सांस्कृतिक व ऐतिहासिक महत्व रखता हैं मध्य प्रदेश का ग्वालियर, जानें यहां के बारे में

मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों में से एक ग्वालियर अपने साथ कई ऐतिहासिक किस्से समेटे हुए है।साथ ही यह कई आध्यात्मिक स्थलों का भी केंद्र है।यहां कई सांस्कृतिक व ऐतिहासिक स्थल हैं ।अगर आप ग्वालियर घूमने का मन बना रहे हैं तो जानिये कहां कहां घूमा जा सकता है।

ग्वालियर फोर्ट

यह किला इतना भव्य है कि इसे शहर के हर कोने से देखा जा सकता है।पहाडी पर बना यह किला एक समय भारत के सबसे अभेद्य किलों में से एक था।इस किले को बाबर ने किलों का मोती कहा था।यहां सुबह दस से पांच बजे तक घूमा जा सकता है।
जय विलास पैलेस- यह ग्वालियर के सबसे खूबसूरत किलों में से एक है।इसे ग्वालियर के महाराज जयाजीराव सिंधिया ने किंग एडवर्ड सप्तम के स्वागत के लिए बनवाया था।आज भी सिंधिया परिवार यहां रहता है।

जय विलास पैलेस
यह ग्वालियर के सबसे खूबसूरत किलों में से एक है।इसे ग्वालियर के महाराज जयाजीराव सिंधिया ने किंग एडवर्ड सप्तम के स्वागत के लिए बनवाया था।आज भी सिंधिया परिवार यहां रहता है।
गुजरी महल
यह पन्द्रहवी सदी में बनवाया हुआ महल है।यहां एक संग्रहालय भी है जो मध्यप्रदेश के इतिहास के बारे में कई जानकारी प्रदान करता है।

मन मंदिर पैलेस
किले के अंदर ही मनमंदिर पैलेस है जिसका निर्माण 1486 से 1516 के बीच हुआ है।यहां राजपरिवार से संबंधित कई जानकारियां मिलती हैं तथा इतिहास से जुडी कई चीजें यहां प्रदर्शित कि गयीं हैं।
तेली का मंदिर
इस मंदिर की दीवारों पर किया काम वास्तुकला का बहुत ही अद्भुत नमूना है। यह मंदिर बहुत ऊंचा है और इसमें उत्तर तथा दक्षिणी भारतीय शैली का सम्मिश्रण किया गया है।इस मंदिर में तेल निकाला जाता था इसलिए इसका नाम तेली का मंदिर पड़ा।