ट्र में शिरडी के अलावा भी साई बाबा के है कई प्रसिद्द मंदिर, जानें इनके बारे में

जब भी कई आस्थामयी जगहों पर घूमने जाने की बात आती हैं तो महाराष्ट्र के शिरडी में बने साईं मंदिर का नाम जरूर आता हैं जहां भक्तों की आस्था और चमत्कार देखने को मिलते हैं। साई बाबा वो जीवित इंसान हैं जिसे भगवान का दर्जा दिया गया हैं पूजा जाता हैं। लेकिन ऐसा नहीं हैं कि देशभर में साई बाबा का यही एक मंदिर हैं। इसके अलावा भी साई बाबा के कई प्रसिद्द मंदिर हैं जिन्हें शिरडी जितनी प्रसिद्धि नहीं मिली लेकिन मान्यता बहुत हैं। आज इस कड़ी में हम आपको साई बाबा के इन प्रसिद्द मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में...

साई बाबा मंदिर, अहमदनगर, महाराष्ट्र

श्री साई बाबा की समाधि पर बना ये मंदिर 1992 में बनाया गया था। महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में बने इस मंदिर को श्री साई बाबा संस्थान की ओर से चलाया जाता है। अनोखी बात ये भी है कि मंदिर के बीच शहर में न होने के बाद भी यहां रोज करीब 60 हजार लोग दर्शन के लिए आते हैं। भक्तों का ये आंकड़ा छुट्टी के दिन में 1 लाख तो किसी खास त्योहार पर 3 लाख तक पहुंच जाता है।

श्री साई जन्मस्थान मंदिर, पथरी, महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के परभणी जिले के पथरी में बना है श्री साई जन्मस्थान मंदिर। खास बात ये है कि पथरी में ही साई बाबा का जन्म हुआ था। इस जगह पर मंदिर बनाने के मकसद से ही यहां ट्रस्ट बनाया गया था। मंदिर का ये ट्रस्ट साई बाबा की दी हुई शिक्षा और जीवन ज्ञान को बढ़ाने का काम करता है।

श्री साईं मंदिर, लोधी रोड, दिल्ली

यह मंदिर भारत के खूबसूरत मंदिरों में से एक है। इस मंदिर के दरवाजें सभी भक्तों के लिए प्रतिदिन सुबह 5 बजे से 9:30 बजे तक खुले रहते हैं। इस मंदिर में दीवारों पर वस्तुकला की गई है। यह मंदिर सड़क के किनारे स्थित है। सड़क के किनारे स्थित होने के कारण हर श्रद्धालु एक बार भगवान का दर्शन करते हुए कहीं भी यात्रा करते हैं। इस मंदिर में प्रतिदिन 7 तरह की आरती की जाती है। गुरुवार के दिन विशेष कार्यक्रम आयोजित की जाती हैं। शाम में साईं बाबा की आरती धूप जलाकर की जाती है।

श्री साई बाबा मंदिर, चित्तूर, आंध्र प्रदेश

चित्तूर के इस मंदिर में साई बाबा की मार्बल से बनी बेहद सुंदर मूर्ति है। इस मंदिर में रोज कई आरती होती हैं, जैसे ककड़ आरती, धूप आरती, नून आरती और शेज आरती। इस मंदिर में कुछ खास मौकों पर आना बेहद अनोखा अनुभव देता है, जैसे गुरु पूर्णिमा, दत्ता जयंती, विजयदशमी और रामनवमी।

साई मंदिर, ओडिशा

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में बने उस मंदिर में तीन खास त्योहार बनाए जाते हैं। मार्च/अप्रैल में रामनवमी, जुलाई में गुरु पुर्णिमा और सितंबर/अक्टूबर में विजयदशमी। इन मंदिर की स्थापना की शुरुआत माघ पुर्णिमा के दिन 1995 में हुई थी। इस दिन मंदिर का भूमि पूजन किया गया था। ये श्री शिरडी साई बाबा स्प्रिचुअल एंड चेरिटेबल ट्रस्ट, चेन्नई का मंदिर है।

साई बाबा मंदिर, चेन्नई

करीब 70 साल पुराने इस मंदिर की स्थापना नरसिम्हा स्वामी ने 1952 में की थी। नरसिम्हा स्वामी साई बाबा के बड़े भक्त थे। ये मंदिर चेन्नई के मायलापुर में बना है। ये तमिलनाडू का ऐसा मंदिर है, जिसे राज्य के सभी मंदिर में सबसे ज्यादा भक्त देखने आते हैं। ये मंदिर ऑल इंडिया साई समाज का सेंटर भी है। ये मंदिर इस समाज का हेडक्वाटर भी माना जाता है। इस समज की स्थापना भी 1940 में नरसिम्हा स्वामी ने ही की थी।