जब भी विश्व की बढ़ती जनसंख्या की बात आती हैं, तो चीन और भारत का जिक्र जरूर किया जाता हैं जो दुनियाभर में आबादी के मामले में शीर्ष स्थान रखते हैं। इन देशों के हर क्षेत्र की आबादी का आंकड़ा बहुत बड़ा हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में कई देश ऐसे भी हैं जहां की आबादी आपके गांव या शहर से भी कम हैं। यहां की आबादी नाम के बराबर हैं। आप भी सोच रहे होंगे कि क्या सच में ऐसे देश हैं जिनकी आबादी एक शहर से कम हैं। तो आइये जानते हैं दुनिया के उन देशों के बारे में, जहां सबसे कम जनसंख्या है।
सीलैंडसीलैंड को दुनिया का सबसे छोटा देश माना जाता है, लेकिन इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की मान्यता प्राप्त नहीं है। इस देश की जनसंख्या लगभग 50 है और यह बास्केटबॉल के मैदान जितना बड़ा है। यह देश समंदर में दो पिलर पर खड़ा हुआ है और इंग्लैंड के सफोल्क समुद्री तट से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसे दूसरे वर्ल्ड वॉर के दौरान ब्रिटेन ने बनाया था। इस देश पर कई लोगों का कब्जा रहा है, लेकिन 2012 में रॉय बेट्स स्वतंत्र रूप से इसके प्रिंस बन गए। रॉय के मौत के बाद उसके बेटे माइकल ने हुकूमत की। माइकल ने अपने शासन के दौरान डाक टिकट, पासपोर्ट और करेंसी आदि निकाली। करेंसी पर माइकल की मां की तस्वीर है। साथ ही, इस देश का अपना झंडा है।
वेटिकन सिटीवेटिकन सिटी मान्यता प्राप्त दुनिया का सबसे छोटा देश माना जाता है, जो यूरोप महाद्वीप में स्थित है। इस देश का क्षेत्रफल केवल 44 हेक्टेयर है और यहां आबादी लगभग 800 के करीब है। यह देश ईसाई समुदाय के लिए सबसे पवित्र जगह मानी जाती है, क्योंकि यह रोमन कैथोलिक चर्च का केंद्र है। इसकी वजह यह है कि यह रोम के बिशप या कहें पोप का निवास है। इसकी अपनी आर्मी होने के साथ ही अपने डाकघर विभाग, सिक्के, रेडियो, और रेलवे आदि हैं। वेटिकन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की मान्यता प्राप्त है। इसके अलावा यहां के मकबरे, म्यूजियम और गिरजाघर घूमने के लिए काफी फेमस हैं।
नीयू देश नीयू देश देखने में जितना खूबसूरत है उतनी ही सुकून भर देने वाली यहां की आबादी है। बस 1654 आबादी के साथ लोग यहां रहते हैं। जानकर शायद आपके भी मन में यही सवाल आया होगा ऐसे कैसे हो सकता है, लेकिन ये सच है!
तुवालुवेटिकन सिटी के बाद तुवालू का नाम आता है, जहां सबसे कम लोग रहते हैं। यह एक आइलैंड है, जो पोलिनेशिया में सेंट्रल पैसिफिक है। अगर पूरे देश की जनसंख्या देखें तो यहां सिर्फ करीब 11 हजार लोग रहते हैं और यहां का क्षेत्रफल 26 स्कवायर किलोमीटर है।
सैन मैरिनोसैन मैरिनो यूरोप में स्थित है, जो कि इटली से चारों तरफ से घिरा हुआ है। इस देश की जनसंख्या लगभग 33 हजार है और यह 61 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। सैन मैरिनो की अधिकारिक भाषा इटैलियन है। सैन मैरिनो की अर्थव्यवस्था उद्योग और पर्यटन पर ज्यादा निर्भर करती है। इस देश में कई ऐसी चीजें हैं, जो पर्यटकों अपनी तरफ खींचती हैं।
पलाउयह भी प्रशांत महासागर में है और यह द्वीपों का एक समूह है। कहा जाता है कि इस द्वीप समूह में 340 आईलैंड है और यहां कि जनसंख्या करीब 21 हजार ही है। पर्यटन की दृष्टि से भी ये देश काफी फेमस है।
लिकटेंस्टीन यह एक जर्मन भाषी देश है। ये ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड के बीच 25 किमी लंबा देश है। ये अपने मध्यकालीन महल, अल्पाइन परिदृश्य और पगडंडियों के नेटवर्क से जुड़े गांवों के लिए जाना जाता है। यहां की जनसंख्या 38,250 है।